By, Rahul Sahajwani
कार्यकर्ताओं ने कहा कि रंजीता मेहता ने पंचकूला में भारतीय जनता पार्टी की नींव को मजबूत करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी। लोकसभा चुनाव में उनकी जहां भी ड्यूटी लगाई गई वहां पर कठिन परिस्थितियों के बावजूद भारतीय जनता पार्टी ने अच्छी संख्या में वोट प्राप्त किया और लीड हासिल की।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने विश्व में अपना बहुत बड़ा नाम बनाया है और नरेंद्र मोदी विश्व के नेता बनकर उभरे हैं। उन्होंने कार्यकर्ताओं से कहा कि संघर्ष का समय लंबा हो सकता है, लेकिन सफलता अवश्य मिलती है। हम संघर्ष करते रहेंगे और आने वाले समय में हमें अवश्य सफलता मिलेगी।
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को हमेशा उम्मीद रहती है कि उनके नेता को पार्टी टिकट देगी, जिस प्रकार लतिका शर्मा ने 10 साल मेहनत की, जनता के बीच रहीं, लेकिन अचानक उनकी टिकट काट दी गई, इसी प्रकार मेरे समर्थकों को भी उम्मीद थी कि मुझे भी टिकट मिलेगी, लेकिन नहीं मिली, जिससे कार्यकर्ता आहत हैं।
"हरियाणा भाजपा की पूर्व प्रवक्ता रंजीता मेहता की टिकट कितने के बाद कार्यकर्ता होंगे एकजुट"
पंचकूला के सेक्टर 7 स्थित उनके आवास पर आज शाम को उनके समर्थकों और कार्यकर्ताओं का लगेगा जमावड़ा.
आपको बता दे की पंचकूला सीट से महिला के तौर पर दावेदारी जाता रही थी रंजीता मेहता.
लेकिन भाजपा ने ज्ञानचंद गुप्ता को बतौर उम्मीदवार मैदान में उतारा.
अपनी नेता से मुलाकात करने पहुंचेंगे कार्यकर्ता और समर्थक.
रंजीता मेहता से आगामी दिशा निर्देश लेंगे.
टिकट न मिलने से कार्यकर्ताओं में है रोष.
पिछले 2 दिन से भाजपा के कार्यक्रमों में शामिल नहीं हो रही है रंजीता मेहता.
उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को हमेशा उम्मीद रहती है कि उनके नेता को पार्टी टिकट देगी, जिस प्रकार लतिका शर्मा ने 10 साल मेहनत की, जनता के बीच रहीं, लेकिन अचानक उनकी टिकट काट दी गई, इसी प्रकार मेरे समर्थकों को भी उम्मीद थी कि मुझे भी टिकट मिलेगी, लेकिन नहीं मिली, जिससे कार्यकर्ता आहत हैं।
उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपील की कि वह अपना धैर्य मत छोड़े। रंजीता मेहता ने कहा कि पार्टी को सब चीज भलीभांति पता है और कार्यकर्ताओं के सम्मान में पार्टी कभी कोई ठेस नहीं पहुंचाएगी।
रंजीता मेहता ने कहा कि पार्टी नेतृत्व ने जो भी निर्णय लिया है, उसका हमें सम्मान करना है। रंजीता मेहता ने सभी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन्हें पूरा मान-सम्मान दिया। आज भी कार्यकर्ता उनके साथ खड़े हैं।