𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫, 𝐌𝐚𝐧𝐨𝐡𝐚𝐫 𝐋𝐚𝐥 𝐰𝐡𝐢𝐥𝐞 𝐜𝐨𝐦𝐢𝐧𝐠 𝐝𝐨𝐰𝐧 𝐡𝐞𝐚𝐯𝐢𝐥𝐲 𝐨𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐀𝐚𝐦 𝐀𝐚𝐝𝐦𝐢 𝐏𝐚𝐫𝐭𝐲 𝐟𝐨𝐫 𝐫𝐚𝐢𝐬𝐢𝐧𝐠 𝐨𝐛𝐣𝐞𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧𝐬 𝐨𝐯𝐞𝐫 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚’𝐬 𝐢𝐧𝐢𝐭𝐢𝐚𝐭𝐢𝐯𝐞 𝐨𝐟 𝐜𝐨𝐧𝐬𝐭𝐫𝐮𝐜𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐚 𝐬𝐞𝐩𝐚𝐫𝐚𝐭𝐞 𝐀𝐬𝐬𝐞𝐦𝐛𝐥𝐲 𝐛𝐮𝐢𝐥𝐝𝐢𝐧𝐠 𝐢𝐧 𝐂𝐡𝐚𝐧𝐝𝐢𝐠𝐚𝐫𝐡 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭, 𝐢𝐧𝐬𝐭𝐞𝐚𝐝 𝐨𝐟 𝐜𝐫𝐞𝐚𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐡𝐮𝐞 𝐚𝐧𝐝 𝐜𝐫𝐲 𝐨𝐯𝐞𝐫 𝐭𝐡𝐢𝐬, 𝐭𝐡𝐞 𝐏𝐮𝐧𝐣𝐚𝐛 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐬𝐡𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐟𝐨𝐜𝐮𝐬 𝐨𝐧 𝐢𝐭𝐬 𝐨𝐰𝐧 𝐰𝐨𝐫𝐤.
चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने आज आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि चंडीगढ़ में हम अपना अलग विधानसभा भवन बना रहे हैं तो उसमें आम आदमी पार्टी को क्या आपत्ति हो सकती है।
हरियाणा अपना काम करेगा और पंजाब सरकार अपना काम करें। हम चंडीगढ़ में जमीन मुफ्त में नहीं ले रहे हैं, यदि विधानसभा भवन बनाने के लिए 10 एकड़ जमीन ले रहे हैं तो चंडीगढ़ के साथ लगती उतनी ही जमीन दे भी रहे हैं। इसमें कहीं कोई दिक्कत नहीं है और यह चंडीगढ़ प्रशासन को देखना है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान विधानसभा का भवन हरियाणा और पंजाब के बीच बंटा हुआ है, वह बंटा हुआ हिस्सा भी हमारे पास रहेगा। चूंकि यह विधानसभा भवन छोटा पड़ता है और आने वाले समय में सन् 2026 में परिसीमन होने पर विधानसभा सदस्यों की संख्या बढ़ने की संभावना है। वर्तमान सदस्यों के लिए ही जगह छोटी पड़ रही है तो बढ़े हुए सदस्यों के लिए वर्तमान भवन में स्थान नहीं बचेगा।
