15 दिन से ठंड ने कहर बरपाया हुआ है, मंगलवार को भी पूरा दिन कोहरा छाया रहा, सर्दी का सितम बरकरार, शीतलहर से कांपे लोग !
रादौर, डिजिटल डेक्स।। हरियाणा में मौसम बेरहम हो गया है. ठंड कम होने का नाम नहीं ले रही है. हालात ऐसे हैं कि पिछले 15 दिन से धूप नहीं खिली है. न्यूनतम और अधिकतम तापमान में भारी अंतर हो गया है।
पिछले करीब 15 दिनों से लगातार बढ़ रही मौसम में ठंडक अभी भी कम होने का नाम नहीं ले रही है। लोहड़ी व मकर संक्राति के बाद जहां लोगों को ठंड के कम होने का अनुमान लग रहा था लेकिन अभी ऐसा कुछ होता दिखाई नहीं दिया।
कोहरा कम हो जाएगा तो सूर्य की रोशनी धरती पर पूरी तरह से आने लगेगी, इससे धरती के सतह का तापमान भी बढ़ जाएगा, जिससे लोगों को ठंड कम महसूस होगी, उधर, कृषि विशेषज्ञ के अनुसार लगातार कई दिनों तक कोहरे के जमने से गेहूं, सरसों व सब्जियों की फसलों के साथ आम के बागों को नुकसान की संभावना रहती है,
मंगलवार को भी दिन की शुरूआत धुंध से हुई और ओस की बूंदे पेड़ो से टपकती दिखाई दी। सुबह के समय घना कोहरा होने से वाहन चालको को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा।
वाहन रेंगते देखे गए और चालको को लाइट जगाकर यात्रा करनी पड़ी। हालांकि दोपहर बाद धूप खिलने से लोगों ने कुछ राहत की सांस ली।
मौसम विशेषज्ञों की माने तो आगामी दिनों में अब तापमान की गिरावट में कमी आ सकती है और मौसम परिवर्तन शील होना शुरू होगा।
मौसम विशेषज्ञ डा. अजीत सिंह ने बताया कि बुधवार से मौसम के परिवर्तनशील होने की शुरूआत हो जाएगी। अधिकतम तापमान 10 से 11 डिग्री सेंटीग्रेड रहने की संभावना है।
मौसम शुष्क और साफ रहेगा। लेकिन सुबह के समय धुंध का सामना करना पड़ सकता है। किसान इस मौसम को ध्यान में रखते हुए फसलो की सिंचाई व स्प्रे इत्यादि कर सकते है।
सिंचाई के साथ गेहूं की फसल में यूरिया खाद की दूसरी खुराक भी किसान डाल सकते है। बदलते मौसम में फसलों में पीले रतूए की संभावना से भी इंकार नहीं किया जा सकता।
इसलिए किसानों को इस पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है। अगर इस प्रकार की स्थिति होती है तो वह कृषि विशेषज्ञों की सलाह से दवाई का छिडकाव कर सकते है।
बदलते मौसम में पशुपालको को भी पशुओं पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है। रात्रि के समय किसानो के लिए सूखे बिछावन की व्यवस्था करने की जरूरत है। ताकि वह ठंड से बचे रहे।