By, Ran Singh Chauhan
बुजुर्ग मतदाताओं की एक बड़ी आबादी के साथ, 𝟏𝟎𝟎 वर्ष से अधिक आयु के कई लोग उत्साह के साथ चुनावी उत्सव में भाग लेते देखे गए। कुल 𝟏𝟎𝟑𝟏 उम्मीदवार चुनावी मैदान में हैं, जिनमें 𝟏𝟎𝟏 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। शाम 𝟕 बजे तक मतदान केंद्रों पर 𝟔𝟏.𝟏𝟗% मतदान दर्ज किया गया। 𝟐𝟎𝟐𝟒 के लोकसभा चुनावों में, हरियाणा में मतदान केंद्रों पर 𝟔𝟒.𝟖% मतदान दर्ज किया गया था।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और डॉ. सुखबीर सिंह संधू के साथ निर्वाचन सदन से मतदान प्रक्रिया पर कड़ी नजर रखी। आयोग के निर्देशानुसार, मतदान प्रक्रिया पर कड़ी और निरंतर निगरानी के लिए सभी मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था की गई थी। आयोग द्वारा फील्ड मॉनिटरिंग और निरंतर फीडबैक के लिए 𝟗𝟕 केंद्रीय पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया था।
प्रलोभन मुक्त चुनाव के लिए चुनाव आयोग के लगातार प्रयासों के चलते , चुनावों की घोषणा के बाद से हरियाणा में 𝟕𝟓.𝟕𝟐 करोड़ रुपये की जब्ती हुई है, 𝟐𝟎𝟏𝟗 में यह आंकड़ा 𝟏𝟗.𝟎𝟑 करोड़ रुपये था।
सभी जिलों में जब्ती की गई है जिसमें 𝟑𝟏.𝟓 करोड़ रुपये नकद, 𝟏𝟔.𝟔 करोड़ रुपये की शराब और 𝟏𝟏.𝟏𝟑 करोड़ रूपए के नशीले पदार्थ शामिल हैं। अंबाला (𝟏𝟏.𝟖𝟐 करोड़ रुपये), फरीदाबाद (𝟏𝟎.𝟎𝟕 करोड़ रुपये) और गुरुग्राम (𝟗.𝟗𝟒 करोड़ रुपये) जब्ती के साथ शीर्ष 𝟑 जिले रहे।
सख्त निगरानी के लिए 𝟏𝟐 विधानसभा को व्यय संवेदनशील के रूप में पहचाना गया था। निगरानी के लिए 𝟑𝟗𝟏 स्टेटिक सर्विलांस टीम (एसएसटी) और 𝟒𝟓𝟑 फ्लाइंग स्क्वॉड टीम (एफएसटी) तैनात की गईं। राज्य की सीमाओं पर 𝟏𝟑𝟑 चेकपॉइंट्स (नाकों) और राज्य के भीतर 𝟏𝟒𝟎 नाकों के माध्यम से भी सतर्कता बरती गई।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में पहली बार 𝟖𝟓 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं और दिव्यांग मतदाताओं के लिए घर से मतदान की सुविधा शुरू की गई। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई, साथ ही मतपत्र की पूरी गोपनीयता भी बरकरार रखी गई। 𝟐𝟒𝟔𝟖 दिव्यांग मतदाताओं और 𝟖𝟓 वर्ष से अधिक आयु के 𝟖𝟗𝟎𝟕 मतदाताओं ने घर से मतदान की सुविधा का लाभ उठाया।
उम्मीदवारों के लिए सुविधा ऐप ने विभिन्न प्रचार आवश्यकताओं जैसे मैदानों और मीटिंग हॉल की बुकिंग, रैलियों के लिए अनुमति, लाउडस्पीकरों के उपयोग आदि के लिए अनुमति प्राप्त करने की प्रक्रिया को डिजिटल बनाने से चुनाव प्रचार में क्रांतिकारी बदलाव आया है। विवेकाधिकार को हटाने पर जोर देते हुए, पहले आओ पहले पाओ के सिद्धांत पर सुविधा पोर्टल के माध्यम से 𝟖𝟑𝟎𝟎 से अधिक अनुमतियां दी गईं।
