𝐑𝐚𝐡𝐮𝐥 𝐆𝐚𝐧𝐝𝐡𝐢, 𝐟𝐨𝐫𝐦𝐞𝐫 𝐂𝐨𝐧𝐠𝐫𝐞𝐬𝐬 𝐏𝐫𝐞𝐬𝐢𝐝𝐞𝐧𝐭; 𝐊.𝐂. 𝐕𝐞𝐧𝐮𝐠𝐨𝐩𝐚𝐥, 𝐆𝐞𝐧𝐞𝐫𝐚𝐥 𝐒𝐞𝐜𝐫𝐞𝐭𝐚𝐫𝐲, 𝐎𝐫𝐠𝐚𝐧𝐢𝐳𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧, 𝐑𝐚𝐧𝐝𝐞𝐞𝐩 𝐒𝐢𝐧𝐠𝐡 𝐒𝐮𝐫𝐣𝐞𝐰𝐚𝐥𝐚, 𝐆𝐞𝐧𝐞𝐫𝐚𝐥 𝐒𝐞𝐜𝐫𝐞𝐭𝐚𝐫𝐲 𝐚𝐧𝐝 𝐈𝐧-𝐜𝐡𝐚𝐫𝐠𝐞, 𝐂𝐨𝐦𝐦𝐮𝐧𝐢𝐜𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐃𝐞𝐩𝐭𝐭, 𝐀𝐈𝐂𝐂, 𝐁𝐡𝐮𝐩𝐞𝐬𝐡 𝐁𝐚𝐠𝐡𝐞𝐥, 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫, 𝐂𝐡𝐡𝐚𝐭𝐭𝐢𝐬𝐠𝐚𝐫𝐡 𝐚𝐧𝐝 𝐒𝐚𝐫𝐝𝐚𝐫 𝐂𝐡𝐚𝐫𝐚𝐧𝐣𝐢𝐭 𝐒𝐢𝐧𝐠𝐡 𝐂𝐡𝐚𝐧𝐧𝐢, 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫, 𝐏𝐮𝐧𝐣𝐚𝐛, 𝐚𝐝𝐝𝐫𝐞𝐬𝐬𝐞𝐝 𝐭𝐡𝐞 𝐦𝐞𝐝𝐢𝐚 𝐚𝐭 𝐀𝐈𝐂𝐂 𝐇𝐝𝐪𝐫𝐬, 𝐭𝐨𝐝𝐚𝐲.
राहुल गांधी ने कहा कि नमस्कार…अब कुछ समय से हिंदुस्तान के किसानों पर सरकार का आक्रमण हो रहा है। एक तो किसानों को जीप के नीचे कुचला जा रहा है, उनका मर्डर किया जा रहा है, बीजेपी के होम मिनिस्टर की बात हो रही है, उनके पुत्र की बात हो रही है। उन पर कोई एक्शन नहीं लिया जा रहा है।
दूसरी तरफ पूरे देश के किसानों पर सिस्टमैटिक्ली एक के बाद एक, एक के बाद एक आक्रमण हो रहा है। पहला आक्रमण- लैंड एक्विजिशन बिल को रिवर्स करने का। दूसरा- ये जो तीन नए काले कानून लाए हैं और आज जो किसानों का है, उनसे सिस्टमैटिक्ली छीना जा रहा है और ये चोरी सबके सामने हो रही है। इसलिए देश के किसान दिल्ली के बाहर बैठे हैं।
कल प्रधानमंत्री जी लखनऊ में थे, मगर प्रधानमंत्री जी लखीमपुर खीरी नहीं जा पाए। पोस्टमार्टम ठीक से नहीं किया जा रहा है और सिस्टमैटिक्ली जो भी कुछ कहे, उसको बंद किया जा रहा है, आज दो चीफ मिनिस्टर के साथ हम लखनऊ जाने की कोशिश करेंगे। लखीमपुर खीरी जाने की कोशिश करेंगे, उन परिवारों से मिलने की कोशिश करेंगे।
On a
question about talking to other opposition leaders, Rahul Gandhi said- This is,
please be clear, this is a press conference about the farmers, the farmers’
issue and the murder that has taken place in Uttar Pradesh. I would recommend
that you don’t try and distract that. I am here to speak on that issue.
On another
question that what do you say about the Prime Minister’s attitude on this
farmers’ issue, Gandhi said- As I said, it is a systematic attack on the farmers
of this country and it is arrogance, because the government does not realize or
understand the power of the farmers and they are provoking the farmers, they
are insulting the farmers, they are killing the farmers. This is a very
dangerous and bad idea.
एक अन्य प्रश्न पर कि आज आप लोग लखीमपुर खीरी जा रहे हैं, क्या आपको जाने देंगे..?
