जिंदगी में नौकरी करने वाले नहीं, देने वाले बनें : कवंलजीत सिंह
कवंलजीत ने महिला सशक्तिकरण पर विस्तार से चर्चा की। जीवन में सफल होने के लिए नजरिया, कौशल और ज्ञान का होना बेहद जरूरी है। उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र में महिलाओं के जीविकापार्जन के उदाहरण देकर छात्राओं को स्वावलंबी बनने का आह्वान किया। जिंदगी में नौकरी करने वाले नहीं बल्कि नौकरी देने वाले बनें। महिलाओं के लिए सरकार की ओर से चलाई जा रही योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
प्राची ने छात्राओं को कॉस्मेटोलॉजी में कैरियर की संभावनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि आज के दौर में मेकअप करवाने का क्रेज दिन प्रतिदिन बढ रहा है। छात्राएं स्वयं का सैलून खोलकर भी अपनी आय को बढा सकती है। लीनू बतरा ने छात्राओं से आह्वान किया कि पैसों के मामले में स्वयं स्वावलंबी बनें। साथ ही उन्होंने इंश्योरेंस के क्षेत्र में रोजगार के अवसर पर विस्तार से चर्चा की। इस दौरान विभिन्न प्रयोगिताओं के विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम के सफल आयोजन में पारूल सिंह, पूजा सिंदवानी, डॉ शिखा, डॉ मधु, नीलम व डिजी शेपर्स के डायरेक्टर अजिंदर पाल सिंह ने सहयोग दिया।