डिप्टी स्पीकर ने संत नामदेव भवन की आधारशिला रखी
आदमपुर में आयोजित संत नामदेव जंयती एवं प्रतिभा सम्मान समारोह में बतौर मुख्यातिथि उपस्थित जनसमूह को संबोधित कर रहे थे। समारोह की अध्यक्षता हरियाणा पिछड़ा वर्ग आयोग के पूर्व चेयरमैन सतबीर वर्मा ने की। इस अवसर पर उन्होंने संत नामदेव भवन की आधारशिला रखी और इसके निर्माण के लिए अपने ऐच्छिक कोष से 21 लाख रुपये देने की भी घोषणा की।
उन्होंने कहा कि यह भवन शीघ्र ही बनकर तैयार हो जाएगा, जो सर्व समाज के लोगों के काम आएगा। कार्यक्रम के दौरान डिप्टी स्पीकर ने वर्ष 2020 के दौरान 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने वाले 10वीं और 12वीं के छात्र-छात्राओं तथा खेलकूद व अन्य क्षेत्रों में जिला स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले युवाओं को सम्मानित किया। उन्होंने बच्चों को सम्मानित करते हुए कहा कि वे अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करें और अपनी पढ़ाई पर विशेष ध्यान दें।
अपने संबोधिन में डिप्टी स्पीकर ने कहा कि संत नामदेव ने हम सभी को मानवता की सेवा करने की शिक्षा दी है और यह बताया है कि कोई भी जाति व धर्म से छोटा-बड़ा नहीं होता। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ऐसे महापुरूषों के दिखाए रास्ते पर चलते हुए निरंतर आगे बढ़ रही है। प्रदेश में पंचायती राज चुनावों में पिछड़ा वर्ग का प्रतिनिधित्व न के बराबर था। वर्तमान सरकार ने बीसी-ए श्रेणी को 8 प्रतिशत आरक्षण देकर इस वर्ग का मान सम्मान बढ़ाया है।
उन्होंने कहा कि मुझे हमेशा ही नामदेव समाज का सहयोग और समर्थन मिला है। डिप्टी स्पीकर ने कहा कि आज का दिन संविधान निर्माता डॉ. भीम राव अंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस भी है। बाबा साहेब को शत-शत नमन करते हुए डिप्टी स्पीकर ने कहा कि उन द्वारा दी गई शिक्षाओं को ग्रहण करके वंचित वर्ग ऊंचे से ऊंचे मुकाम को हासिल कर सकता है। समारोह के दौरान गुरू ग्रंथी सरदार जोगा सिंह ने संत नाम देव के जीवन और उनकी शिक्षाओं पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाला।
इस अवसर पर मार्केट कमेटी के प्रधान सतबीर डुडी, संत नामदेव छिम्पी समाज सेवा समिति के प्रधान गोलू राम, नामदेव चैरिटेबल ट्रस्ट सभा हिसार के प्रधान प्रेम सुबेदार, जिला पार्षद राजेश बगला व हंसराज जाजूदा, गांव के सरपंच अत्तर सिंह ज्याणी, आदमपुर मंडी के सरपंच सरदार प्रीतम सिंह, रणजीत प्रजापति, ब्लॉक समिति की सदस्य सरोज बाला, कृष्णा सांखला, गुलशन ऐलावादी, विनोद खन्ना, देवेंद्र, रेनू सांखला, श्रवण, हनुमान राठौर, मुकेश, रामकिशन, राजाराम पंवार, अशोक भोडिया, ईश्वर रोहिल्ला, महेंद्र भादू, सतभाम्बू, सत्यवान किरोड़ी एवं मोती लाल आदि उपस्थित रहे।