𝐈𝐧𝐝𝐢𝐫𝐞𝐜𝐭𝐥𝐲 𝐫𝐞𝐟𝐞𝐫𝐫𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐨 𝐂𝐡𝐚𝐮𝐭𝐚𝐥𝐚’𝐬 𝐫𝐞𝐬𝐢𝐠𝐧𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐟𝐫𝐨𝐦 𝐭𝐡𝐞 𝐀𝐬𝐬𝐞𝐦𝐛𝐥𝐲 𝐢𝐧 𝐬𝐮𝐩𝐩𝐨𝐫𝐭 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐟𝐚𝐫𝐦𝐞𝐫𝐬, 𝐓𝐢𝐤𝐚𝐢𝐭 𝐬𝐚𝐢𝐝, 𝐒𝐨𝐦𝐞𝐛𝐨𝐝𝐲 𝐡𝐚𝐬 𝐫𝐞𝐥𝐢𝐞𝐝 𝐨𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐒𝐚𝐦𝐲𝐮𝐤𝐭 𝐌𝐨𝐫𝐜𝐡𝐚. 𝐫𝐞𝐭𝐮𝐫𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐟𝐚𝐯𝐨𝐮𝐫 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝐬𝐨𝐦𝐞𝐭𝐡𝐢𝐧𝐠 𝐞𝐱𝐭𝐫𝐚, 𝐨𝐧𝐥𝐲 𝐭𝐡𝐞𝐧 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐭𝐡𝐞 𝐫𝐞𝐥𝐞𝐯𝐚𝐧𝐜𝐞 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐤𝐡𝐚𝐩 𝐩𝐚𝐧𝐜𝐡𝐚𝐲𝐚𝐭𝐬, 𝐠𝐮𝐫𝐮𝐝𝐰𝐚𝐫𝐚𝐬 𝐚𝐧𝐝 𝐒𝐚𝐦𝐲𝐮𝐤𝐭 𝐌𝐨𝐫𝐜𝐡𝐚 𝐛𝐞 𝐢𝐧𝐭𝐚𝐜𝐭. 𝐰𝐡𝐨 𝐡𝐚𝐝 𝐫𝐞𝐬𝐢𝐠𝐧𝐞𝐝 𝐟𝐫𝐨𝐦 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐀𝐬𝐬𝐞𝐦𝐛𝐥𝐲 𝐢𝐧 𝐬𝐮𝐩𝐩𝐨𝐫𝐭 𝐨𝐟 𝐚𝐠𝐢𝐭𝐚𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐟𝐚𝐫𝐦𝐞𝐫𝐬 𝐢𝐧 𝐉𝐚𝐧𝐮𝐚𝐫𝐲.
दरअसल टिकैत ने इनेलो प्रत्याशी अभय
सिंह चौटाला के पक्ष में मतदान करने की अपील की। उन्होंने स्पष्ट किया कि अभय सिंह
चौटाला ने तीन कृषि कानून के विरोध में अपने विधायक पद से इस्तीफा दिया था। अब
वक्त आ गया, उनका समर्थन करते हुए उनकी जीत का अंतर पहले से दोगुणा करके दो।
उन्होंने कहा कि यह रैली नहीं पंचायत है,
पंचायत में सच बोला जाता है। राकेश
टिकैत की बातों का यहां उपस्थित हर किसी ने जोरदार तरीके से समर्थन किया। इस रैली
के बाद कांग्रेस और भाजपा के रणनीतिकारों के चेहरे लटके हुए हैं। इधर, इनेलो के पक्ष में
जोरदार उत्साह मतदाता का बना है। यह ग्रामीण क्षेत्र है जिसमें बड़ी संख्या में
किसान और खेती से जुड़े परिवार हैं।
टिकैत ने भाजपा पर ताबड़तोड़ हमला करते हुए उन्हें झूठे, ठग और जालसाज तक करार दिया। भाजपा गठबंधन सरकार पंचायतों को खरीदने वाले लोग हैं इसलिए सरपंचों को पैसों से खरीदना चाहती है। जनसभा में हजारों की संख्या में मौजूद किसानों और कमेरों से आहवान किया कि अब समय आ गया है जिसका जो समान है उसे सम्मान बढ़ा कर दे दो। जनसभा में कल हरियाणा पुलिस के जवानों द्वारा सिख किसान की पगड़ी को गिराने पर भी रोष व्यक्त किया गया और किसानों को अपनी पगड़ी की शान को सम्भालने का यही सही मौका भी करार दिया।
टिकैत ने कहा कि भाजपा सरकार बहुत
बदमाशी वाली सरकार है और सरकार डंडे,
डराने और बंदूक के बल पर काम
करवाती है। ये मोदी की सरकार नहीं है बल्कि पूंजीपतियों की सरकार है जिसे बड़ी
बड़ी कंपनियां चला रही हैं। यहां पैसे के बल पर लोगों को खरीदना चाहते हैं। ये लोग
जनता को खरीदने की कोशिश करते हैं,
लेकिन यहां लोग बिकते नहीं बल्कि
मुंहतोड़ जवाब देते हैं। उन्होंने कहा कि कृषि कानूनों का समाधान होने से पहले
किसान धरनों से उठने वाला नहीं है। हमने इनके लिए दवाई तैयार कर रखी है वो यूपी
में भी देंगे।
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