कृषि बाजार खुलने से रोजाना लगभग 225 करोड
के कृषि उत्पादों की बर्बादी रुकेगी
City life Haryana | चंडीगढ़ : केंद्रीय जल शक्ति एवं सामाजिक न्याय व अधिकारिता राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया ने चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा की कृषि बाजार खुलने से रोजाना लगभग 225 करोड के कृषि उत्पादों की बर्बादी रुकेगी। कृषि उत्पादों का भंडारण तंत्र मजबूत होगा।
देश के कैबिनेट कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के साथ तीन कृषि कानूनों के समर्थन में अनेक बार बातचीत हुई है। इस पर बोलते हुए केंद्रीय राज्य मंत्री ने कहा भारत में फसल कटाई और उसके बाद माल ढुलाई, स्टोरेज और उचित भंडारण के अभाव में हर रोज लगभग 225 करोड रुपए की कृषि उत्पाद बर्बाद हो जाते हैं।
देश में यह तीन कृषि कानूनों के लागू होने से सप्लाई चैन बेहतर होगी। भंडारण व्यवस्था तथा बेहतरीन ट्रांसपोर्ट से किसानों के इस नुकसान को काफी हद तक रोका जा सकता है। इस बार भाजपा की नरेंद्र मोदी सरकार ने लगभग 100000 करोड रुपए एग्री इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के लिए दिए हैं। उन्होंने कहा कि निजी कंपनियों पर स्टोरेज के सीमा हटने से किसानों को अपनी फसल बेचने का लाभ मिलेगा तथा जिस दिन किसान अपनी फसल की कटाई करता है, उसे उसी दिन ही भेज पाएगा चाहे बिक्री रेट कुछ भी हो, लेकिन अगर किसानों को स्टोर करने की सुविधा मिलेगी तो वह अपनी फसल को अपने हिसाब व जरूरत के अनुसार बीच पाएगा।
केंद्रीय राज्य मंत्री कटारिया ने कहा कि यदि नई तकनीक किसानों तक पहुंचेगी तो फसल उत्पाद की बुवाई भी आसान होगी। उन्होंने कहा कि केंद्र की सरकार लगातार एसपी के दामों में वृद्धि कर रही है और हाल ही में केंद्र मोदी सरकार ने गेहूं के एमएसपी में भारी वृद्धि करके किसानों को लाभ पहुंचाया है। उन्होंने कहा कि एमएसपी जारी है और आगे भी जारी रहेगी।