𝐇𝐞 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐭𝐡𝐞 𝐛𝐮𝐢𝐥𝐝𝐢𝐧𝐠 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐩𝐫𝐞𝐬𝐞𝐧𝐭 𝐕𝐢𝐝𝐡𝐚𝐧 𝐒𝐚𝐛𝐡𝐚 𝐢𝐬 𝐝𝐢𝐯𝐢𝐝𝐞𝐝 𝐛𝐞𝐭𝐰𝐞𝐞𝐧 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐚𝐧𝐝 𝐏𝐮𝐧𝐣𝐚𝐛 𝐚𝐧𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐝𝐢𝐯𝐢𝐝𝐞𝐝 𝐩𝐨𝐫𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐚𝐥𝐬𝐨 𝐫𝐞𝐦𝐚𝐢𝐧 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝐮𝐬. 𝐒𝐢𝐧𝐜𝐞 𝐭𝐡𝐢𝐬 𝐕𝐢𝐝𝐡𝐚𝐧 𝐒𝐚𝐛𝐡𝐚 𝐛𝐮𝐢𝐥𝐝𝐢𝐧𝐠 𝐢𝐬 𝐬𝐦𝐚𝐥𝐥 𝐚𝐧𝐝 𝐭𝐡𝐞𝐫𝐞 𝐢𝐬 𝐚 𝐩𝐨𝐬𝐬𝐢𝐛𝐢𝐥𝐢𝐭𝐲 𝐨𝐟 𝐚𝐧 𝐢𝐧𝐜𝐫𝐞𝐚𝐬𝐞 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐧𝐮𝐦𝐛𝐞𝐫 𝐨𝐟 𝐕𝐢𝐝𝐡𝐚𝐧 𝐒𝐚𝐛𝐡𝐚 𝐦𝐞𝐦𝐛𝐞𝐫𝐬 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐜𝐨𝐦𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐢𝐦𝐞 𝐚𝐟𝐭𝐞𝐫 𝐭𝐡𝐞 𝐝𝐞𝐥𝐢𝐦𝐢𝐭𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐢𝐧 𝟐𝟎𝟐𝟔, 𝐭𝐡𝐞𝐫𝐞𝐟𝐨𝐫𝐞 𝐭𝐡𝐞 𝐧𝐞𝐞𝐝 𝐟𝐨𝐫 𝐜𝐨𝐧𝐬𝐭𝐫𝐮𝐜𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐚 𝐧𝐞𝐰 𝐛𝐮𝐢𝐥𝐝𝐢𝐧𝐠 𝐢𝐬 𝐣𝐮𝐬𝐭𝐢𝐟𝐢𝐞𝐝, 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐌𝐚𝐧𝐨𝐡𝐚𝐫 𝐋𝐚𝐥 𝐰𝐡𝐢𝐥𝐞 𝐢𝐧𝐭𝐞𝐫𝐚𝐜𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝐦𝐞𝐝𝐢𝐚 𝐚𝐭 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐁𝐡𝐚𝐯𝐚𝐧 𝐢𝐧 𝐃𝐞𝐥𝐡𝐢 𝐨𝐧 𝐒𝐚𝐭𝐮𝐫𝐝𝐚𝐲.
मुख्यमंत्री मनोहर लाल शनिवार को दिल्ली के हरियाणा भवन में मीडिया प्रतिनिधियों से बातचीत कर रहे थे।
एक सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि सुविधाएं उपलब्ध करवाने में हरियाणा दिल्ली से कहीं आगे है, इसलिए आम आदमी पार्टी हरियाणा में कहीं टिक नहीं पा रही है। हाल ही में हुए आदमपुर उपचुनाव में आप पार्टी को कुल डेढ़ लाख वोटों में से केवल 3700 वोट ही मिले और ये पार्टी सरकार बनाने का सपना लेती है। वहां से मतदाताओं ने इनका बोरिया बिस्तरा बांध दिया।
