𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚𝐧𝐚𝐠𝐚𝐫। 𝐁𝐑𝐄𝐀𝐊𝐈𝐍𝐆
◆ बंद होने के कारण सभी प्लाईवुड फैक्टरियों के बाहर सन्नाटा पसरा.
◆ फैक्टरियों के बाहर सफेदा व पोपलर की लकड़ी के ढेर थे और न ही मजदूर.
◆ जिले में 𝟑𝟎𝟎 से अधिक प्लाईवुड यूनिट के अलावा 𝟒𝟎𝟎 से अधिक पिलिंग यूनिट व सॉ मिल हैं.
◆ भारी बारिश के चलते खेत से पोपलर व सफेदा की लकड़ी की कटाई नहीं हो पाएगी.
◆ लक्कड़ मंडी में उत्तर प्रदेश, हरियाणा के अलावा पंजाब से पोपलर व सफेदा की 𝟕𝟎𝟎 से 𝟖𝟎𝟎 ट्रैक्टर-ट्रालियां रोजाना आती हैं.
◆ प्लाईवुड फैक्टरियों में रोजाना करीब 𝟕𝟎𝟎𝟎 क्यूबिक मीटर प्लाई का उत्पादन होता है.
◆ हालांकि कुछ समय से प्लाईवुड इंडस्ट्री घाटे के दौर से गुजर रही है.
◆ इंडस्ट्री अब 𝟖 से 𝟏𝟐 घंटे ही चल रही है, जबकि पहले 𝟏𝟖 से 𝟐𝟒 घंटे इंडस्ट्री चलती थी.
◆ सरकारी रिकॉर्ड में प्लाईवुड इंडस्ट्री में काम करने वाले 𝟓𝟎 हजार मजदूर पंजीकृत हैं.
◆ मजदूर रोजाना दिहाड़ी तौर पर फैक्टरियों में काम करते हैं उनकी संख्या 𝟓𝟎 से 𝟓𝟓 हजार है.
◆ ऐसे में इंडस्ट्री के बंद होने से मजदूरों को अस्थायी तौर पर काम भी मिलना बंद हो गया है.
◆ ऐसे में मजदूरों के सामने घर का गुजारा चलाने का संकट खड़ा हो गया है.
◆ इंडस्ट्री में काम करने वाले 𝟕𝟎 प्रतिशत से अधिक मजदूर उत्तर प्रदेश व बिहार से हैं.
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