मुख्यमंत्री से मिलेंगे और नगरपालिका को जल्द से जल्द विकास कार्यों के लिए ग्रांट राशि देने की मांग करेंगे। नगर पालिका में चल रही कर्मचारियों की कमी को भी दूर करवाया जाएगा : नायब सिंह सैनी
न एम.ई न जेई, सचिव भी उधार का नगर पालिका रादौर में न तो एम.ई के पद पर किसी की तैनाती हुई है और जेई का पद भी लंबे समय से खाली पड़ा हुआ है। सचिव का पद भी उधार से चल रहा है। जिस पर इंद्री के सचिव मोहित सैनी को अतिरिक्त कार्यभार सौंपा गया है। वह हफ्ते में 𝟐 दिन यहां पर आते हैं। लेकिन अगर कोई मीटिंग आ जाए तो यह 𝟐 दिन भी सचिव की कुर्सी खाली ही रहती है। इसके अलावा सफाई निरीक्षक, बिल्डिग़ इस्पेक्टर व 𝟐 क्लर्क के पद खाली है। बॉक्स इनसे चल रहा कार्य नगरपालिका में 𝟏𝟒 पद है लेकिन इस समय केवल 𝟕 पदों पर ही कर्मचारी नियुक्त है। सचिव मोहित सैनी पर के पास बाद और का अतिरिक्त कार्यभार है वह 𝟐 दिन के लिए ही कार्यालय में आते हैं। इसके अलावा एक अकाऊंटेंट, 𝟐 क्लर्क, 𝟐 माली व 𝟐 पियन से कार्य चलाया जा रहा है। सीधे तौर पर बात की जाए तो विकास कार्य व जनता के अन्य कार्यों के लिए जिन कर्मचारियों की यहां पर जरूरत है उनमें से एक भी पद भरा हुआ नहीं है।
विकास कार्य व अन्य कार्य हो रहे है प्रभावित नपा में कर्मचारियो का टोटा होने से कार्य प्रभावित हो रहे है। फंड की कमी से पहले ही विकास कार्यो पर ब्रेक लगी हुई है। वही कर्मचारियों की कमी के कारण जनता के जरूरत के कार्य भी प्रभावित हो रहे हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जिन लोगों को ग्रांट राशि मिलनी हैं उन्हें महीनों से यह राशि नहीं मिल रही है। जबकि इसका कार्य पूरा हो चुका है।जरूरतमंद लोग कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन अधिकारियों की कमी के कारण उन्हें ग्रांट राशि उपलब्ध नहीं हो पा रही है।
पार्षदों में रोष नगरपालिका में कर्मचारियों व फंड की कमी को लेकर पार्षदों में काफी रोष देखा जा रहा है। पार्षद राजन पासी, देवेंद्र लक्की, भगवत दयाल कटारिया, स्मृति रानी व काशिमा राणा इत्यादि ने बताया कि पिछले करीब डेढ़ वर्ष से नगर पालिका के पास कोई फंड नहीं है। जिससे मूलभूत सुविधाओं के कार्य भी रुके हुए हैं। लेकिन अब स्थिति और अधिक गंभीर होती जा रही है। लोगों के जरूरत के कार्य भी पूरे नहीं हो रहे हैं। लोग काम करवाने के लिए नगरपालिका जाते हैं। लेकिन वहां कर्मचारी न मिलने से उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है। जिसको लेकर लोग पार्षदों के पास आते हैं। लेकिन वह भी उनकी कोई मदद नहीं कर पा रहे है। नगरपालिका की बिगड़ती स्थिति की ओर सरकार व प्रशासन को ध्यान दिए जाने की जरूरत है। अगर जल्दी इस ओर ध्यान नहीं दिया गया तो स्थिति और अधिक गंभीर हो सकती है।
चेयरपर्सन सुदेश रानी मेहता ने बताया कि कर्मचारियों की डिमांड व विकास कार्यों के लिए फंड की मांग कई बार विभाग के पास भेजी जा चुकी है। लेकिन अभी इसका कोई समाधान नहीं हो पाया है। इस समस्या के समाधान के लिए वह जल्द ही गृह मंत्री अनिल विज व कुरुक्षेत्र सांसद नायब सैनी से मिलेंगे और इस समस्या का समाधान करवाने की मांग करेंगे। सुदेश रानी मेहता, चेयरपर्सन
कुरुक्षेत्र सांसद नायब सिंह सैनी विश्वास दिलाया कि रादौर की इस समस्या को लेकर वह जल्द ही मुख्यमंत्री से मिलेंगे और नगरपालिका को जल्द से जल्द विकास कार्यों के लिए ग्रांट राशि देने की मांग करेंगे। नगर पालिका में चल रही कर्मचारियों की कमी को भी दूर करवाया जाएगा।