𝐑𝐞𝐬𝐩𝐨𝐧𝐝𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐨 𝐚 𝐪𝐮𝐞𝐬𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐢𝐬 𝐟𝐚𝐫 𝐚𝐡𝐞𝐚𝐝 𝐨𝐟 𝐃𝐞𝐥𝐡𝐢 𝐢𝐧 𝐭𝐞𝐫𝐦𝐬 𝐨𝐟 𝐩𝐫𝐨𝐯𝐢𝐝𝐢𝐧𝐠 𝐟𝐚𝐜𝐢𝐥𝐢𝐭𝐢𝐞𝐬, 𝐰𝐡𝐢𝐜𝐡 𝐢𝐬 𝐰𝐡𝐲 𝐭𝐡𝐞 𝐀𝐚𝐦 𝐀𝐚𝐝𝐦𝐢 𝐏𝐚𝐫𝐭𝐲 𝐢𝐬 𝐟𝐢𝐠𝐡𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐟𝐨𝐫 𝐢𝐭𝐬 𝐬𝐮𝐫𝐯𝐢𝐯𝐚𝐥 𝐢𝐧 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚. 𝐈𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐫𝐞𝐜𝐞𝐧𝐭𝐥𝐲 𝐡𝐞𝐥𝐝 𝐀𝐝𝐚𝐦𝐩𝐮𝐫 𝐛𝐲-𝐞𝐥𝐞𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐭𝐡𝐞 𝐀𝐀𝐏 𝐩𝐚𝐫𝐭𝐲 𝐠𝐨𝐭 𝐨𝐧𝐥𝐲 𝟑𝟕𝟎𝟎 𝐯𝐨𝐭𝐞𝐬 𝐨𝐮𝐭 𝐨𝐟 𝐚 𝐭𝐨𝐭𝐚𝐥 𝐨𝐟 𝟏.𝟓 𝐥𝐚𝐤𝐡 𝐯𝐨𝐭𝐞𝐬 𝐚𝐧𝐝 𝐭𝐡𝐢𝐬 𝐩𝐚𝐫𝐭𝐲 𝐝𝐫𝐞𝐚𝐦𝐬 𝐨𝐟 𝐟𝐨𝐫𝐦𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭.
उन्होंने कहा कि लोगों को अंधेरे में रखकर जिस पार्टी की शुरुआत हुई वह किसी तरह से लोगों में भ्रम पैदा करके एक दो राज्यों में सरकार बनाने में कामयाब भी हो गई। लेकिन इसके बाद वाराणसी, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा में इन्होंने प्रयोग करके देख लिया, इनकी दाल नहीं गल रही है। गुजरात में भी ये मुंह की खा कर आएंगे।
𝐇𝐞 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐭𝐡𝐞 𝐩𝐚𝐫𝐭𝐲 𝐰𝐡𝐢𝐜𝐡 𝐚𝐥𝐰𝐚𝐲𝐬 𝐛𝐞𝐥𝐢𝐞𝐯𝐞𝐝 𝐢𝐧 𝐠𝐢𝐯𝐢𝐧𝐠 𝐟𝐫𝐞𝐞𝐛𝐢𝐞𝐬 𝐬𝐨𝐦𝐞𝐡𝐨𝐰 𝐬𝐮𝐜𝐜𝐞𝐞𝐝𝐞𝐝 𝐢𝐧 𝐟𝐨𝐫𝐦𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐢𝐧 𝐨𝐧𝐞 𝐨𝐫 𝐭𝐰𝐨 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞𝐬, 𝐛𝐮𝐭 𝐰𝐡𝐞𝐧 𝐭𝐡𝐞𝐲 𝐭𝐫𝐢𝐞𝐝 𝐭𝐨 𝐩𝐥𝐚𝐲 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐚𝐦𝐞 𝐟𝐫𝐞𝐞𝐛𝐢𝐞𝐬 𝐢𝐧 𝐕𝐚𝐫𝐚𝐧𝐚𝐬𝐢, 𝐔𝐭𝐭𝐚𝐫𝐚𝐤𝐡𝐚𝐧𝐝, 𝐇𝐢𝐦𝐚𝐜𝐡𝐚𝐥 𝐏𝐫𝐚𝐝𝐞𝐬𝐡, 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚, 𝐩𝐞𝐨𝐩𝐥𝐞 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐬𝐡𝐨𝐰𝐧 𝐭𝐡𝐞𝐦 𝐭𝐡𝐞 𝐝𝐨𝐨𝐫. 𝐈𝐧 𝐆𝐮𝐣𝐚𝐫𝐚𝐭 𝐭𝐨𝐨, 𝐭𝐡𝐞𝐲 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐫𝐞𝐭𝐮𝐫𝐧 𝐛𝐚𝐜𝐤 𝐞𝐦𝐩𝐭𝐲 𝐡𝐚𝐧𝐝𝐬, 𝐚𝐝𝐝𝐞𝐝 𝐌𝐚𝐧𝐨𝐡𝐚𝐫 𝐋𝐚𝐥.
