लोकसभा चुनावो को लेकर पुलिस सख्त
यमुनानगर DIGITAL DESK || पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि 25 मई को हरियाणा में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर जिला पुलिस पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है। इसी कड़ी में शुक्रवार को सुबह 09:30 बजे से लेकर दोपहर 12:00 बजे तक जिला पुलिस द्वारा लोक सभा चुनावो के दृष्टिगत सीलिंग प्लान के तहत नाकाबंदी करके वाहनों की जांच की गई। सीलिंग प्लान के तहत जिला में विभिन्न स्थानों पर विशेष नाकाबंदी करके वाहनों की गहनता से जांच की गई। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शराब तस्करी व अन्य अपराधी गतिविधियों पर अंकुश लगाने के लिए जिला पुलिस द्वारा सीलिंग प्लान की गई।
सीलिंग प्लान के अनुसार जिला में विभिन्न स्थानों पर नाकाबंदी कर जांच की व्यवस्था की गई थी। जिला पुलिस में तैनात अधिकतम पुलिसकर्मियों को नाका ड्यूटी पर लगाया गया था। नाकाबंदी के दौरान पुलिस विभाग के ज्यादातर वाहन सड़कों पर रहे। इन चेकिंग पार्टियों ने टू व्हीलर, फोर व्हीलर, हल्के वाहन व भारी वाहनों की गहनता से जांच की गई। जिला पुलिस द्वारा जहां जिले के अंदर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं वहीं जिला के साथ लगती अन्य राज्यों की सीमा पर भी पुलिस ने पूरी तरह से चौकसी बढ़ा दी है। जिला में प्रवेश करने वाले प्रत्येक व्यक्ति व वाहन को बारीकी से चेक किया जा रहा है तथा संदिग्ध किस्म के लोगों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
पुलिस अधीक्षक ने जिला के सभी पुलिस अधिकारियों व थाना प्रभारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि लोकसभा चुनाव को लेकर पूरी चौकसी व सतर्कता बरती जाए और किसी भी सूरत में अवैध हथियार व नशीले पदार्थों की तस्करी ना होने पाए। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि किसी भी चुनाव को शांतिपूर्ण एवं सुरक्षित ढंग से संपन्न करवाना पुलिस प्रशासन की पहली प्राथमिकता होती है इसलिए सभी नाको पर तैनात पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को यह स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि अपनी ड्यूटी के दौरान आम आदमी के साथ मैत्रीपूर्ण व्यवहार किया जाए तथा संदिग्ध किस्म के लोगों व वाहनों पर कड़ी नजर रखी जाए।
पुलिस अधीक्षक ने जिला के सभी पुलिस अधिकारियों व थाना प्रभारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि लोकसभा चुनाव को लेकर पूरी चौकसी व सतर्कता बरती जाए और किसी भी सूरत में अवैध हथियार व नशीले पदार्थों की तस्करी ना होने पाए। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि किसी भी चुनाव को शांतिपूर्ण एवं सुरक्षित ढंग से संपन्न करवाना पुलिस प्रशासन की पहली प्राथमिकता होती है इसलिए सभी नाको पर तैनात पुलिस अधिकारियों व कर्मचारियों को यह स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि अपनी ड्यूटी के दौरान आम आदमी के साथ मैत्रीपूर्ण व्यवहार किया जाए तथा संदिग्ध किस्म के लोगों व वाहनों पर कड़ी नजर रखी जाए।