महिलाओ को चैक वितरित करती प्रबंधक
इस अवसर पर मिशन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नवीन आहुजा ने बताया कि जिस गांव में सभी समूह 6 माह पुराने हो जाते है उसे गांव में एक महिला ग्राम संगठन बनाया जाता है। जिसके बाद उन्हें हरियाणा सरकार की ओर से सीआईएफ फंड उपलब्ध करवाया जाता है। ताकि समूह से जुड़ी महिलाए अपनी स्वयं की आवश्यकताओ को पूरा कर सके और स्वयं का रोजगार स्थापित कर सके। उन्होंने कहा कि आजीविका मिशन महिलाओ के लिए वरदान साबित हो रहा है। इस मिशन से जुडक़र महिलाए स्वयं का रोजगार स्थापित कर पा रही है।
जिससे वह न केवल आत्मनिर्भर बन रही है बल्कि अपने परिवार की मदद
भी कर रही है। कुछ महिलाएं तो ऐसी है जो कि अपने व्यवसाय से दूसरो को भी रोजगार दे
रही है। खंड प्रबंधक राजकुमारी ने बताया कि जल्द ही जठलाना क्षेत्र में महिलाओ के
लिए नाबार्ड की ओर से प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया जाने की योजना है। जिसके
तहत महिलाओ को सिलाई कढाई का प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनने में मदद की
जाएगी। उनका लक्ष्य है कि इस योजना के तहत करीब 9० महिलाओ को प्रशिक्षण दिलवाया जाए। मौके
पर विजय कांबोज, रीना जठलाना, रीतू जठलाना, पूजा देवी इत्यादि मौजूद थे।