प्रेम कहानी का दुखद अंत: पांच माह की गर्भवती पत्नी को गाड़ी से कुचलकर मरवा डाला, रेलवे पुलिस का एसआई गिरफ्तार
CITY LIFE HARYANA | यमुनानगर : फेसबुक से शुरू हुआ सफर फिर शादी और हत्या पर जाकर खत्म। रेलवे का सब इंस्पेक्टर पत्नी की हत्या में आरोप में गिरफ्तार। प्लानिंग कर पांच माह की गर्भवती पत्नी को मरवाया और पूरी घटना को ऐसे अंजाम दिया कि सबको सड़क हादसा लगे। लेकिन मृतका के परिजनों ने उसके पति पर शक जताया और फिर जब इस पूरे मामले की जांच सीआईए वन ने की तो सामने आया कि सब इंस्पेक्टर ने ही अपने चचेरे भाई और दो और लोगो के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची थी। जो अब बेनकाब हो गई। इस मामले में सब इंस्पेक्टर को सीआईए ने गिरफ्तार कर लिया है। अब इसे कोर्ट में पेश कर 7 दिन का पुलिस रिमांड मांगा गया। जिससे इस हत्या से जुड़े हर पहलू की जांच हो। एसपी कमलदीप गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस पूरे मामले की जानकारी दी।
किसी टीवी सीरियल और फिल्म जैसी है नजमा हत्याकांड की स्टोरी
कैसे सब इंस्पेक्टर ने रची पत्नी की मौत की साजिश और इस तरह घटना को अंजाम दिया कि सबको सड़क हादसा ही लगा लेकिन उस सड़क हादसे की पूरी स्क्रिप्ट नजमा के सब इंस्पेक्टर पति अफसर अली ने लिखी थी जो अब सबके सामने है। रेलवे प्रोटेक्शन सेफ्टी फाेर्स (आरपीएसएफ) नौवीं वाहिनी में एसआइ अफसर अली को अपनी 30 साल की पत्नी नजमा की हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। इसी साल 24 सितंबर को रेलवे अंडरपास के पास कार की टक्कर से लगने से नजमा की मौत हो गई थी। पहले पुलिस ने इस मामले में हादसे का केस दर्ज किया था। बाद में मृतका के परिजनों ने शक जताया था कि अफसर अली ने ही साजिश के तहत यह हत्या कराई है। जिस पर पुलिस ने हत्या का केस दर्ज किया था। मामले की तफ्तीश सीआइए वन की टीम कर रही थी ।
एसपी कमलदीप गोयल ने बताया कि पुलिस की जांच में सामने आया कि अफसर अली अपनी पत्नी से परेशान था। मूल रूप से उत्तर प्रदेश के मुराबादाबाद जिले के गांव जाफराबाद के अफसर अली यहां रेलवे प्रोटेक्शन सेफ्टी फाेर्स (आरपीएसएफ) नौवीं वाहिनी में एसआइ के पद पर तैनात हैं। फिलहाल पत्नी नाजमा के साथ वह पृथ्वीनगर कालोनी में किराये के मकान में रह रहे थे। 24 सितम्बर की रात करीब नौ बजे वह खाना खाने के बाद पत्नी नाजमा के साथ रेलवे अंडरपास के पास सैर कर रहे थे। तभी गति से कार आई और पीछे से उन्हें व पत्नी को टक्कर मार दी। टक्कर लगते ही वह उछलकर सड़क पर जा गिरे। इस घटना में नजमा गंभीर रूप से घायल हुई थी। अस्पताल में इलाज के दौरान नजमा की मौत हो गई थी। जब नाजमा के शव का पोस्टमार्टम हुआ, तो उसके स्वजन भी पहुंच गए थे। स्वजनों ने अफसर अली पर नजमा की हत्या करने के आरोप लगाए थे। आरोप था कि वह नजमा से काफी समय से पीछा छुड़ाना चाहता था। इसलिए ही उसने साजिश के तहत यह हत्या कराई। जानकारी के अनुसार अफसर अली से एक वर्ष पहले प्रेम विवाह हुआ था। कुछ दिन तक सब कुछ ठीक रहा। बाद में दोनों के बीच मनमुटाव रहने लगा। कई बार अफसर अली उसके साथ मारपीट कर चुका था। परेशान होकर नजमा ने अप्रैल माह में महिला थाना में भी शिकायत दी थी। इससे पहले भी वह कई बार शिकायत दे चुकी थी। थाने में अफसर अली को भी बुलाया गया था। उस समय अफसर अली ने समझौता कर लिया था और उसने अपने साथ लेकर चला गया था।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि नजमा की शिकायतों की वजह से अफसर अली के प्रमोशन पर भी फर्क पड़ रहा था। जिससे वह परेशान था। इसके अलावा उसे नजमा के चाल चलन पर भी शक था। इसलिए उसने नजमा की हत्या की योजना बनाई और हादसा दिखाने के लिए कार से एक्सीडेंट कराया। जिस समय नजमा की मौत हुई। वह पांच माह की गर्भवती थी। अब इस मामले में पुलिस अफसर अली को कोर्ट में पेश कर 7 दिन का पुलिस रिमांड मांगा गया है। जिससे की हत्या में इस्तेमाल कार और अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर सके। फ़िलहाल इस मामले में एसपी कमलदीप गोयल ने कहा कि ये अपने आप मे ये अलग केस है। शुरुआत में हम इसे सड़क हादसा ही मान रहे थे लेकिन ये मामला कुछ और ही निकला। हमारी टीम ने इनके परिजनों की शिकायत के हर पहलू पर जांच की तो ये हत्या की गुथी सुलझ गई। हमने सबको आदेश दिए है कि कोई भी केस हो उसकी गहनता से जांच की जाए उसे हल्के में न लिया जाए। वही मृतका के भाइयों ने कहा कि हमे यही लगता था कि हमारे जीजा ने प्लानिंग करके से सब किया है और हमारा शक सही निकला आज हमारी बहन का हत्यारा पुलिस की पकड़ में है।