विमुक्त घुमंतू जाति विकास बोर्ड के कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता
मुख्यमंत्री ने
अधिकारियों को निर्देश दिए कि केंद्र सरकार के निर्देशानुसार राज्य के प्रत्येक
जिले में विमुक्त घुमंतू जाति के लिए शिकायत समिति का गठन किया जाए। विमुक्त
घुमंतू जाति के छात्रों के सर्वांगीण विकास के लिए उन्हें रोजगार योग्य बनाने हेतु
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि ऐसे छात्रों को कौशल शिक्षा प्रदान
की जाए ताकि ऐसे छात्र उद्यमशील बन सकें और इससे आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना भी
सही मायनों में साकार हो सके।
मुख्यमंत्री ने विमुक्त घुमंतू जाति के लोगों से भी आग्रह किया है कि वे परिवार पहचान पत्र (पीपीपी) के लिए पंजीकरण करवाएं ताकि राज्य सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार के दिए जाने वाले लाभ उन्हें तुरंत और आसानी से प्राप्त हो सकें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि जहां विमुक्त घुमंतू जाति के लोग रहते हैं, उस क्षेत्र में जिला प्रशासन की ओर से विशेष जनता दरबार तथा कैंप लगाए जाएं, जिनमें ऐसे सभी लोगों के आधार कार्ड बनवाए जाएं और इन्ही कैंपों में परिवार पहचान पत्र का पंजीकरण कार्य भी किया जाए।
बैठक में निर्णय
लिया गया कि सभी जिलों में पहले से गठित जिला कष्ट निवारण समितियों में विमुक्त
घुमंतू जाति के प्रतिनिधि को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा, यह भी निर्णय लिया गया कि मनोहर ज्योति
योजना के तहत सौर ऊर्जा के लिए आवेदन करने वाले विमुक्त घुमंतू जाति के लोगों को 90 प्रतिशत अनुदान प्रदान किया जाएगा।