राहुल गांधी ने कहा कि हमने उसके बारे
में चिट्ठी लिखी है। हम तीन लोग जा रहे हैं। सेक्शन- 144 पांच लोगों को रोकता है, तीन लोग सेक्शन- 144 में जा सकते हैं। हमने उनको चिट्ठी
लिख दी है। ये जो यूपी में हो रहा है, किसानों
को मारा जा रहा है, मगर इससे पहले हाथरस में भी हुआ था और उनके एक एमएलए ने रेप भी किया
था। उत्तर प्रदेश में सिस्टमैटिक्ली ये एक नई तरीके की राजनीति हो रही है।
क्रिमिनल जो भी करना चाहते हैं, कर
सकते हैं, चाहे वो बलात्कार हो, किसानों का खून हो और जो मारते हैं, जो रेप करते हैं, वो जेल के बाहर होते हैं और जो मरते
हैं, वो जेल के अंदर जाते हैं।
एक अन्य प्रश्न पर कि प्रियंका गांधी को गिरफ्तार करके रखा हुआ है, उनको लखीमपुर खीरी क्यों नहीं जाने दिया जा रहा है, जबकि कुछ अन्य पार्टियों को जाने दिया गया,
राहुल गांधी ने कहा कि मतलब, हम वहाँ जाकर देखना चाहते हैं, समझना चाहते हैं, परिवार को सपोर्ट देना चाहते हैं।
सिर्फ हमें रोका जा रहा है,
बाकी पार्टियों को जाने दे रहे हैं।
हमने क्या गलती की है और जहाँ तक प्रियंका की बात है, ठीक है प्रियंका को बंद किया है, मगर प्राथमिकता किसानों के मुद्दे की
है।
एक अन्य प्रश्न पर कि कल छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री को जाने से रोक दिया गया था, आज आप लोग जा रहे हैं। आप लोग आरोप लगा रहे हैं कि सरकार साजिश रच रही है और बीजेपी विपक्ष पर आरोप लगा रही है कि आप लोग राजनीति कर रहे हैं..?
राहुल
गांधी ने कहा कि ये मैं आपको थोड़ा सा समझा देता हूं। जैसे आपने अभी बोला कि ये
राजनीति हो रही है। देखिए,
हमारा काम, अपोजीशन का काम प्रेशर बनाने का होता
है। जब हम प्रेशर बनाते हैं, तब
वहाँ पर कार्रवाई होती है। हाथरस में हमने प्रेशर बनाया, तब जाकर कार्रवाई हुई। सरकार चाहती है
कि हम इस मुद्दे को ना उठाएं, प्रेशर
ना बनाएं ताकि जिन्होंने मर्डर किया, वो
भाग कर निकल जाएं। अगर हाथरस में हम गए नहीं होते, वहाँ पर जिन्होंने बलात्कार किया था, वो सब स्कॉट फ्री (बचकर) निकल जाते। अगर हमने उससे पहले उनके एमएलए
के बारे में नहीं बोला होता, वो
भाग कर निकल जाते। तो इसलिए हम दबाव डाल रहे हैं। हम दबाव क्यों डाल रहे हैं, क्योंकि किसानों के साथ गलत काम किया
गया है। उनको मारा गया है और सचमुच बताऊं तो यह आपका काम है। आप लोग तो करते नहीं
हो, जो आपकी जिम्मेदारी है, उसको तो आप निभाते नहीं हो, उल्टा आप सवाल पूछते हो कि पॉलिटिक्स
हो रही है। आपकी जिम्मेदारी भी है, उसको
तो आप भूल गए और फिर आप हमें कहते हो।
देखिए, यहाँ पर जो डेमोक्रेसी हुआ करती थी, आज हिंदुस्तान में डिक्टेटरशिप है।
राजनेता उत्तर प्रदेश में नहीं जा सकते। कल से हमें कहा जा रहा है कि आप उत्तर
प्रदेश नहीं जा सकते। छत्तीसगढ़ के चीफ मिनिस्टर जाते हैं, किसानों से मिलने जाते हैं, उनको कहा जाता है कि सेक्शन- 144 है। इन्होंने कहा (भूपेश बघेल की तरफ
इशारा करते हुए) मैं तो अकेला हूं, सेक्शन-
144 कैसे लागू होगा..? कोई जवाब नहीं। अब डिक्टेटरशिप किस बात
की है, क्यों डिक्टेटरशिप..? - क्योंकि भयंकर चोरी हो रही है, जो स्मॉल- मीडियम बिजनेस हैं, छोटे व्यापारी हैं, उनसे चोरी हो रही है, किसान हैं, उनसे चोरी हो रही है और जो आम जनता है, उनकी जेब में से चोरी हो रही है।
पेट्रोल, डीजल के दाम बढ़ते जाते हैं और जो
हिंदुस्तान की आवाज है, उसको कुचला जा रहा है।
On another
question about how do you respond to the narratives that have been built about
the agitations..? Gandhi said- See, it is a narrative that has been built by
the forces that I mentioned. It is a narrative that is built using
institutions. It is built using police, it is built using all these different
structures, but, what you will find- is that, there is a limit to this
narrative and you will find soon rather than later, there will be an explosion,
the size of which, people are not understanding. So, what we are trying to do
is- we are trying to tell the government, let the democratic process work. This
is what the country is about; do not interfere with the democratic process,
because it is a safety valve. If you shut the safety valve, other types of
problems will come.