हरियाणा में चुनावों की घोषणा के बाद से, 𝟐𝟗,𝟎𝟎𝟎 से अधिक शिकायतें 𝐂𝐕𝐈𝐆𝐈𝐋 ऐप पर प्राप्त हुईं, जिनमें से शिकायत समाधान दर 𝟗𝟗% रही। सबसे अधिक शिकायतें फरीदाबाद में प्राप्त हुईं, उसके बाद सिरसा और रोहतक का स्थान रहा।
मतदान के अनुभव को सुखद और यादगार बनाने के लिए चुनाव आयोग की प्रतिबद्धता के तहत सभी मतदान केंद्रों पर पीने का पानी, बिजली, शौचालय, रैंप, फर्नीचर, पर्याप्त आश्रय, हेल्पडेस्क जैसी सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएं प्रदान की गईं। जरूरतमंद लोगों को व्हीलचेयर और सहायता प्रदान की गई।
हरियाणा विधानसभा चुनाव में पहली बार 𝟖𝟓 वर्ष से अधिक आयु के मतदाताओं और दिव्यांग मतदाताओं के लिए घर से मतदान की सुविधा शुरू की गई। पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए पूरी प्रक्रिया की वीडियोग्राफी की गई, साथ ही मतपत्र की पूरी गोपनीयता भी बरकरार रखी गई। 𝟐𝟒𝟔𝟖 दिव्यांग मतदाताओं और 𝟖𝟓 वर्ष से अधिक आयु के 𝟖𝟗𝟎𝟕 मतदाताओं ने घर से मतदान की सुविधा का लाभ उठाया।
उम्मीदवारों के लिए सुविधा ऐप ने विभिन्न प्रचार आवश्यकताओं जैसे मैदानों और मीटिंग हॉल की बुकिंग, रैलियों के लिए अनुमति, लाउडस्पीकरों के उपयोग आदि के लिए अनुमति प्राप्त करने की प्रक्रिया को डिजिटल बनाने से चुनाव प्रचार में क्रांतिकारी बदलाव आया है। विवेकाधिकार को हटाने पर जोर देते हुए, पहले आओ पहले पाओ के सिद्धांत पर सुविधा पोर्टल के माध्यम से 𝟖𝟑𝟎𝟎 से अधिक अनुमतियां दी गईं।
हरियाणा में चुनावों की घोषणा के बाद से, 𝟐𝟗,𝟎𝟎𝟎 से अधिक शिकायतें 𝐂𝐕𝐈𝐆𝐈𝐋 ऐप पर प्राप्त हुईं, जिनमें से शिकायत समाधान दर 𝟗𝟗% रही। सबसे अधिक शिकायतें फरीदाबाद में प्राप्त हुईं, उसके बाद सिरसा और रोहतक का स्थान रहा।
मतदान के अनुभव को सुखद और यादगार बनाने के लिए चुनाव आयोग की प्रतिबद्धता के तहत सभी मतदान केंद्रों पर पीने का पानी, बिजली, शौचालय, रैंप, फर्नीचर, पर्याप्त आश्रय, हेल्पडेस्क जैसी सुनिश्चित न्यूनतम सुविधाएं प्रदान की गईं। जरूरतमंद लोगों को व्हीलचेयर और सहायता प्रदान की गई।
युवा मतदाताओं को प्रोत्साहित करने के लिए 𝟏𝟏𝟒 मतदान केंद्रों का प्रबंधन युवाओं द्वारा किया गया। लैंगिक समावेशिता और सुगमता को बढ़ावा देने के तहत 𝟏𝟏𝟓 मतदान केंद्रों का प्रबंधन पूरी तरह से महिलाओं द्वारा किया गया जबकि 𝟖𝟕 का प्रबंधन।