वीडिय़ों वायरल करने के साथ यह आशंका जताई जा रही है कि कर्मचारी चालक से रिश्वत के तौर पर कुछ लेता है और उसके बाद उसे जाने दिया जाता है !
रादौर, डिजिटल डेक्स।। ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई के नाम पर एक बार फिर से डीटीओ विभाग संदेह के घेरे में है। रविवार को एक वीडिय़ों वायरल हुआ जिसमें एक सरकारी गाड़ी से उतरने वाला व्यक्ति एक ओवरलोड़ ट्राली चालक से कुछ लेता दिखाई दे रहा है।
DTO Yamunanagar- Over Load Ka Khel
यह गाड़ी डीटीओ विभाग की बताई जा रही है और मामला जठलाना रोड़ का बताया जा रहा है। वीडिय़ों वायरल करने के साथ यह आशंका जताई जा रही है कि कर्मचारी चालक से रिश्वत के तौर पर कुछ लेता है और उसके बाद उसे जाने दिया जाता है। हालांकि डीटीओ यमुनानगर ने इस प्रकार के मामले को सिरे से नकारते हुए दावा किया है कि इसमें कोई सच्चाई नहीं है। जिसके प्रमाण उनके पास मौजूद है।
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इसलिए ओवरलोड़ वाहनों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। क्षेत्र में दिन रात खनन सामग्री से भरे ओवरलोड वाहनों को पैसे लेकर निकाला जा रहा है। ओवरलोड का पूरा खेल कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से चल रहा है। कुछ माह पहले भी डीटीओ विभाग पर हुई विजिलेंस रेड में रिश्वत के आरोप सही मिले थे।
इस वीडिय़ों का कोई प्रमाण नहीं है कि उस ट्राली चालक से विभाग के कर्मचारी ने कुछ लिया है। इस ट्राली चालक को जांच के लिए रोका गया था लेकिन ट्राली चालक ने दिखाया कि उसका चालान हो चुका है और वह चालान भरने के बाद ही अपने वाहन को छुडवाकर ले जा रहा है। इसलिए उसके कागज देखने के बाद उसे छोड़ा गया है।
वह खुद भ्रष्टाचार के खिलाफ है.. अगर उनके विभाग के किसी कर्मचारी की भ्रष्टाचार में लिप्त होने की जानकारी उन्हें मिलती है तो वह खुद उसके खिलाफ कार्रवाई करेगी। इस वीडिय़ों के मामले में वह किसी भी प्रकार की जांच के लिए तैयार है। लेकिन बिना वजह इस प्रकार की वीडिय़ों वायरल कर गलत बाते फैलाना गलत है- डीटीओ, उर्मिल श्योकंद