उन्होंने आम आदमी पार्टी के नेताओं के अवांछित लोगों के साथ लिंक होने का आरोप लगाते हुए कहा कि अवांछित लोग इनके साथ पाए गए हैं। इसके साथ मनोहर लाल ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के घोटालों का भी उल्लेख किया और कहा कि क्लासरूम घोटाला, जिसमें 1300 करोड़ रुपये का इन्होंने गबन किया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार 1075 स्कूल चला रही है, जबकि इससे ज्यादा 1100 स्कूल तो एमसीडी चला रही है।
𝐓𝐡𝐞 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐰𝐡𝐢𝐥𝐞 𝐦𝐞𝐧𝐭𝐢𝐨𝐧𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐜𝐚𝐦𝐬 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐀𝐚𝐦 𝐀𝐚𝐝𝐦𝐢 𝐏𝐚𝐫𝐭𝐲 𝐢𝐧 𝐃𝐞𝐥𝐡𝐢 𝐢𝐧𝐜𝐥𝐮𝐝𝐢𝐧𝐠 𝐚 𝐜𝐥𝐚𝐬𝐬𝐫𝐨𝐨𝐦 𝐬𝐜𝐚𝐦, 𝐢𝐧 𝐰𝐡𝐢𝐜𝐡 𝐭𝐡𝐞𝐲 𝐞𝐦𝐛𝐞𝐳𝐳𝐥𝐞𝐝 𝐑𝐬.𝟏𝟑𝟎𝟎 𝐜𝐫𝐨𝐫𝐞𝐬, 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐭𝐡𝐞 𝐩𝐚𝐫𝐭𝐲 𝐢𝐬 𝐥𝐢𝐧𝐤𝐞𝐝 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝐚𝐧𝐭𝐢-𝐬𝐨𝐜𝐢𝐚𝐥 𝐞𝐥𝐞𝐦𝐞𝐧𝐭𝐬. 𝐇𝐞 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐭𝐡𝐞 𝐀𝐚𝐦 𝐀𝐚𝐝𝐦𝐢 𝐏𝐚𝐫𝐭𝐲'𝐬 𝐃𝐞𝐥𝐡𝐢 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐢𝐬 𝐫𝐮𝐧𝐧𝐢𝐧𝐠 𝟏𝟎𝟕𝟓 𝐬𝐜𝐡𝐨𝐨𝐥𝐬, 𝐰𝐡𝐢𝐥𝐞 𝐌𝐂𝐃 𝐢𝐬 𝐫𝐮𝐧𝐧𝐢𝐧𝐠 𝐦𝐨𝐫𝐞 𝐭𝐡𝐚𝐧 𝟏𝟏𝟎𝟎 𝐬𝐜𝐡𝐨𝐨𝐥𝐬.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में प्रदूषण के लिए ये किसान को दोषी ठहराते हैं, जबकि इन्होंने किसान पराली न जलाए, इसके लिए 40,000 की दवा खरीदी और उसके वितरण पर 11 लाख रुपये खर्च किए। यही नहीं, इसके प्रचार पर 14 करोड़ रुपये खर्च किए और इनकी दवा से केवल 350 किसान लाभान्वित हुए हैं।
मनोहर लाल ने दिल्ली सरकार पर जीएसटी का सारा पैसा हजम करने का आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में एक बार ये किसी तरह सफल हो गए लेकिन बार-बार काठ की हांडी नहीं चढ़ती।
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