पूछताछ के अनुसार 11 हत्या, 12 हत्या के प्रयास, दर्जनों अभियोगों में फिरौती मांगने वह जान से मारने की धमकी देने और जघन्य धाराओं के दर्जनों अभियोग दर्ज हैं. जिनमें से दो अभियोगों उदघोषित में माननीय अदालत से सजायता घोषित है और करीब 20 अन्य अभियोगों में गिरफ्तारी बकाया है.
हरियाणा पुलिस के प्रवक्ता ने आज यहां
जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा सहित कई राज्यों की पुलिस को सूबे गुर्जर की
तलाश थी। गुरुग्राम जिले के बडग़ुज्जर निवासी गैंगस्टर जो हरियाणा और पड़ोसी
राज्यों की पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ था, वर्ष 2004-05 से ही एक कुख्यात
अपराधी रहा है। यह मुख्य रूप से कौशल गैंग के साथ मिलकर अपराधों को अंजाम देता रहा
तथा कौशल के पकड़े जाने के बाद यह गैंग की कमान सम्भाल रहा था।
जिस प्रकार प्रारंभिक पूछताछ के अनुसार 11 हत्या, 12 हत्या के प्रयास, दर्जनों अभियोगों में फिरौती मांगने वह जान से मारने की धमकी देने और जघन्य धाराओं के दर्जनों अभियोग दर्ज हैं। जिनमें से दो अभियोगों उदघोषित में माननीय अदालत से सजायता घोषित है और करीब 20 अन्य अभियोगों में गिरफ्तारी बकाया है।
-इनामी गैंगस्टर सूबे गुर्जर के अपराध..
- सुबे गुर्जर
अपराध की दुनिया में सन 2004-2005 में कदम रखा था। उस दौरान इसने कौशल पुत्र नंदकिशोर
वासी नाहरपुर रूपा के बड़े भाई सुरेंद्र उर्फ जीतू से दोस्ती थी, जो सुरेंद्र उर्फ
जीतू को छैलू निवासी नाहरपुर रूप ने अपने साथियों के साथ मिलकर मर्डर कर आया था।
- सुबे गुर्जर ने
कौशल व अमित डागर के साथ मिलकर सन 2006 में छेलू का मर्डर किया था। उसके छह महीने
बाद छेलू की पत्नी सुदेश का मर्डर करवा दिया, जो छेलू मर्डर में कौशल को उम्र कैद
की सजा हो गयी।
- वर्ष 2008 में
थाना डीएलएफ-2 गुरुग्राम इलाका में सुबे गुर्जर की पुलिस के साथ मुठभेड़ हुई थी,
जिसमें यह अदालत द्वारा सजायाफता है।
- वर्ष 2007 में
सुदेश पत्नी छेलू की हत्या के केस के जुर्म में सुबे गुर्जर को सजा हो चुकी है।
जिसमें यह माननीय उच्च न्यायालय से पैरोल पर आने के बाद से फरार चल रहा है।
- सन 2016 में
कौशल के पैरोल के दौरान कौशल व अमित डागर से मिलकर सुबे गुर्जर ने गुरुग्राम में
अवैध वसूली के लिए अपना गैंग बना लिया और सन 2016 में अक्टूबर - नवंबर के महीने
में महेश उर्फ अटैक निवासी झाडसा की हत्या करने के बाद सुबे गुर्जर कौशल, अमित डागर
व चांदराम के साथ सभी फरार हो गये।
- वर्ष 2017 में
गिरदावर निवासी तिहाड़ा थाना बावल, जिला रेवाड़ी की हत्या की थी, जिस पर थाना बाबल
में अभियोग दर्ज है।
- अक्टूबर 2008
सुबे गुर्जर में कौशल ने मिलकर अवैध वसूली के लिए पुष्पांजलि हॉस्पिटल रेवाड़ी में
अपने साथियों से गोलियां चलवाई थी। जो वारदात में प्रयोग किए गए हथियार भी सुबे
