पिता ने किसानों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी लेकिन राकेश टिकैत उस मुहिम से पथभ्रष्ट होकर कार्य कर रहे है, बार - बार जनप्रतिनिधियों पर हो रहे हमलें लोकतंत्र का गला घोटनें का प्रयास है.
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MP Nayab Saini |
उनके पिता ने किसानों के अधिकारों की लड़ाई लड़ी लेकिन राकेश टिकैत उस मुहिम से पथभ्रष्ट होकर कार्य कर रहे है। बार बार जनप्रतिनिधियों पर हो रहे हमलें लोकतंत्र का गला घोटनें का प्रयास है। जिसमें विपक्षी दल कांग्रेस व उसके नेता अपनी अहम भूमिका निभा रहे है, जो कि काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। लेकिन किसानों का रूप लेकर कुछ लोग इस अधिकार का गलत फायदा उठा रहे है। जनप्रतिनिधियों को भी लोकतंत्र ने जनता के बीच जाने का अधिकार दिया है। अगर किसी को किसी बात से समस्या है तो इसके लिए वह शांतिपूर्ण तरीके से अपनी बात रख सकता है। बार बार माहौल खराब करना उचित नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किसानों के हित में ऐतिहासिक फैसला लिया है। जिस पर कई बार चर्चा भी हुई। लेकिन विपक्षी दलों को जब इसमें अपनी भूमिका अदा करनी चाहिएं थी तब उन्होंने ऐसा नहीं किया। लेकिन अब अपनी राजनीति चमकाने के लिए राहुल गांधी व रणदीप सुर्जेवाला जैसे झूठे नेता जनता व किसानों को बरगलाने का कार्य कर रहे है। झूठ की राजनीति से जनता का हित नहीं होता।
कृषि कानून पूरी तरह से किसानों के हक
में है। लेकिन फिर भी इस आंदोलन को भड़काने का कार्य कांग्रेस पार्टी कर रही है।
इस समय देश कोरोना संकट से पार पाने की ओर बढ़ रहा है। कांग्रेस नेताओं को चाहिएं
कि जब तक कोरोना संकट न टल जाएं तब तक वह शांति बनाएं रखे और जनता की सेवा करे।
लेकिन उन्हें तो केवल अपनी राजनीति चमकाने की चिंता है।
इस अवसर पर ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष कर्णदेव कांबोज, पूर्व विधायक ईश्वर
पलाका, धनपत सैनी, अजय सिंह चौहान, सुशील बत्तरा, विनोद सिंगला, मुकेश मक्की, विक्रम वाल्मिकी, राजकुमार शर्मा
इत्यादि उपस्थित थे।