Type Here to Get Search Results !

ad

ADD


 

𝐂𝐡𝐚𝐧𝐝𝐢𝐠𝐚𝐫𝐡 𝐍𝐞𝐰𝐬: हरियाणा में जीरो ड्रॉप आउट नीति पर किया जा रहा काम- कंवरपाल

𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐒𝐜𝐡𝐨𝐨𝐥 𝐄𝐝𝐮𝐜𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫, 𝐊𝐚𝐧𝐰𝐚𝐫𝐩𝐚𝐥 𝐆𝐮𝐫𝐣𝐚𝐫 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐭𝐡𝐞 𝐳𝐞𝐫𝐨 𝐝𝐫𝐨𝐩 𝐨𝐮𝐭 𝐩𝐨𝐥𝐢𝐜𝐲 𝐢𝐬 𝐛𝐞𝐢𝐧𝐠 𝐰𝐨𝐫𝐤𝐞𝐝 𝐨𝐮𝐭 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐭𝐨 𝐜𝐨𝐧𝐧𝐞𝐜𝐭 𝐞𝐯𝐞𝐫𝐲 𝐜𝐡𝐢𝐥𝐝 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝐭𝐡𝐞 𝐦𝐚𝐢𝐧𝐬𝐭𝐫𝐞𝐚𝐦 𝐭𝐡𝐫𝐨𝐮𝐠𝐡 𝐞𝐝𝐮𝐜𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧. 𝐇𝐞 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐭𝐡𝐞𝐫𝐞 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐛𝐞 𝐧𝐨 𝐝𝐫𝐨𝐩𝐨𝐮𝐭 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐛𝐲 𝐧𝐞𝐱𝐭 𝐲𝐞𝐚𝐫. 𝐅𝐨𝐫 𝐭𝐡𝐢𝐬, 𝐚𝐛𝐨𝐮𝐭 𝟒𝟖 𝐥𝐚𝐤𝐡 𝐜𝐡𝐢𝐥𝐝𝐫𝐞𝐧 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐚𝐠𝐞 𝐠𝐫𝐨𝐮𝐩 𝐨𝐟 𝟔 𝐭𝐨 𝟏𝟖 𝐲𝐞𝐚𝐫𝐬 𝐚𝐫𝐞 𝐛𝐞𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐫𝐚𝐜𝐤𝐞𝐝 𝐭𝐨 𝐤𝐧𝐨𝐰 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐮𝐬 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞𝐢𝐫 𝐞𝐝𝐮𝐜𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧.



चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। हरियाणा के स्कूल शिक्षा मंत्री कवंरपाल गुर्जर ने कहा कि प्रदेश में हर बच्चे को शिक्षा के माध्यम से देश की मुख्यधारा में लाने के लिए जीरो ड्रॉप आउट की नीति पर काम किया जा रहा है ताकि अगले वर्ष तक प्रदेश में कोई भी बच्चा स्कूल से बाहर ना रहे। इसके लिए 6 से 18 वर्ष आयु के करीब 48 लाख बच्चों के शिक्षा के स्टेटस को जानने के लिए ट्रैक किया जा रहा है।


Work is being done on the zero drop out policy in Haryana


शिक्षा मंत्री ने बताया कि हरियाणा में 2025 तक नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होगी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ प्रधानमंत्री स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया (पीएम-श्री) योजना के बारे में बताया कि इस योजना से अगले वर्ष तक प्रदेश के 135 खण्डों में दो-दो अर्थात कुल 270 पीएम-श्री स्कूल खोले जाएंगे। 
हर खण्ड में यह मॉडल स्कूल होंगे और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुसार इन स्कूलों में बच्चों को शिक्षा दी जाएगी। उन्होंने बताया कि बच्चों को संस्कार के साथ शिक्षा देने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति तैयार की गई है। जिसे देश भर में 2030 तक लागू करने का लक्ष्य रखा गया लेकिन हरियाणा में इसे 2025 तक पूरी तरह लागू कर दिया जाएगा।

The Education Minister informed that the new National Education Policy will be implemented in Haryana by 2025. He informed that under the Pradhan Mantri School for Rising India (PM-Shri) scheme launched by the Prime Minister, Sh. Narendra Modi, 270 PM-Shri schools will be opened in 135 blocks of the state by the next year. He informed that the National Education Policy has been prepared to impart education among children by imbibing values in them. Which was targeted to be implemented across the country by 2030 but Haryana is moving forward with the vision to implement it by 2025.


सरकारी स्कूलों में पढने वाले बच्चों को दिए साढ़े पांच लाख टेबलेट

उन्होंने 21वीं सदी की शिक्षा प्रणाली का जिक्र करते हुए बताया कि समय के साथ चीजें बदलती हैं। हरियाणा में फाइव एस यानी शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, स्वावलंबन व स्वाभिमान के साथ-साथ सुशासन को भी जोड़ा गया। 

जिसके बीते आठ वर्ष से अधिक समय में सकारात्मक परिणाम निकले। देश में पहली बार सरकारी स्कूलों के बच्चों को टैक्नोलॉजी से जोडने के लिए दसवीं से बारहवीं के विद्यार्थियों को साढ़े पांच लाख टेबलेट वितरित किए गए।

क्लस्टर योजना में पढ़ाई के साथ स्किल डेवलपमेंट पर भी दिया जाएगा ध्यान

उन्होंने हरियाणा में शिक्षा के तंत्र को विकसित बनाने के लिए एक अन्य महत्वपूर्ण कलस्टर योजना का जिक्र करते हुए बताया कि प्रदेश के हर चार-पांच गांवों का एक क्लस्टर बनाया गया है। जिसमें एक वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ऐसा होगा जहां तीनों संकाय-कला, विज्ञान व वाणिज्य की पढ़ाई के साथ स्वरोजगार के लिए बच्चों के कौशल को भी विकसित किया जाएगा। 

इसी तरह छात्राओं के शिक्षण संस्थानों तक आवागमन को सुरक्षित बनाने के लिए छापसु (छात्रा परिवहन सुरक्षा) योजना के तहत 150 नई बसें भी खरीदी गई है और हर संस्थान में छात्राओं के परिवहन के लिए एक-एक नोडल अधिकारी भी लगाया गया।

ये भी पढ़ें:

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

Below Post Ad


ADD


 

ads