So, we are pushing for maintaining the democratic process. We are also pushing, when we go, when the Chief Ministers, myself, others go to visit this family, we are trying to give them confidence that in this country, you cannot be run over by a criminal, who calls himself the Home Minister’s son and then nothing happens, we are not going to allow that. That is the message; we are trying to give them. It is a message of hope.
- Today, those
families don’t have hope. Today, the farmer doesn’t have hope that is what we
are doing.
एक अन्य प्रश्न पर कि जिस तरह से लखीमपुर खीरी जाने से रोकने के लिए प्रियंका गांधी को गिरफ्तार किया गया, उनको मैंन हैंडल किया गया है, उसको किस तरह से देखते हैं,
गांधी ने कहा कि चाहे प्रियंका हो, चाहे मैं हूँ, चाहे हमारी फैमिली का कोई भी हो, मैन हैंडलिंग से हमें कोई फर्क नहीं पड़ता, कुछ फर्क नहीं पड़ता। हमारे से आप कुछ भी कर लीजिए, हमें कोई फर्क नहीं पड़ता। हम किसानों की बात कर रहे हैं। हमें बंद कर दीजिए, मैंन हैंडल कर दीजिए, मार दीजिए, गाढ़ दीजिए, कोई फर्क नहीं पड़ता। हमारी ये ट्रेनिंग है, सालों पुरानी ट्रेनिंग है। यह मूल्य हमें, हमारे परिवार से मिले हैं, इसलिए उससे कुछ फर्क नहीं पड़ेगा।
एक अन्य प्रश्न पर कि इस केस की जांच एक रिटायर्ड जज की देख-रेख में करवाने की बात कही जा रही है, क्या आप विपक्ष के नेता होने के नाते उससे संतुष्ट हैं,
राहुल गांधी ने कहा कि सबसे पहले मैं वहाँ जाकर बात समझना चाहता हूँ, ग्राउंड रियलिटी क्या है, क्योंकि ग्राउंड रियलिटी सचमुच में
ग्राउंड रियलिटी, अभी तक किसी को नहीं मालूम, सबसे पहले हम वो जाकर समझना चाहते हैं, इसलिए हम लखनऊ और लखीमपुर खीरी जा रहे
हैं।
एक अन्य प्रश्न पर कि एक महत्वपूर्ण वीडियो सामने आ गया है, जिसमें किसानों पर जीप चढ़ाई जा रही है, प्रधानमंत्री ने लखनऊ गए, पर एक शब्द भी नहीं बोला, दोषियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया गया है, तो इन हालातों में क्या आपको उम्मीद है कि इस केस में कोई कार्यवाही होगी,
राहुल
गांधी ने
कहा कि उम्मीद क्या, हम प्रेशर डालेंगे। प्रेशर के बिना तो
कुछ नहीं होगा, मगर प्रेशर डालेंगे, कोशिश करेंगे। लेकिन ये देखिए, आप सवाल जो पूछ रहे हैं, ये रिडिकुलस सवाल है। क्योंकि
डेमोक्रेसी में ऐसा सवाल उठना ही नहीं चाहिए, कि
आप कह रहे हो कि देखो भाई,
वहाँ पर किसी ने 6 लोगों को कुचल दिया, प्रधानमंत्री जी जा रहे हैं और आप
मुझसे पूछ रहे हो कि जिस व्यक्ति के बेटे ने किया, उस पर कार्यवाही होगी। ये डिक्टेटरशिप में ही सवाल पूछा जाता है, डेमोक्रेसी में ऐसा सवाल नहीं पूछा जा
सकता।
एक अन्य प्रश्न पर कि आपके साथ-साथ सभी पार्टी के नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने से रोक दिया गया है, क्या कहेंगे,
राहुल गांधी ने कहा कि नहीं, सबको नहीं रोका गया। दो पार्टियाँ कल
गईं थी, टीएमसी और भीम आर्मी।
एक अन्य प्रश्न पर कि क्या अन्य पार्टियों के साथ कोई ज्वाइंट फ्रंट बनाने की बात है ताकि सरकार जिस तरह से किसानों के साथ पेश आ रही है, उनके साथ मिल-जुलकर अन्य पार्टियाँ लडें, तो क्या आप पार्लियामेंट के अंदर भी अपोजीशन से बात करेंगे,
राहुल गांधी ने कहा कि देखिए, जैसे
मैंने आपको बोला, अपोजीशन यूनिटी बहुत अच्छी चीज है, होनी चाहिए, मगर, ये जो प्रेस कांफ्रेंस है, ये
किसानों के लिए की गई है। हम डिस्ट्रैक्ट नहीं करना चाहते। जिन लोगों को वहाँ मारा
गया है, उनकी हम इज्जत रखना चाहते हैं और यहाँ
पर सिर्फ उन्हीं की बात करना चाहते हैं।
On another
question that Congress delegation is not likely to be allowed to go to
Lakhimpur Kheri, Gandhi said- Let us see, when we go there, what happens. I
cannot predict you what is going to happen, but, we will go and see. My goal is
to go and meet the families of the people, who have been killed. Let’s see.