आज हमारी हवा की स्थिति ठीक नहीं: जिसके लिए काफी हद तक खेतों में पराली का जलाया जाना भी है, हमें हवा की स्थिति में सुधार करने के लिए खेतों में पराली को जलाने की बजाए उसके प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए !
रादौर, डिजिटल डेक्स।। हवा, पानी और भोजन जीवन के लिए तीन जरूरी चीजे है। जिनका साफ सूथरा होना बेहद जरूरी है। अगर ये तीनों चीजे साफ सूथरी नहीं होगी तो इसका असर हमारे स्वास्थय पर पड़ेगा।
स्वास्थय बिगडऩे से जहां आर्थिक बोझ हमारे ऊपर पड़ेगा वहीं स्वस्थ समाज के निर्माण में भी बाधा उत्पन्न होगी। इसके लिए किसान एक अहम कड़ी है।
अगर किसान प्रयास करे तो समाज को यह तीनों आवश्यक चीजे बेहतर मिल सकती है और एक स्वस्थ व समृद्ध समाज का निर्माण हो सकता है। यह शब्द एसडीएम जगाधरी अमित गुलिया ने कहे।
वह यहां कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से आयोजित जिला स्तरीय कृषि मेले में बतौर मुख्यातिथि पहुंचे थे।
कार्यक्रम में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के डीडीए आत्माराम गोदारा व जिला उद्यान अधिकारी डा. कृष्ण कुमार वशिष्ठ अतिथि के तौर पर मौजूद रहे।
जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता उपमंडल अधिकारी डा. सतीश कुमार व एडीओ डा. सुरेंद्र कुमार ने की।
एसडीएम अमित गुलिया ने कहा कि आज हमारी हवा की स्थिति ठीक नहीं है। जिसके लिए काफी हद तक खेतों में पराली का जलाया जाना भी है। हमें हवा की स्थिति में सुधार करने के लिए खेतों में पराली को जलाने की बजाए उसके प्रबंधन पर ध्यान देना चाहिए।
जिसके लिए सरकार की ओर से किसानों को प्रोत्साहन राशि भी दी जा रही है। वहीं पराली प्रबंधन संसाधनों पर सब्सीड़ी भी दी जा रही है।
इस बार यह अच्छी खबर है कि पराली जलाने के मामलों में कमी आई है। लेकिन हमें यह आकंडा जीरो करना होगा। तभी हम अपनी आने वाली पीढ़ी को भी स्वच्छ वातावरण उपलब्ध करवा सकेगें।
पानी व भोजन को दूषित होने से बचाने के लिए किसानों को कम से कम पेस्टीसाइड का प्रयोग करना होगा। हमें अपने खेत की मिट्टी की जांच कर उसी अनुसार फसल में पेस्टीसाइड का प्रयोग करना चाहिए।
क्योंकि हम खुद स्वस्थ रहने के लिए अपने लिए जो मापदंड अपनाते है वही मापदंड हमें दूसरों के लिए भी अपनाने होगें।
यह हमारी नैतिक जिम्मेंदारी है। इस प्रकार के किसान मेले किसानों की आय बढ़ाने वाले संसाधनों की जानकारी के लिए अहम कड़ी है।
हमें इनका लाभ लेना चाहिए। डीडीए डा. आत्माराम गोदारा ने कहा कि मेरी फसल मेरा ब्यौरा किसान के लिए बेहद उपयोगी है और जरूरी भी।
इसके बिना फसल बेचने में दिक्कत आती है। इसलिए जब इसका रजिस्टे्रशन करे तो वह ध्यानपूर्वक करना चाहिए। इसमें गलती होने पर किसानों को दिक्कत आती है।
वहीं यह रजिस्टे्रशन प्रत्येक किसान को करवाना जरूरी है। नहीं तो इसका फायदा आसामाजिक लोग उठाते है और किसान के लिए मुसीबत बन जाती है।
जिला उद्यान अधिकारी डा. कृष्ण कुमार ने कहा कि सरकार बागवानी फसलो को बढ़ावा देनेे के लिए अनेक लाभकारी योजनाएं चला रही है।
किसानों को बागवानी फसलो की बिजाई करने, बाग लगाने व बागवानी से संबंधित कृषि उपकरण खरीदने पर सरकार की ओर से सब्सीड़ी भी दी जा रही है। जिसका फायदा किसान ले सकते है।
इस अवसर पर डा. सतीश कुमार, डा. सुरेंद्र, कपिल सिंगला, सरदूल सतगौली, डा. जरनैल पंजेटा, बलवंत सिंह, प्रगतिशील किसान धर्मबीर कांबोज, संजू गुंदियाना, संदीप टोपरा, रामचंद्र सैनी, विक्रम फतेहगढ़, सुभाष कांबोज, रजनीश कांबोज, सुधीर गिल, राजीव धीमान, बलविंद्र ठसका, जितेंद्र ठसका, राजेश रत्तनगढ़ व विनोद राणा इत्यादि मौजूद रहे।
टी शर्ट लेने के लिए उमड़ पड़े किसान
कृषि मेले के दौरान उस समय कृषि विभाग की ओर से लगाए गए स्टाल पर अफरा तफरी का माहौल बन गया जब विभाग की ओर से दी जा रही टी शर्ट के स्टाल पर टी शर्ट बांटनी बंद कर दी गई। जिससे किसान गुस्सा गए।
किसानों को गुस्सा होता देख तुरंत विभाग के कर्मचारियों ने मोर्चा संभाला और टी शर्ट बांटने का कार्य दोबारा से शुरू करवाया। जिससे स्टाल पर एकदम से किसानों की भीड उमड़ पड़ी।
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