District Forest Divisional Officer Ravindra Dhankhar : पंचायती भूमि पर लगाए जाएंगे 33500 पौधे, प्रत्येक नागरिक को लगाने चाहिए कम से कम 5 पौधे, समाज सेवी संस्थाओं को वन विभाग की तरफ से वितरित किए जाएंगे नि:शुल्क 1 लाख पौधे, जल शक्ति मिशन योजना के तहत गांव में रोपित किए जाएंगे 3 लाख 94 हजार पौधे,
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DFO, Ravindra Dhankhar |
वन मंडल अधिकारी रविन्द्र धनखड़ ने विशेष बातचीत करते हुए कहा कि वन विभाग का लक्ष्य तभी पूरा हो पाएगा जब प्रत्येक नागरिक पौधारोपण करने में अपना योगदान देगा तथा कम से कम प्रत्येक नागरिक 5 पौधों को रोपित करेगा। इन पौधों को रोपित करने के साथ-साथ पालन पोषण करने में भी प्रशासन का सहयोग देगा। इस जिले में उपायुक्त मुकुल कुमार के मार्गदर्शन में पौधा रोपण कार्यक्रम चलेगा।
- इस बकायदा योजना तैयार की गई है
इस योजना के तहत जिला में वन विभाग द्वारा विभिन्न स्थानों
पर लगभग 11.50 लाख पौधें रोपित करने का लक्ष्य
निर्धारित किया गया है। आमजन बरसात के मौसम में अधिक से अधिक पौधारोपण करें। विभाग
द्वारा सडक़ मार्गों, रेलवे लाईनों तथा रजवाहों/माईनरों के साथ
लगती खाली भूमि पर भी 84 हजार 450 पौधें लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके अतिरिक्त विभाग
द्वारा गांव की पंचायत भूमि के ऊपर 33 हजार 500 पौधें लगाने का
लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि
जिले में वन अच्छादित क्षेत्र बढ़ाने के लिए वन विभाग द्वारा फार्म फॉरेस्ट्री
स्कीम के तहत 4 लाख 400 पौधें लगाने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के तहत विभाग
द्वारा किसानों के अनुरोध पर उनके खेतों में नि:शुल्क क्लोनल सफेदा प्रजाति के
पौधे लगाए जाएगें। इसके अतिरिक्त जल शक्ति अभियान स्कीम के तहत जिले के विभिन्न
गांवों में पौधारोपण हेतू 3 लाख 94 हजार पौधें नि:शुल्क उपलब्ध करवाए जाएगे। पौधगिरी कार्यक्रम
के तहत स्कूलों, कॉलेजों एवं विश्वविद्यालयों में 78 हजार 78 विभिन्न प्रजातियों के पौधें नि:शुल्क वितरित किये जाएगे।
इसके अतिरिक्त जिले के विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं स्वयं सेवी संस्थाओं को 1 लाख नि:शुल्क पौधे वितरित करने का भी
लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि
कुरूक्षेत्र जिले का कुल भौगोलिक क्षेत्र 1.53 लाख हैक्टेयर है जबकि जिले का वन क्षेत्र 4517.55 हैक्टेयर है जोकि कुल वन क्षेत्र का 3 प्रतिशत है। हरियाणा वन नीति के अनुसार
जिले का कम-से-कम 20 प्रतिशत भू-भाग वन अच्छादित होना चाहिए, जिसके लिए आवश्यक है कि निजी तथा पंचायत
भूमि पर जन सहयोग से अधिक से अधिक पौधारोपण किया जाए तथा लगाए गए पौधों का रख-रखाव
सुनिश्चित किया जाए। बढ़ते प्रदुषण तथा बिगड़ते पर्यावरण संतुलन को नियत्रित करने
के लिए हर आम व खास नागरिक का परम कर्तव्य बनता है कि वह कम से कम 5 वृक्ष प्रति वर्ष पौधारोपण करें तथा उनका
रख-रखाव करें।