गुर्जर द्वारा उपलब्ध कराए गए थे। जिस संबंध में अभियोग संख्या 541/18 थाना मॉडल टाउन रेवाड़ी में दर्ज है।
- वर्ष 2018 में
पवन नंगली, सुमेर नंबरदार निवासी मानेसर, नौरंगपुर के नंबरदार के बेटे की हत्या,
अरुण निवासी नगली रणमुख की हत्या, थाना कसौला में डबल मर्डर, संजय सरपंच निवासी
ततारपुर की हत्या की थी।
- नौरंगपुर के नंबरदार की हत्या का बदला लेने के लिए सुबे
गुर्जर ने वर्ष 2018 में विकास बिठवाणिया की हत्या की थी।
- वर्ष 2020
में ग्रेटर नोएडा की सुपर टैक कंपनी के मैनेजर
से 25 लाख् रूपये की फिरौती मांगी
थी।
- वर्ष 2020 में
वीर सिंह वासी मुंडनवास रेवाड़ी से फिरौती मांगी और उस पर गोलियां भी चलवाई जिस
संबंध में थाना मॉडल टाउन रेवाड़ी में अभियोग दर्ज है।
- वर्ष 2020
में रेवाड़ी के कारोबारी से 20 लाख् रूपये की फिरौती मांगी थी, जिस के संबंध में थाना मॉडल टाउन रेवाड़ी में अभियोग दर्ज
हैं।
- मार्च 2021 में नामी कंपनी के मैनेजर से फिरौती मांगी व दहशत फैलाने के लिए मैनेजर पर गोलियां चलवाई, जिस के संबंध में थाना पालम विहार गुरुग्राम में अभियोग दर्ज है।
- उपरोक्त के अलावा सुबे गुर्जर ने गुरुग्राम व मानेसर इलाके में कई बड़ी स्टील हाउस, शराब ठेकेदार, बिल्डरों, शोरूम मालिकों व अन्य दर्जनों व्यापारियों/बड़े-बड़े कारोबारियों से हथियारों के बल से फिरौती की मांग की है। और फिरौती न देने की एवज में उनकी हत्या या हत्या का प्रयास किया गया। जिस के संबंध में और अधिक जानकारी एकत्रित की जा रही है।
- सुबे गुर्जर अब
तक दर्जनों कारोबारियों से करोड़ों रुपए के अवैध वसूली कर चुका है।
- रेवाड़ी का डबल
मर्डर, राजस्थान में टिल्लु जाट का मर्डर व अननी निवासी सोहना की हत्या सुबे
गुर्जर द्वारा करवाई गई।
- सुबे गुर्जर ने
फरारी के दौरान अपनी पहचान छुपाने के लिए फर्जी पहचान पत्र किसी अन्य नाम से
बनवाया था। जो फरारी के दौरान सुबे गुर्जर ने इसी फर्जी पहचान पत्र का प्रयोग करके
अलवर, दौषा व भरतपुर, राजस्थान व चेन्नई में रहकर अपनी फरारी काटी है। जो फरारी के
दौरान इतने अवैध वसूली हत्या व हत्या के प्रयास की दर्जनों वारदातें की है।
पकड़े गए कुख्यात
इनामी गैंगस्टर सुबे गुर्जर ने वारदातों को अंजाम देने के लिए लोकल स्तर पर गुर्गें
तैयार कर रखे हैं। जिनका वह अन्य राज्यों व
देशों से नेतृत्व करता था। दिल्ली एनसीआर से बाहर रहकर गुर्गें को के माध्यम से ही
व फिरौती मांगने, फिरौती से प्राप्त होने वाली रकम हासिल करने व पैसा लेकर मर्डर
करवाने जैसे काम करता था। और फिरौती नहीं देने वालों की हत्या व हत्या का प्रयास
कर आता था। जिसका मुख्य उद्देश्य व्यापारियों/कारोबारियों में दहशत फैलाकर ज्यादा
से ज्यादा पैसे वसूल ना व आमजन में डर का माहौल पैदा करना था।