“𝐃𝐞𝐯𝐨𝐭𝐞𝐝 𝐞𝐟𝐟𝐨𝐫𝐭𝐬 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐦𝐚𝐝𝐞 𝐭𝐨 𝐞𝐧𝐬𝐮𝐫𝐞 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐭𝐡𝐞 𝐛𝐞𝐧𝐞𝐟𝐢𝐭𝐬 𝐨𝐟 𝐞𝐯𝐞𝐫𝐲 𝐬𝐢𝐧𝐠𝐥𝐞 𝐰𝐞𝐥𝐟𝐚𝐫𝐞 𝐬𝐜𝐡𝐞𝐦𝐞 𝐫𝐞𝐚𝐜𝐡 𝐭𝐡𝐞 𝐚𝐜𝐭𝐮𝐚𝐥 𝐛𝐞𝐧𝐞𝐟𝐢𝐜𝐢𝐚𝐫𝐢𝐞𝐬. 𝐓𝐡𝐞 𝐛𝐢𝐠𝐠𝐞𝐬𝐭 𝐞𝐱𝐚𝐦𝐩𝐥𝐞 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞𝐬𝐞 𝐬𝐭𝐞𝐩𝐬 𝐜𝐚𝐧 𝐛𝐞 𝐠𝐚𝐮𝐠𝐞𝐝 𝐟𝐫𝐨𝐦 𝐭𝐡𝐞 𝐟𝐚𝐜𝐭 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐫𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐜𝐚𝐫𝐝𝐬 𝐨𝐟 𝟐.𝟑𝟎 𝐥𝐚𝐤𝐡 𝐟𝐚𝐦𝐢𝐥𝐢𝐞𝐬 𝐰𝐡𝐨𝐬𝐞 𝐜𝐚𝐫𝐝𝐬 𝐰𝐞𝐫𝐞 𝐞𝐫𝐫𝐨𝐧𝐞𝐨𝐮𝐬𝐥𝐲 𝐝𝐞𝐥𝐞𝐭𝐞𝐝 𝐝𝐮𝐞 𝐭𝐨 𝐢𝐧𝐜𝐨𝐦𝐞-𝐫𝐞𝐥𝐚𝐭𝐞𝐝 𝐞𝐫𝐫𝐨𝐫𝐬 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐏𝐚𝐫𝐢𝐯𝐚𝐫 𝐏𝐞𝐡𝐜𝐡𝐚𝐧 𝐏𝐚𝐭𝐫𝐚 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐫𝐞-𝐢𝐬𝐬𝐮𝐞𝐝,” 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐌𝐚𝐧𝐨𝐡𝐚𝐫 𝐋𝐚𝐥 𝐰𝐡𝐢𝐥𝐞 𝐢𝐧𝐭𝐞𝐫𝐚𝐜𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝐬𝐨𝐦𝐞 𝐨𝐟 𝐬𝐮𝐜𝐡 𝐫𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐜𝐚𝐫𝐝 𝐡𝐨𝐥𝐝𝐞𝐫𝐬 𝐭𝐡𝐫𝐨𝐮𝐠𝐡 𝐚𝐮𝐝𝐢𝐨 𝐜𝐨𝐧𝐟𝐞𝐫𝐞𝐧𝐜𝐢𝐧𝐠 𝐨𝐧 𝐒𝐚𝐭𝐮𝐫𝐝𝐚𝐲.
चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि राज्य सरकार गरीब व जरूरतमंदों की सरकार है। हम उनके कल्याण के लिए निरंतर कार्य कर रहे हैं। इनका सरकार पर पहला हक है और प्रदेश सरकार कल्याणकारी योजनाओं का लाभ हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचाना सुनिश्चित कर रही है। इसका सबसे बड़ा उदाहरण यह है कि परिवार पहचान पत्र में आय से संबंधित त्रुटियों के कारण जिन परिवारों के राशन कार्ड कट गए थे, उनमें से 2.30 लाख परिवारों के राशन कार्ड दोबारा बनाये गए हैं।
Chief Minister interacts with BPL ration card holders through audio conferencing
लाभार्थियों ने कहा कि राशन कार्ड कटने पर शिकायत दर्ज करवाने पर जिस प्रकार त्वरित कार्रवाई कर उनके राशन कार्ड दोबारा बनाये गए, उससे सरकार की नागरिकों के प्रति जवाबदेही और संवेदनशीलता को दर्शाता है। अब हमें लगता है कि हमारी चिंता करने वाली भी हमारी ही सरकार है।
जिस दिन आय 1 लाख 80 हजार रुपये से अधिक हो जाएगी, उसी दिन स्वयं सरकार से मिलने वाले सारे लाभ छोड़ दूंगा- लाभार्थी
मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि जिन परिवारों की आर्थिक रूप से संपन्न हो जाए, ऐसे परिवार स्वेच्छा से सरकारी लाभ को छोड़ दें, ताकि जरूरतमंद परिवार को इसका लाभ मिल सके। इस आह्वान का असर उस समय देखने को मिला जब अंबाला निवासी अजय कुमार, जो पेशे से मैकेनिक हैं, ने कहा कि जिस दिन उसकी आय 1 लाख 80 हजार रुपये से अधिक हो जाएगी, उसी दिन वह स्वयं ही सरकार से मिलने वाले सारे लाभ छोड़ देगा।
एक अन्य लाभार्थी गांव पिचौपा खुर्द, जिला चरखी दादरी निवासी दलीप सिंह ने बताया कि उनका बीपीएल कार्ड तो बन गया, लेकिन आयुष्मान कार्ड नहीं बना है। इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत चरखी दादरी के उपायुक्त को संबंधित का आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार, प्रेम नगर, हिसार निवासी भीम सिंह ने भी अपने बीपीएल कार्ड दोबारा बनने पर मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया और कहा कि अब गरीबों की अच्छी सुनवाई होने लगी है।
साढ़े 12 लाख नए राशन कार्ड बनाये
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास शिकायतें आती थी कि पात्र लोगों के राशन कार्ड नहीं बने हैं और अपात्र लोग कई प्रकार के लाभ लेते हैं। इसके लिए वर्तमान राज्य सरकार ने एक नया प्रयोग शुरू किया और प्रदेश के लगभग 72 लाख परिवारों का परिवार पहचान पत्र बनाया।
