क्षमता संवर्धन प्रशिक्षण शिविर का हुआ आयोजन, जल सरंक्षण की दिलवाई गई शपथ
इस अवसर पर अपने संबोधन में रजनी गोयल ने कहा कि जीवन की मूलभूत आवश्यकता जल है। जल नहीं तो जीवन नहीं। मानव विकास के लिए पेयजल की सुनिश्चित उपलब्धता बहुत महत्वपूर्ण होती है। इसलिए हमारे लिए जल का सदुपयोग करना बेहद जरूरी है। इसका दुरूपयोग करने से हमें भयंकर परिणाम भुगतने पड़ सकते है। उन्होंने कहा कि जल एवं सीवरेज समिति में 50 प्रतिशत महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित की गई है। जल का सीधा संबंध महिलाओं से ज्यादा है क्योंकि महिलाएं घर का सभी कार्य करती है और वे पानी का रखरखाव अच्छे से समझती है।
उन्होंने बताया कि कमेटी का मुख्य कार्य स्वास्थ्य और स्वच्छता, जल संसाधन प्रबंधन सहित जल आपूर्ति और सीवरेज के सभी पहलुओं पर ग्राम समुदाय की जानकारी का सर्जन करना, जागरूकता और शिक्षा का प्रचार प्रसार करना शामिल है। उन्होंने कहा कि जल एवं सीवरेज समिति यह सुनिश्चित करेगी कि गांव में सभी को उसकी गतिविधियों का लाभ मिले। इस अवसर पर सभी को प्रोजेक्टर के माध्यम से जल संरक्षण पर फिल्म भी दिखाई गई और जल संरक्षण संबंधी पंपलेट, पोस्टर और पानी को जांचने के लिए फील्ड टेस्टिंग किट वितरित की गई। कार्यक्रम में रिसोर्स पर्सन लखविंद्र सिंह ने जल एवं समिति के कार्य के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मौके पर बीआरसी अशोक कुमार व राजवीर सिंह मौजूद रहे।