अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने की सिफारिश की
ब्यूरो के एक
प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि तीन जांचों में ब्यूरो ने 5 राजपत्रित अधिकारियों व 2 अराजपत्रित अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने
की सिफारिश की है तथा एक प्राइवेट व्यक्ति से 2,34,398 रुपये की राशि वसूलने की सिफारिश की है। इसके अलावा,
चौथी जांच में, एक अराजपत्रित अधिकारी के विरुद्ध आपराधिक
मामला दर्ज करने और एक राजपत्रित अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने
की सिफारिश
की है।
प्रवक्ता ने बताया कि ब्यूरो द्वारा दो विशेष चेकिंग व तकनीकी रिपोर्ट सरकार को भेजी गई, जिनमें ब्यूरो ने 3 राजपत्रित अधिकारी व 2 राजपत्रित अधिकारियों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करने की सिफारिश की है। साथ ही संबंधित ठेकेदार से 1,02, 600 रुपए की राशि वसूलने की भी सिफारिश की गई है।
उन्होंने बताया
कि इस अवधि के दौरान 8 अधिकारियों व
कर्मचारियों को 500 से 80,000 रुपए तक की रिश्वत लेते हुए रंगे-हाथों गिरफ्तार कर उनके विरुद्ध भ्रष्टाचार रोकथाम अधिनियम
के तहत मामला दर्ज किए हैं।
इनमें जिला पलवल
में तैनात सहायक उपनिरीक्षक मोहम्मद इकबाल और थाना मुंडकती जिला पलवल के मुख्य
सिपाही धर्मेंद्र को 80,000 रुपए, हरियाणा राज्य कृषि विपणन बोर्ड, मंडी आदमपुर, जिला हिसार के
सहायक सचिव संजीव कुमार बत्रा को 500 रुपए,
गांव जोरासी तहसील तावडू जिला नूंह के वीएलडीए खुर्शिद
कुमार और न्यू इंडिया इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड के एजेंट तरुण कुमार को 2,300 रुपए, जिला करनाल के चकबंदी पटवारी परमजीत को 5,000 रुपए तथा वक्फ बोर्ड, रोहतक के संपदा अधिकारी अलोकपथ व रेंट कलेक्टर नसिर को 50,000 रुपए रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया है।