सांसद दीपेंद्र हुड्डा
उन्होंने कहा कि एचपीएससी को यूनिवर्सिटी में भर्तियों की जिम्मेदारी सौंपने के सरकार के फैसले से ऐसा लगता है कि सरकार ने नौकरियों में रिश्वत को मान्यता दे दी है। यूनिवर्सिटियों की भर्ती एचपीएससी को देकर उसकी स्वायत्तता को भी खत्म किया जा रहा है। जिस एचपीएससी में करोड़ों रुपये की रिश्वत पकड़़ी गयी उससे भर्ती की जिम्मेदारी वापस लेने की बजाय नयी जिम्मेदारी सौंपकर सरकार चोरी ऊपर से सीना जोरी कर रही है। उन्होंने कहा आज हर युवा की जबान पर एक ही चर्चा है कि ‘‘लुवाना हो अपना छोरा, दे दो नोटों का बोरा और पेपर छोड़ों कोरा, फिर पीटो ईमानदारी का ढिंढोरा’’। दीपेंद्र हुड्डा ने युवाओं से कहा देश के सबसे कुख्यात ‘हरियाणा भर्ती घोटाले’ की मार और देश में सर्वाधिक बेरोज़गारी दर झेल रहे हरियाणा के युवा का भविष्य बचाने के लिए हम संघर्ष करेंगे। हरियाणा में बदलाव होकर रहेगा।
सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने युवाओं से कहा कि हरियाणा भर्ती घोटाले के तार पूरे देश में फैले हुए हैं। छापेमारी में 𝟑 करोड़ 𝟔𝟎 लाख रुपये पकडे गये। डिप्टी सेक्रेटरी का कोई पद नहीं होता। इस पद को बनाकर अनिल नागर को उस पर लगाया गया। उसके दफ्तर से सवा करोड़ पकड़े गये। इतनी बड़ी और खुली लूट बिना संरक्षण के नहीं हो सकती। पिछले दिनों छापेमारी में एक और आरोपी पकड़ा गया जिसने बताया कि वो 𝟏𝟎𝟎𝟎 बच्चों को पेपर पास करा चुका है। छापेमारी में लिस्ट पकड़ी गयी। 𝐇𝐏𝐒𝐂 प्री पास कराने का 𝟓𝟎 लाख, डेंटल सर्जन 𝟑𝟓 लाख, स्टाफ नर्स 𝟏𝟓 लाख, एएनएम 𝟐𝟎 लाख। इससे पहले 𝐇𝐒𝐒𝐂 में जो लिस्ट पकड़ी गयी थी उसमें क्लर्क 𝟏𝟎 लाख, बस ड्राईवर 𝟓 लाख, कंडक्टर 𝟒 लाख का रेट तय था। उन्होंने युवाओं से सवाल किया कि इतनी खुली और बेशर्मी से लूट हरियाणा के लाखों युवाओं के साथ मजाक नहीं है तो क्या है? उन्होंने आगे कहा कि सरकारी और निजी दोनो तरफ से नौकरियां खत्म होती जा रही हैं। जिन सरकारी संस्थानों में नौकरी मिलनी थी वो दूसरे प्रदेश में चले गये। अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट, सोनीपत रेल कोच फैक्ट्री, ट्रिपल आईटी, बाढ़सा के मंजूरशुदा संस्थानों के लगने से लाखों युवाओं को नौकरियां मिलती। खरखौदा आईएमटी में अब तक काफी सारा निवेश हो जाना चाहिए था, लेकिन साढ़े सात साल में यहां कोई निवेश होता नहीं दिखा।
दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हरियाणा प्रदेश रोजगार देने वाला प्रदेश था। इस सरकार ने हरियाणा को विकास की पटरी से उतार दिया। लेकिन दुःख की बात है कि इस सरकार ने युवाओं के भविष्य को अंधकार में ढकेल दिया। आज हरियाणा देश में सबसे ज्यादा बेरोजगारी दर वाला प्रदेश है। भारत सरकार के नीति आयोग के आंकडों में दिखाया गया कि तीन प्रदेश में बेरोजगारी को लेकर रेड अलर्ट है। अंडमान निकोबार, लक्षद्वीप और हरियाणा। पिछले 𝟐 साल से हर महीने बेरोजगारी दर में अगर एक प्रदेश देश भर में टॉप पर है तो वो हरियाणा प्रदेश है। देश की बेरोजगारी दर का तीन गुना बेरोजगारी हरियाणा में है। जो हरियाणा निवेश में नंबर 𝟏 था, रोजगार देने में नंबर 𝟏 था आज बेरोजगारी में नंबर 𝟏 हो गया, अपराध दर में नंबर 𝟏 हो गया। कानून-व्यवस्था चौपट हो गयी। हर तरह के अपराध में नंबर 𝟏 हो गया।
आसमान छूती महंगाई का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस सरकार ने केवल युवाओं का भविष्य ही बर्बाद नहीं किया बल्कि हर गरीब परिवार के घर का बजट बिगाड़ने का भी काम किया है। 𝟕𝟎 साल में पेट्रोल-डीजल इतना महंगा नहीं हुआ जितना इनकी सरकार में हुआ। 𝟕𝟎 साल में खाद का कट्टा, रसोई गैस सिलेंडर इतना महंगा नहीं हुआ जितना इनकी सरकार में हुआ। 𝟕𝟎 साल में बेरोजगारी इतनी नहीं बढ़ी जितनी इनकी सरकार में बढ़ी। 𝟕𝟎 साल में भाई को भाई से इतना नहीं लड़़ाया जितना इस सरकार में और 𝟕𝟎 साल में इतना झूठ नहीं बोला गया जितना इस सरकार में बोला गया।
इस दौरान पूर्व सांसद धर्मपाल सिंह मलिक, पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा, विधायक जगबीर मलिक, विधायक जयवीर बाल्मिकी, विधायक बलबीर बाल्मिकी, विधायक सुरेंद्र पवार, विधायक इंदुराज नरवाल, पूर्व विधायक जयतीर्थ दहिया, पूर्व विधायक सुखबीर फरमाना, प्रोफेसर वीरेंद्र सिंह, सोनीपत मेयर निखिल मदान, हरियाणा युवा कांग्रेस अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और स्थानीय लोग मौजूद रहे।
और ये भी पढ़ें..
Chandigarh
जेजेपी ने घोषित किए 22 जिला प्रवक्ता, ओपी लाठर को जिला प्रवक्ता यमुनानगर बनाया