जिस दिन आय 1 लाख 80 हजार रुपये से अधिक हो जाएगी, उसी दिन स्वयं सरकार से मिलने वाले सारे लाभ छोड़ दूंगा- लाभार्थी
मुख्यमंत्री ने आह्वान किया कि जिन परिवारों की आर्थिक रूप से संपन्न हो जाए, ऐसे परिवार स्वेच्छा से सरकारी लाभ को छोड़ दें, ताकि जरूरतमंद परिवार को इसका लाभ मिल सके। इस आह्वान का असर उस समय देखने को मिला जब अंबाला निवासी अजय कुमार, जो पेशे से मैकेनिक हैं, ने कहा कि जिस दिन उसकी आय 1 लाख 80 हजार रुपये से अधिक हो जाएगी, उसी दिन वह स्वयं ही सरकार से मिलने वाले सारे लाभ छोड़ देगा।
एक अन्य लाभार्थी गांव पिचौपा खुर्द, जिला चरखी दादरी निवासी दलीप सिंह ने बताया कि उनका बीपीएल कार्ड तो बन गया, लेकिन आयुष्मान कार्ड नहीं बना है। इस पर मुख्यमंत्री ने तुरंत चरखी दादरी के उपायुक्त को संबंधित का आयुष्मान कार्ड बनाने के निर्देश दिए। इसी प्रकार, प्रेम नगर, हिसार निवासी भीम सिंह ने भी अपने बीपीएल कार्ड दोबारा बनने पर मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया और कहा कि अब गरीबों की अच्छी सुनवाई होने लगी है।
साढ़े 12 लाख नए राशन कार्ड बनाये
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे पास शिकायतें आती थी कि पात्र लोगों के राशन कार्ड नहीं बने हैं और अपात्र लोग कई प्रकार के लाभ लेते हैं। इसके लिए वर्तमान राज्य सरकार ने एक नया प्रयोग शुरू किया और प्रदेश के लगभग 72 लाख परिवारों का परिवार पहचान पत्र बनाया।
कई टीमें लगाकर परिवारों का सर्वे कराया। इतना ही नहीं, पहले बीपीएल की आय पात्रता सीमा 1 लाख 20 हजार रुपये वार्षिक होती थी, जिसे हमने बढ़ाकर 1 लाख 80 हजार रुपये किया। इन सब प्रक्रियाओं के बाद परिवार पहचान पत्र के माध्यम से ऑटोमेटिक राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की और जनवरी माह में लगभग साढ़े 12 लाख नए राशन कार्ड बने हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने खाकी राशन कार्ड यानी ओपीएच श्रेणी को समाप्त कर इसे भी बीपीएल कार्ड की श्रेणी में जोड़ लिया। अब केवल पात्र लोगों को ही सरकारी सुविधाओं का लाभ मिल रहा है।
हमारी नीति और नीयत साफ है
मनोहर लाल ने कहा कि धीरे-धीरे यह भी ध्यान में आया कि कुछ परिवार जो पहले बीपीएल श्रेणी में थे, वे परिवार संपन्न हो गए। कुछ परिवार ऐसे मिले, जिनके परिवार में किसी न किसी सदस्य को नौकरी मिल गई और कुछ परिवारों ने पिछले 3 साल में इनकम टैक्स रिटर्न भरी है और इनकम टैक्स का भुगतान किया है।
हमारी नीति और नीयत साफ है
मनोहर लाल ने कहा कि धीरे-धीरे यह भी ध्यान में आया कि कुछ परिवार जो पहले बीपीएल श्रेणी में थे, वे परिवार संपन्न हो गए। कुछ परिवार ऐसे मिले, जिनके परिवार में किसी न किसी सदस्य को नौकरी मिल गई और कुछ परिवारों ने पिछले 3 साल में इनकम टैक्स रिटर्न भरी है और इनकम टैक्स का भुगतान किया है।
इस प्रक्रिया के बाद सरकार को शिकायतें प्राप्त हुई कि उनका राशन कार्ड गलत कट गया है। इस समस्या के समाधान के लिए जनवरी, 2023 में ही नागरिकों से पोर्टल के माध्यम से अपनी शिकायत दर्ज करवाने का अनुरोध किया गया।
शिकायतें प्राप्त होने के बाद सत्यापन प्रक्रिया पूर्ण करके लगभग 2.30 लाख परिवारों के राशन कार्ड दोबारा बनाये गए और उन्हें जनवरी माह का राशन भी प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि हमारी नीति और नीयत साफ है।