भवन व संपत्तिकर शाखा का औचक निरीक्षण करने पर फाइलें लंबित मिलने पर कमिश्नर ने दिखाई सख्ती
निरीक्षण में डीटीपी व तीनों लिपिकों के लेवल पर लंबित मिली सबसे अधिक फाइलें
दोनों शाखाओं के अधिकारियों व कर्मचारियों को फाइलों का त्वरित निपटान करने के दिए निर्देश
यमुनानगर। NEWS - एनडीसी ऑब्जेक्शन की लंबित फाइलों के निपटान को लेकर निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने शनिवार को निगम कार्यालय की भवन शाखा व संपत्तिकर शाखा का औचक निरीक्षण किया। निगमायुक्त ने दोनों शाखाओं के अधिकारियों व कर्मचारियों को छुट्टी के दिन भी रात तक काम करके लंबित फाइलों के निपटान करने के आदेश दिए हुए थे। निरीक्षण के दौरान डीटीपी व तीन लिपिकों के लेवल पर काफी फाइलें लंबित मिली। जिसपर निगमायुक्त ने सख्त रवैया अपनाते हुए अधीक्षक अभियंता को डीटीपी व तीनों लिपिकों के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए। वहीं, दोनों शाखाओं के अधिकारियों व कर्मचारियों को छुट्टी के दिन भी काम करके लंबित फाइलों का त्वरित निपटान करने के आदेश दिए।
एनडीसी ऑब्जेक्शन की शुक्रवार तक भवन व संपत्तिकर शाखा में 605 फाइलें लंबित थी। इनमें से 199 फाइलों का निपटान तय समय सीमा में कर दिया गया।निगमायुक्त आयुष सिन्हा दोनों शाखाओं के अधिकारियों व कर्मचारियों को रात आठ बजे तक कार्यालय में बैठकर फाइलों का निपटान करने के आदेश जारी किए थे। वहीं, शनिवार व रविवार को छुट्टी के दिन भी काम कर फाइलें निपटाने के निर्देश दिए थे। लंबित फाइलों के निपटान को लेकर शनिवार सुबह निगमायुक्त आयुष सिन्हा, अधीक्षक अभियंता हेमंत कुमार के साथ अचानक भवन शाखा में पहुंचे। यहां डीटीपी एलसी चौहान अनुपस्थित मिले। इसके अलावा एटीपी लखमी सिंह तेवतिया व अन्य स्टाफ शाखा में बैठकर फाइलों का निपटान कर रहा था। यहां डीटीपी के लेवल पर काफी संख्या में फाइलें लंबित पड़ी मिली। जिस पर निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने अधीक्षक अभियंता हेमंत कुमार को डीटीपी एलसी चौहान के खिलाफ कार्रवाई करने के आदेश दिए। इसके बाद निगमायुक्त सिन्हा संपत्तिकर शाखा पहुंचे। यहां क्षेत्रीय कराधान अधिकारी अजय वालिया से लंबित फाइलों की जानकारी ली।
निगमायुक्त ने लिपिकों से भी लंबित फाइलों का निपटान करने संबंधित जानकारी ली। इस दौरान लिपिक अभिषेक, भूषण व चंद्रमोहन के पास फाइलें लंबित मिली। वहीं, निगमायुक्त को पता चला कि संबंधित लिपिक शुक्रवार को रात आठ बजे से पहले ही कार्यालय से चले गए थे। जबकि निगमायुक्त ने रात आठ बजे तक फाइलों के निपटान का कार्य करने के आदेश जारी किए थे। जिसके चलते तीनों लिपिकों के पास फाइलों की संख्या अधिक थी। इस पर निगमायुक्त ने एक्शन लेते हुए तीनों लिपिकों के खिलाफ भी कार्रवाई करने के आदेश जारी किए। निगमायुक्त आयुष सिन्हा ने कहा कि अपने कार्य के प्रति लापरवाही बरतने वाले कर्मचारी व अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा। जो अधिकारी और कर्मचारी अपने कर्तव्य व जनता की समस्याओं के समाधान के प्रति गंभीर नहीं पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। निगमायुक्त सिन्हा ने भवन शाखा व अभियंता शाखा के अधिकारियों व कर्मचारियों को लंबित फाइलों का जल्द से जल्द निपटान करने के निर्देश दिए।
तीन लिपिकों को मेयर ने आयुक्त से की निलंबित करने की सिफारिश
बता दें कि तीन नवंबर को लंबित फाइलों का निपटान को लेकर मेयर मदन चौहान ने संपत्तिकर व भवन शाखा के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ समीक्षा की थी। समीक्षा के दौरान लिपिक अभिषेक के पास 261, लिपिक भूषण के पास 228 व लिपिक चंद्रमोहन के पास 124 फाइलें लंबित मिली थी। इतनी अधिक फाइलें लंबित होने पर मेयर मदन चौहान ने सख्त तेवर दिखाते हुए इन तीनों लिपिकों को तुरंत प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिए थे। उन्होंने तीनों लिपिकों को निलंबित करने के लिए निगमायुक्त आयुष सिन्हा से सिफारिश भी की थी। अब निगमायुक्त ने डीटीपी व तीन लिपिकों पर कार्रवाई करने के आदेश जारी किए गए है।