𝐌𝐚𝐧𝐨𝐡𝐚𝐫 𝐋𝐚𝐥 𝐡𝐚𝐬 𝐝𝐢𝐫𝐞𝐜𝐭𝐞𝐝 𝐭𝐡𝐞 𝐨𝐟𝐟𝐢𝐜𝐞𝐫𝐬 𝐭𝐨 𝐦𝐚𝐤𝐞 𝐩𝐥𝐚𝐧𝐬 𝐢𝐧 𝐨𝐫𝐝𝐞𝐫 𝐭𝐨 𝐦𝐚𝐤𝐞 𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚 𝐚𝐧𝐝 𝐆𝐡𝐚𝐠𝐠𝐚𝐫 𝐫𝐢𝐯𝐞𝐫 𝐢𝐧 𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚𝐧𝐚𝐠𝐚𝐫 𝐚𝐧𝐝 𝐏𝐚𝐧𝐜𝐡𝐤𝐮𝐥𝐚 𝐝𝐢𝐬𝐭𝐫𝐢𝐜𝐭𝐬 𝐩𝐨𝐥𝐥𝐮𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐟𝐫𝐞𝐞 𝐚𝐬 𝐫𝐢𝐯𝐞𝐫𝐬 𝐚𝐫𝐞 𝐨𝐮𝐫 𝐧𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥 𝐚𝐬𝐬𝐞𝐭𝐬. 𝐇𝐞 𝐚𝐝𝐝𝐞𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐚𝐩𝐚𝐫𝐭 𝐟𝐫𝐨𝐦 𝐭𝐡𝐞 𝐠𝐮𝐢𝐝𝐞𝐥𝐢𝐧𝐞𝐬 𝐢𝐬𝐬𝐮𝐞𝐝 𝐛𝐲 𝐭𝐡𝐞 𝐂𝐞𝐧𝐭𝐫𝐚𝐥 𝐆𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭, 𝐰𝐞 𝐦𝐮𝐬𝐭 𝐰𝐨𝐫𝐤 𝐭𝐢𝐫𝐞𝐥𝐞𝐬𝐬𝐥𝐲 𝐭𝐨 𝐜𝐫𝐞𝐚𝐭𝐞 𝐧𝐞𝐰 𝐩𝐨𝐥𝐢𝐜𝐢𝐞𝐬 𝐬𝐨 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐮𝐫𝐫𝐨𝐮𝐧𝐝𝐢𝐧𝐠 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞𝐬 𝐚𝐝𝐨𝐩𝐭 𝐬𝐢𝐦𝐢𝐥𝐚𝐫 𝐩𝐨𝐥𝐢𝐜𝐢𝐞𝐬. 𝐀𝐩𝐚𝐫𝐭 𝐟𝐫𝐨𝐦 𝐭𝐡𝐢𝐬, 𝐦𝐨𝐫𝐞 𝐰𝐨𝐫𝐤 𝐢𝐬 𝐫𝐞𝐪𝐮𝐢𝐫𝐞𝐝 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐝𝐢𝐫𝐞𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐭𝐨𝐰𝐚𝐫𝐝𝐬 𝐫𝐞-𝐮𝐬𝐢𝐧𝐠 𝐨𝐟 𝐭𝐫𝐞𝐚𝐭𝐞𝐝 𝐰𝐚𝐭𝐞𝐫 𝐚𝐬 𝐰𝐚𝐭𝐞𝐫 𝐜𝐨𝐧𝐬𝐞𝐫𝐯𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐢𝐬 𝐚 𝐠𝐥𝐨𝐛𝐚𝐥 𝐜𝐨𝐧𝐜𝐞𝐫𝐧. 𝐖𝐚𝐭𝐞𝐫 𝐜𝐨𝐧𝐬𝐞𝐫𝐯𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐢𝐬 𝐧𝐞𝐜𝐞𝐬𝐬𝐚𝐫𝐲 𝐟𝐨𝐫 𝐭𝐡𝐞 𝐟𝐮𝐭𝐮𝐫𝐞 𝐠𝐞𝐧𝐞𝐫𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐚𝐥𝐭𝐡𝐨𝐮𝐠𝐡 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐡𝐚𝐬 𝐭𝐚𝐤𝐞𝐧 𝐦𝐚𝐧𝐲 𝐢𝐦𝐩𝐨𝐫𝐭𝐚𝐧𝐭 𝐬𝐭𝐞𝐩𝐬 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐢𝐬 𝐝𝐢𝐫𝐞𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧.
चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि यमुनानगर जिले में यमुना नदी तथा पंचकूला में घग्गर नदी को प्रदूषण मुक्त बनाने की योजनाएं बनायें क्योंकि नदियां हमारी राष्ट्रीय संपदा हैं।
केंद्र सरकार द्वारा जारी दिशा निर्देशों के साथ - साथ नई योजनाएं बनायें ताकि दूसरे राज्य भी हरियाणा का अनुसरण करें। इसके अलावा पानी को उपचारित कर इसका पुनः उपयोग हो इस दिशा में भी अधिक से अधिक कार्य किया जाना चाहिए।
जल सरंक्षण दिन प्रतिदिन चिंता का विषय बनता जा रहा है। भावी पीढ़ी के लिए जल सरंक्षण जरूरी है हालांकि हरियाणा ने इस दिशा में कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं।
𝐓𝐡𝐞 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐠𝐚𝐯𝐞 𝐭𝐡𝐞𝐬𝐞 𝐝𝐢𝐫𝐞𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧𝐬 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐞 𝐨𝐟𝐟𝐢𝐜𝐞𝐫𝐬 𝐝𝐮𝐫𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐞 𝐫𝐞𝐯𝐢𝐞𝐰 𝐦𝐞𝐞𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚 𝐀𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐏𝐥𝐚𝐧 𝐡𝐞𝐫𝐞 𝐭𝐨𝐝𝐚𝐲. 𝐇𝐞 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐩𝐥𝐚𝐧𝐬 𝐬𝐡𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐚𝐥𝐬𝐨 𝐛𝐞 𝐦𝐚𝐝𝐞 𝐨𝐧 𝐚 𝐥𝐚𝐫𝐠𝐞 𝐬𝐜𝐚𝐥𝐞 𝐬𝐨 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐦𝐚𝐱𝐢𝐦𝐮𝐦 𝐫𝐞𝐮𝐬𝐞 𝐨𝐟 𝐭𝐫𝐞𝐚𝐭𝐞𝐝 𝐰𝐚𝐭𝐞𝐫 𝐜𝐚𝐧 𝐛𝐞 𝐝𝐨𝐧𝐞 𝐢𝐧 𝐬𝐞𝐜𝐭𝐨𝐫𝐬 𝐥𝐢𝐤𝐞 𝐢𝐫𝐫𝐢𝐠𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐭𝐡𝐞𝐫𝐦𝐚𝐥 𝐩𝐨𝐰𝐞𝐫 𝐩𝐥𝐚𝐧𝐭𝐬, 𝐢𝐧𝐝𝐮𝐬𝐭𝐫𝐢𝐚𝐥 𝐚𝐧𝐝 𝐡𝐨𝐫𝐭𝐢𝐜𝐮𝐥𝐭𝐮𝐫𝐞. 𝐇𝐞 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐆𝐡𝐚𝐠𝐠𝐚𝐫 𝐚𝐧𝐝 𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚 𝐚𝐫𝐞 𝐭𝐡𝐞 𝐨𝐧𝐥𝐲 𝐭𝐰𝐨 𝐦𝐚𝐣𝐨𝐫 𝐧𝐚𝐭𝐮𝐫𝐚𝐥 𝐫𝐢𝐯𝐞𝐫𝐬 𝐨𝐟 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚. 𝐓𝐡𝐞𝐢𝐫 𝐩𝐫𝐨𝐭𝐞𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐢𝐬 𝐞𝐬𝐬𝐞𝐧𝐭𝐢𝐚𝐥. 𝐅𝐨𝐫 𝐞𝐟𝐟𝐞𝐜𝐭𝐢𝐯𝐞 𝐢𝐦𝐩𝐥𝐞𝐦𝐞𝐧𝐭𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐟 𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚 𝐀𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐏𝐥𝐚𝐧, 𝐚 𝐣𝐨𝐢𝐧𝐭 𝐦𝐞𝐞𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐬𝐡𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐚𝐥𝐬𝐨 𝐛𝐞 𝐡𝐞𝐥𝐝 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝐭𝐡𝐞 𝐨𝐟𝐟𝐢𝐜𝐞𝐫𝐬 𝐨𝐟 𝐧𝐞𝐢𝐠𝐡𝐛𝐨𝐫𝐢𝐧𝐠 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞𝐬 𝐚𝐝𝐣𝐨𝐢𝐧𝐢𝐧𝐠 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚. 