गलतफहमी में न रहे अधिकारी, प्राथमिकता के आधार पर करें कार्यजिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में कुल 18 परिवाद आए, 13 परिवादों का मौके पर किया निपटान, 5 रखे पैंडिंग
यमुनानगर DIGITAL DESK|| मंत्री जी, मै बहुत परेशान हूं, घरवाला शराब पीकर मुझे पीटता है, मेरी छोटी सी बेटी है अब मायके में रह रही हूं, मायके वाले बहुत गरीब है गुजारा नहीं चलता, कुछ ससुराल पक्ष से मिल जाए, इसके लिए कई महीनों से कोशिश कर रही हूं, पति के नाम कुछ पैतृक जमीन है उसका हिस्सा मिल जाए इसके लिए इंतकाल करवाना चाहती थी,
छछरौली के पटवारी ने गरीब पिता से रिश्वत के रूप में इंतकाल के नाम पर करीब 2000 रुपये भी ले लिए परंतु इंतकाल करने में काफी चक्कर कटवाए। महिला की बात सुनकर जहां जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में उपस्थित अधिकारीगण, समिति के सदस्यगण ही नहीं परिवहन मंत्री आसीम गोयल भी मजबूर महिला की दास्तान सुनकर दंग रह गए।
उन्होंने पटवारी की हरकत को देखते हुए तुरंत डीसी कैप्टन मनोज कुमार को दोषी पटवारी को सस्पेंड करने के निर्देश दिए वहीं संबंधित तहसीलदार की जांच करके रिपोर्ट प्रस्तुत करने की बात मंत्री ने कही।
जिला सचिवालय के सभागार में वीरवार को जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में आए एक मुसिम्बल गांव की विवाहिता का। जैसे ही महिला ने अपनी बात रखी तो उनकी बात को जायज ठहराते हुए मंत्री ने ऐसे कर्मचारी के खिलाफ सख्त आदेश देने की बात कही और छछरौली के एसडीएम को कहा कि उनकी कोर्ट में यह मामला है, इसका तथ्य के आधार पर तुरंत निपटान करें ताकि पीड़ित को समय पर न्याय मिल सकें।
जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में 18 परिवाद रखे गए थे जिनमें से मंत्री ने 5 को लंबित रख दिया और 13 का निपटान कर दिया। बैठक में सुंदर नगर वासी जितेंद्र कुमार की शिकायत थी कि उनकी दुकान का बिजली का बिल काफी ज्यादा आ रहा है जिसके कारण उनका बिजली का कनेक्शन कट गया है।
कनेक्शन लेने गए तो देने से जवाब दे दिया, इस पर बिजली अधिकारी ने रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि सुरेन्द्र कुमार के नाम कनेक्शन था बिजली का बिल न भरने के कारण उसे काट दिया गया था।
अब विभाग द्वारा उनका बिल कर करके 52000 रह गया है जिसकी 3 किस्त बनाई गई है। इससे परिवादी संतुष्ट नजर आया।
जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में इस्माइलपुर रादौर वासी शेर सिंह ने परिवाद रखा है कि उनके खेतों के सामने पानी की निकासी के लिए पुलिया बनाई गई थी जिससे बरसाती पानी आसानी से निकल जाता था परंतु वहां पर एक व्यक्ति ने फैक्टरी बना दी है और बाउंड्री बना दी है जिसके कारण पुलिया की निकासी बंद हो गई है, पानी की निकासी न होने कारण उनके खेतों में पानी खड़ा हो जाता है जिसके कारण फसल बर्बाद हो जाएगी।
मंत्री ने संज्ञान लिया और पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह 2 महीनों में इस पुलिया का कोई समाधान ढूंढे। जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में बाडी माजरा के राजबीर सिंह ने परिवाद रखा कि उनके बेटे पिंटू की एक आंख खराब है जब वह मैडिकल बनवाने जाते है तो 30 प्रतिशत बनाया जाता है।
सीएमओ डॉ. मनजीत सिंह ने रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए कहा कि पिंटू की एक आंख बिल्कुल ठीक है और दूसरी आंख भी केवल 30 प्रतिशत ही खराब है तो इनका ज्यादा मैडिकल नहीं बन सकता। मंत्री ने उपायुक्त व सीएमओ को कहा कि यह गरीब व्यक्ति है, इससे व्यक्तिगत मिलकर इसकी सहायता की जाए।
उन्होंने बच्चे के माता -पिता से पूछा कि यदि उन्हें कोई डाक्टरी उपचार या पढ़ाई में कोई दिक्कत हो तो वह उसे पूरा करने के लिए तैयार है।
जिला कष्ट निवारण समिति की बैठक में गांव इशोपुर निवासी जनार्दन ने शिकायत की कि उनके खेतों के आस-पास फैक्टरी लगी है जिससे भारी मात्रा में कचरा निकलता है, जीना बेहाल हो गया है इसे बंद करवाया जाए।
प्रदूषण अधिकारी ने जांच रिपोर्ट में बताया कि फैक्ट्री मालिक को नोटिस दिया गया है जल्द ही इसके खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। एजेंडे के परिवाद सुनने के बाद मंत्री ने आम नागरिकों की समस्याएं सुनकर उनका हल किया।