हरियाणा में रविवार को 7516 नए संक्रमित मिले। वहीं 12 मरीजों ने अपनी जान गंवाई है…
यमुनानगर: हरियाणा में स्कूलो को खोलने पर अभी नही किया गया कोई
विचार। कोरोना के मामलों में कमी आने पर विशेषज्ञों की
राय के बाद लिया जायेगा फैसला। तो वही निजी स्कूल संचालकों को राहत दी गयी है।
प्रदेश में ऐसे कई हज़ार स्कूल है, जिन्होंने
नॉर्म्स को पूरा नही किया। उन्हें एक साल के लिए प्रोविजनल एफिलिएशन प्रदान करने
का फैंसला लिया है। वही हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग को मिल रही धमकियों पर सरकार
सख्त है, जो भी दोषी होगा
उससे बक्सा नही जाएगा। इन सभी मुद्दों पर हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर
ने मीडिया से बातचीत कर जानकारी दी है।
शिक्षा मंत्री ने कहा की अभी हरियाणा में स्कूल खोलने को लेकर कोई विचार नहीं किया गया। अभी प्रदेश में स्कूल पूरी तरह से बंद ही रहेंगे। कहा की अगर परिस्थियाँ ठीक रही तो इस पर विचार किया जा सकता है। वही, हमने विचार किया था की 33 प्रतिशत क्षमता के साथ स्कूलों को खोला जाए ताकि सभी बच्चो को काम भी ठीक से मिल जाए और अपनी तैयारी भी अच्छे से कर पाए। क्योंकि कही जगह ऐसी है जहाँ पर नेटवर्क की दिक्कत है, तो वहां पर बच्चो को पढ़ने में काफी दिक्कत आती है। तो इस तरह से स्कूल को खोलने का विचार किया गया था। लेकिन अभी ऐसा कोई निर्णय नहीं लिया गया। वही उन्होंने कहा की अगर कोरोना के मामलो में कमी आएगी तो इस पर विचार किया जायेगा। कहा की बच्चो में वैक्सीनेशन को लेकर काफी उत्साह देखा जा रहा है। और बच्चे बहुत तेज़ी से वैक्सीनेशन करवा रहे है। अब तक हरियाणा में 75 प्रतिशत बच्चो को कोरोना की वैक्सीन लग चुकी है।
हाल ही में हरियाणा
के कुछ स्कूलो की मान्यता को एक साल के लिए बढ़ा दिया गया है। शिक्षा मंत्री ने
जानकारी देते हुए कहा कि कुछ स्कूल ऐसे थे. जो नॉर्म्स को
पूरा नहीं कर पाए थे और हरियाणा सरकार उनकी मानयता रद्द करने जा रही थी, और कोर्ट ने भी आदेश दिए थे की इन स्कूलों को मान्यता ना
दी जाए। लेकिन बच्चो के भविष्य को देखते हुए इन स्कूलों की मान्यता को एक साल के
लिए बढ़ा दिया गया है। काफी संख्या में बच्चे ऐसे थे, जिन्होंने इन
स्कूलों में एडमिशन लिया हुआ है। और अब जनहित में यह निर्णय लिया है की अब एक साल
के लिए इन स्कूलों को मान्यता देंगे। कहा की इस बार के लिए स्कूल की मान्यता को
बढ़ा दिया गया है। लेकिन आगे इस तरह से मान्यता नहीं दी जायेगी, इसको लेकर
मुख्यमंत्री के भी सख्त निर्देश है।
हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन को मिली धमकी और लालच
के मामले में शिक्षा मंत्री सख्त नज़र आये। उन्होंने कहा कि कुछ लोग है जिनको
पारदर्शिता बर्दाश नहीं हो रही और ऐसे लोग पेपर लीक या और कुछ गड़बड़ी कर रहे थे, उनमें से कुछ लोगो को हमने गिरफ्तार किया है। लेकिन उनमें
से कुछ लोग और भी है। इन सब पर हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग ने स्वयं संज्ञान लिया है, वही कुछ लोगो ने
आयोग के चैयरमेन को लालच व धमकाने का प्रयास किया, वो जो भी लोग है उन सभी पर सख्त कार्यवाही होगी
किसी को भी बक्शा नहीं जायेगा।
प्रदेश में कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है और अब अधिकतर
लोग इसकी चपेट में भी आ रहे है। कोरोना संक्रमण में कमी आने तक प्रदेश में स्कूलो
को बंद रखने का फैसला शिक्षा मंत्री द्वारा लिया गया है।
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