𝐏𝐨𝐥𝐥𝐮𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐰𝐡𝐞𝐭𝐡𝐞𝐫 𝐢𝐭 𝐢𝐬 𝐰𝐚𝐭𝐞𝐫 𝐩𝐨𝐥𝐥𝐮𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐫 𝐚𝐢𝐫 𝐩𝐨𝐥𝐥𝐮𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐭𝐡𝐞 𝐧𝐞𝐞𝐝 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐡𝐨𝐮𝐫 𝐢𝐬 𝐭𝐨 𝐜𝐮𝐫𝐛 𝐭𝐡𝐞𝐢𝐫 𝐞𝐟𝐟𝐞𝐜𝐭 𝐢𝐧 𝐨𝐫𝐝𝐞𝐫 𝐭𝐨 𝐬𝐚𝐟𝐞𝐠𝐮𝐚𝐫𝐝 𝐨𝐮𝐫 𝐞𝐧𝐯𝐢𝐫𝐨𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭. 𝐈𝐧𝐭𝐞𝐫-𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐦𝐞𝐞𝐭𝐢𝐧𝐠𝐬 𝐬𝐡𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐚𝐥𝐬𝐨 𝐛𝐞 𝐨𝐫𝐠𝐚𝐧𝐢𝐳𝐞𝐝 𝐜𝐨𝐧𝐭𝐢𝐧𝐮𝐨𝐮𝐬𝐥𝐲 𝐨𝐧 𝐭𝐡𝐢𝐬 𝐬𝐮𝐛𝐣𝐞𝐜𝐭.
मुख्यमंत्री ने ये निर्देश आज यहां बुलाई गई यमुना कार्य योजना की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि उपचारित पानी का अधिक से अधिक पुनः उपयोग सिंचाई, थर्मल पावर प्लांट, औद्योगिक व बागवानी जैसे क्षेत्रों में हो सके, इसकी भी व्यापक स्तर पर योजनाएं बनाई जानी चाहिए।
𝐓𝐡𝐞 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐠𝐚𝐯𝐞 𝐭𝐡𝐞𝐬𝐞 𝐝𝐢𝐫𝐞𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧𝐬 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐞 𝐨𝐟𝐟𝐢𝐜𝐞𝐫𝐬 𝐝𝐮𝐫𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐞 𝐫𝐞𝐯𝐢𝐞𝐰 𝐦𝐞𝐞𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚 𝐀𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐏𝐥𝐚𝐧 𝐡𝐞𝐫𝐞 𝐭𝐨𝐝𝐚𝐲. 𝐇𝐞 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐩𝐥𝐚𝐧𝐬 𝐬𝐡𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐚𝐥𝐬𝐨 𝐛𝐞 𝐦𝐚𝐝𝐞 𝐨𝐧 𝐚 𝐥𝐚𝐫𝐠𝐞 𝐬𝐜𝐚𝐥𝐞 𝐬𝐨 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐦𝐚𝐱𝐢𝐦𝐮𝐦 𝐫𝐞𝐮𝐬𝐞 𝐨𝐟 𝐭𝐫𝐞𝐚𝐭𝐞𝐝 𝐰𝐚𝐭𝐞𝐫 𝐜𝐚𝐧 𝐛𝐞 𝐝𝐨𝐧𝐞 𝐢𝐧 𝐬𝐞𝐜𝐭𝐨𝐫𝐬 𝐥𝐢𝐤𝐞 𝐢𝐫𝐫𝐢𝐠𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐭𝐡𝐞𝐫𝐦𝐚𝐥 𝐩𝐨𝐰𝐞𝐫 𝐩𝐥𝐚𝐧𝐭𝐬, 𝐢𝐧𝐝𝐮𝐬𝐭𝐫𝐢𝐚𝐥 𝐚𝐧𝐝 𝐡𝐨𝐫𝐭𝐢𝐜𝐮𝐥𝐭𝐮𝐫𝐞. 𝐇𝐞 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐆𝐡𝐚𝐠𝐠𝐚𝐫 𝐚𝐧𝐝 𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚 𝐚𝐫𝐞 𝐭𝐡𝐞 𝐨𝐧𝐥𝐲 𝐭𝐰𝐨 𝐦𝐚𝐣𝐨𝐫 𝐧𝐚𝐭𝐮𝐫𝐚𝐥 𝐫𝐢𝐯𝐞𝐫𝐬 𝐨𝐟 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚. 𝐓𝐡𝐞𝐢𝐫 𝐩𝐫𝐨𝐭𝐞𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐢𝐬 𝐞𝐬𝐬𝐞𝐧𝐭𝐢𝐚𝐥. 𝐅𝐨𝐫 𝐞𝐟𝐟𝐞𝐜𝐭𝐢𝐯𝐞 𝐢𝐦𝐩𝐥𝐞𝐦𝐞𝐧𝐭𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐟 𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚 𝐀𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐏𝐥𝐚𝐧, 𝐚 𝐣𝐨𝐢𝐧𝐭 𝐦𝐞𝐞𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐬𝐡𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐚𝐥𝐬𝐨 𝐛𝐞 𝐡𝐞𝐥𝐝 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝐭𝐡𝐞 𝐨𝐟𝐟𝐢𝐜𝐞𝐫𝐬 𝐨𝐟 𝐧𝐞𝐢𝐠𝐡𝐛𝐨𝐫𝐢𝐧𝐠 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞𝐬 𝐚𝐝𝐣𝐨𝐢𝐧𝐢𝐧𝐠 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚. 