प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला व आरएसएस
प्रमुख मोहन भागवत ने भेजा लिखित शोक संदेश
REPORT BY : RAHUL SAHAJWANI
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : महान स्वतंत्रता सेनानी एवं पदम भूषण स्वर्गीय दर्शन लाल जैन की शोक सभा को प्ररेणा सभा के रूप में सरस्वती विद्या मंदिर जगाधरी में आयोजित किया गया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और आरएसएस प्रमुख ने लिखित संदेश भेजकर दर्शन लाल जैन के निधन पर शोक व्यक्त किया और परिजनों को सांत्वना दी। प्ररेणा सभा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल, केन्द्रीय जल शक्ति एवं सामाजिक न्याय अधिकारिता राज्यमंत्री रत्तन लाल कटारिया, विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता, गृह, स्वास्थ्य एवं स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज, विद्युत मंत्री रणजीत सिंह, शिक्षा, वन एवं पर्यटन मंत्री कंवरपाल सहित बड़ी संख्या में राजनैतिक, सामाजिक और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों व शहर वासियों ने श्रद्घासुमन अर्पित किए। इस मौके पर एक डाक्यूमैंट्री के माध्यम से स्वर्गीय दर्शन लाल जैन के जीवन मूल्यों और समाज सेवा में दिए गए योगदान से अवगत करवाया गया।
मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने प्ररेणा सभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि स्वर्गीय दर्शन लाल जैन सामान्य व्यक्ति नहीं थे बल्कि उन्होंने महा मानव के रूप में समाज सेवा को अपना पूरा जीवन समर्पित किया हुआ था। उन्होंने कहा कि वर्ष 1979 से वे दर्शन लाल जैन से परिचित थे और रोहतक व यमुनानगर में संघ प्रचारक के तौर पर कार्य करते हुए उन्हें अनेकों बार दर्शन लाल जैन से मिलने और उनके व्यक्तित्व को नजदीक से समझने का अवसर मिला। उन्होंने कहा कि संघ का कार्य करते समय आने वाली बाधाओं व शंकाओं के निवारण में उन्होंने सदैव एक अभिभावक के तौर पर मार्ग दर्शन किया। उन्होंने कहा कि उनकी सोच को धरातल पर लागू करने का संकल्प लेते हुए सरस्वती नदी को धरातल पर पुर्नजीवित करने के प्रयास किए जा रहे हैं। इसके अलावा लोहगढ़ में बाबा बंदा सिंह बहादुर और पानीपत में शहीदी स्मारक जैसे विचारों को भी पूरा करने का संकल्प लिया है। उन्होंने कहा कि दर्शन लाल जैन के विचारों और सोच को कार्य रूप देकर ही ऐसे महान व्यक्तिव को ही सच्ची श्रद्घांजलि दी जा सकती है।
मुख्यमंत्री ने भावुक होते हुए दर्शन लाल जैन के जीवन की विभिन्न घटनाओं को स्मरण किया और कहा कि स्वर्गवास से तीन दिन पहले ही उन्होंने दूरभाष पर किसी महत्वपूर्ण परियोजना को लेकर चिंता जाहिर की थी। वे 94 वर्ष की आयु होने के बावजूद अंतिम सांस तक समाज सेवा के लिए समर्पित रहे। उन्होंने सभी संघ कार्यकर्ताओं को भी आवहान किया कि वे आज की प्ररेणा सभा में स्वर्गीय दर्शन लाल जैन के जीवन दर्शन और विचारों से प्ररेणा लेकर व्यक्ति हितों की बजाय सामाजिक हितों को आगे बढ़ाने का संकल्प लें।