जिले में पशु चोर गिरोह सक्रिय
रादौर निवासी अनिल सैनी ने बताया कि
करीब ढाई बजे तक उनकी भैंसे अपने स्थान पर ही बंधी हुई थी। लेकिन सुबह करीब 4 बजे जब वह उठे तो
उन्होंने देखा कि उसकी व उसके भाई की एक एक भैंस वहां से गायब थी। उन्होंने आसपास
तलाश की लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं लगा। इन भैंसो को उन्होंने अभी कुछ ही दिन पहले
80-80 हजार में खरीदा था। जिससे उन्हें एक लाख 60 हजार रूपएं का
नुकसान हुआ है। वहीं दूसरी ओर टोपराकलां निवासी असगर अली ने बताया कि रात्रि के
समय उसकी भैंस पशु बाड़े में बंधी हुई थी। लेकिन सुबह जब वह उठे तो देखा कि भैंस
वहां से गायब थी। उसने तलाश की लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं लगा। जिसके बाद मामले की
सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने शिकायत पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।