𝐏𝐨𝐥𝐥𝐮𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐰𝐡𝐞𝐭𝐡𝐞𝐫 𝐢𝐭 𝐢𝐬 𝐰𝐚𝐭𝐞𝐫 𝐩𝐨𝐥𝐥𝐮𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐫 𝐚𝐢𝐫 𝐩𝐨𝐥𝐥𝐮𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐭𝐡𝐞 𝐧𝐞𝐞𝐝 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐡𝐨𝐮𝐫 𝐢𝐬 𝐭𝐨 𝐜𝐮𝐫𝐛 𝐭𝐡𝐞𝐢𝐫 𝐞𝐟𝐟𝐞𝐜𝐭 𝐢𝐧 𝐨𝐫𝐝𝐞𝐫 𝐭𝐨 𝐬𝐚𝐟𝐞𝐠𝐮𝐚𝐫𝐝 𝐨𝐮𝐫 𝐞𝐧𝐯𝐢𝐫𝐨𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭. 𝐈𝐧𝐭𝐞𝐫-𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐦𝐞𝐞𝐭𝐢𝐧𝐠𝐬 𝐬𝐡𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐚𝐥𝐬𝐨 𝐛𝐞 𝐨𝐫𝐠𝐚𝐧𝐢𝐳𝐞𝐝 𝐜𝐨𝐧𝐭𝐢𝐧𝐮𝐨𝐮𝐬𝐥𝐲 𝐨𝐧 𝐭𝐡𝐢𝐬 𝐬𝐮𝐛𝐣𝐞𝐜𝐭.
मुख्यमंत्री ने ये निर्देश आज यहां बुलाई गई यमुना कार्य योजना की समीक्षा बैठक के दौरान अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि उपचारित पानी का अधिक से अधिक पुनः उपयोग सिंचाई, थर्मल पावर प्लांट, औद्योगिक व बागवानी जैसे क्षेत्रों में हो सके, इसकी भी व्यापक स्तर पर योजनाएं बनाई जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि घग्गर व यमुना ही हरियाणा की दो प्रमुख प्राकृतिक नदियां हैं। इनका सरंक्षण जरूरी है। यमुना कार्य योजना के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए हरियाणा के साथ लगते पड़ोसी राज्यों के अधिकारियों के साथ भी संयुक्त बैठक की जानी चाहिए। प्रदूषण चाहे जल प्रदूषण है या वायु प्रदूषण हो इनको फैलने से रोकना आज समय की जरूरत है। इस विषय को लेकर अंतर्राज्यीय बैठकों का आयोजन भी निरंतर किया जाना चाहिए।
बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरुण कुमार गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, गुरुग्राम व फरीदाबाद महानगरीय विकास प्राधिकरणों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल,
बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के चेयरमैन पी राघवेंद्र राव, शहरी स्थानीय निकाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अरुण कुमार गुप्ता, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, गुरुग्राम व फरीदाबाद महानगरीय विकास प्राधिकरणों के मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुधीर राजपाल,
पर्यावरण एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विनीत गर्ग, विकास एवं पंचायत विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल मलिक, सिंचाई व जल संसाधन विभाग के आयुक्त एवं सचिव पंकज अग्रवाल, हरियाणा राज्य औद्योगिक एवं अवसरंचना विकास निगम के प्रबंध निदेशक विकास गुप्ता, मुख्यमंत्री के सलाहकार (सिंचाई) देवेंद्र सिंह के अलावा यमुना कार्य योजना से जुड़े अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।
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