सुप्रीम कोर्ट समलैंगिक विवाह क़ानून पर नियमित सुनवाई कर रहा है, जो की हमारी संस्कृति पर एक कुठाराघात ही नहीं बल्कि सामाजिक रीति रिवाजों पर भी कुठाराघात है- मान सिंह आर्य
बैठक की अध्यक्षता समाजसेवी मानसिंह आर्य ने की। बैठक में समलैंगिक विवाह कानून पर रोक लगाए जाने की मांग को लेकर मगंलवार को एसडीएम रादौर को एक ज्ञापन सौंपे जाने का निर्णय लिया गया।
मान सिंह आर्य ने कहा कि इन दिनों सुप्रीम कोर्ट समलैंगिक विवाह क़ानून पर नियमित सुनवाई कर रहा है, जो की हमारी संस्कृति पर एक कुठाराघात ही नहीं बल्कि सामाजिक रीति रिवाजों पर भी कुठाराघात है। ऐसे विषय तो चर्चा के योग्य ही नहीं हैं, किंतु सुप्रीम कोर्ट इस पर फैसला देने जा रहा है।
जिस प्रकार से इसे प्राथमिकता मानते हुए प्रतिदिन सुनवाई हो रही है तथा माननीय न्यायाधीशों की टिप्पणियां आ रही है, उससे लगता है की समलैंगिक विवाह की अनुमति के लिए कानून में परिवर्तन होने जा रहा है। इसे देखते हुए पूरे राष्ट्र इसको लेकर रोष है।
ऐसे कानून समाज के लिए उचित नहीं है। जिसको लेकर मंगलवार को सभी धार्मिक सामाजिक संस्थाए महामहिम राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौपेगी। जिसके माध्यम से समलैंगिक विवाह कानून लागू पर रोक लगाए जाने की मांग की जाएंगी।
इस अवसर पर आर्य समाज, पतजंलि योग समिति, उद्योग व्यापार मंडल, भारत विकास परिषद, सेवा भारती, स्वदेशी जागरण मंच, विश्व हिंदू परिषद, युवा पंजाबी सभा, हरियाणा कांबोज सभा, वाल्मीकि सभा, संत रविदास सभा, युवा ब्राह्मण सभा, शमशान घाट कमेटी, अग्रवाल पार्क कमेटी, नामदेव सभा, वेलफेयर एसोसिएशन, गुरुद्वारा सिंह सभा, गुरुद्वारा बंदा बहादुर, अग्रवाल सभा, माधव नेत्र बैंक, श्रीराम चौक कमेटी, बालाजी मंदिर कमेटी, शिव मंदिर कमेटी, प्राचीन नगर खेडा कमेटी, स्वर्णकार एसोसिएशन रादौर, रोटरी क्लब रादौर सहित अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
मान सिंह आर्य ने कहा कि इन दिनों सुप्रीम कोर्ट समलैंगिक विवाह क़ानून पर नियमित सुनवाई कर रहा है, जो की हमारी संस्कृति पर एक कुठाराघात ही नहीं बल्कि सामाजिक रीति रिवाजों पर भी कुठाराघात है। ऐसे विषय तो चर्चा के योग्य ही नहीं हैं, किंतु सुप्रीम कोर्ट इस पर फैसला देने जा रहा है।
जिस प्रकार से इसे प्राथमिकता मानते हुए प्रतिदिन सुनवाई हो रही है तथा माननीय न्यायाधीशों की टिप्पणियां आ रही है, उससे लगता है की समलैंगिक विवाह की अनुमति के लिए कानून में परिवर्तन होने जा रहा है। इसे देखते हुए पूरे राष्ट्र इसको लेकर रोष है।
ऐसे कानून समाज के लिए उचित नहीं है। जिसको लेकर मंगलवार को सभी धार्मिक सामाजिक संस्थाए महामहिम राष्ट्रपति के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौपेगी। जिसके माध्यम से समलैंगिक विवाह कानून लागू पर रोक लगाए जाने की मांग की जाएंगी।
इस अवसर पर आर्य समाज, पतजंलि योग समिति, उद्योग व्यापार मंडल, भारत विकास परिषद, सेवा भारती, स्वदेशी जागरण मंच, विश्व हिंदू परिषद, युवा पंजाबी सभा, हरियाणा कांबोज सभा, वाल्मीकि सभा, संत रविदास सभा, युवा ब्राह्मण सभा, शमशान घाट कमेटी, अग्रवाल पार्क कमेटी, नामदेव सभा, वेलफेयर एसोसिएशन, गुरुद्वारा सिंह सभा, गुरुद्वारा बंदा बहादुर, अग्रवाल सभा, माधव नेत्र बैंक, श्रीराम चौक कमेटी, बालाजी मंदिर कमेटी, शिव मंदिर कमेटी, प्राचीन नगर खेडा कमेटी, स्वर्णकार एसोसिएशन रादौर, रोटरी क्लब रादौर सहित अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।