किसानों ने चेतावनी दी कि जब तक किसानों को उनकी फसलों के उचित दाम नहीं मिलते व किसानों की लंबित मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक किसान न तो किसी ऋण की अदायगी करेगें, न ही बिजली के बिल भरेगें
इस दौरान किसानों ने सरकार विरोधी नारेबाजी की। किसानों ने चेतावनी दी कि जब तक किसानों को उनकी फसलों के उचित दाम नहीं मिलते व किसानों की लंबित मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक किसान न तो किसी ऋण की अदायगी करेगें, न ही बिजली के बिल भरेगें।
अगर प्रशासन ने जबरन ऐसा करवाने का प्रयास किया तो अधिकारियों को गांवो में बंधक बनाया जाएगा। विरोध प्रदर्शन की अध्यक्षता जिला सरंक्षक जयपाल चमरोड़ी ने की।
जिला अध्यक्ष सुभाष गुर्जर ने कहा कि... किसान उदय सिंह के मकान को ऋण के एवज में खाली कराने के लिए तहसीलदार रादौर की ओर से नोटिस भेजा गया था। जिसमें आज मकान को खाली करवाने बारे कहा गया था। लेकिन भाकियू भी यह निर्णय ले चुकी है कि वह किसी भी कीमत पर प्रशासन को यहां कोई कार्रवाई नहीं करने देगें।
क्योंकि किसान आज सरकार की गलत नीतियों के कारण कर्जदार हो रहा है। किसानों को उनकी फसलों का उचित दाम नहीं मिल पा रहा है। जब तक किसानों को फसल का उचित दाम नहीं मिलता और उनकी सभी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक किसान सरकार से किसी भी प्रकार का सहयोग करने वाले नहीं है। इस मामले पर किसान एकजुट है और अहंकारी तानाशाही सरकार को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए भी तैयार है।
उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर दोबारा किसी गांव में किसी किसान के मान सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश की गई तो भारतीय किसान यूनियन किसी कीमत पर पीछे नहीं हटेगी।