उदयपुर में एक दर्जी का कथित तौर पर सिर काटने वाले दो लोगों के संबंध प्रतिबंधित आतंकी संगठन ISIS से हैं. पुलिस ने यह भी कहा कि आरोपी 30 मार्च को जयपुर में सीरियल ब्लास्ट को अंजाम देने की साजिश का हिस्सा थे. धर्म के नाम पर की गयी दर्जी की हत्या ने देश में हड़कंप मचा दिया है..
इस अवसर पर स्वामी महेशाश्रम ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि तालिबानी विचारधारा व जिहादी मानसिकता के लोगो ने जिस प्रकार एक हिंदू दर्जी की गला काटकर हत्या कर की है वो बहुत ही निंदनीय है। आज पूरा हिंदू समाज हिंदू राष्ट्र में भय के माहौल में जीने को मजबूर है।
हिंदू दुकानदार अपनी दुकानो पर, हिंदू कर्मचारी अपने कार्यालय में व हिंदू महिलाएं अपने घरों में सुरक्षित नहीं है। जिस पर जिहादी मानसिकता रखने वाले लोगों के खिलाफ कड़ा निर्णय लेने व कड़ा कानून बनाए जाने की आश्यकता है।
बाबा सीताराम ने कहा कि कोई भी व्यक्ति अगर धर्म की आड़ लेकर इस प्रकार का कुकृत्य करता है तो यह बर्दाश्त करने के लायक नहीं है। इससे बाहरी ताकतों के शमिल होने की आशंका से भी इंकार नहीं किया जा सकता। इसलिए इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कर इसमें लिप्त लोगो को सख्त से सख्त सजा दी जानी चाहिए।
इस अवसर पर अमित कांबोज, प्रदीप चौधरी, डा. बलदेव सैनी, वीरेंद्र सैनी, डा. बिमल गर्ग, विनोद सिंगला, गुरदयाल सिंह, बख्शीश सैनी पूर्णगढ़, विजय नागपाल, नवीन सैनी, जयप्रकाश कांजनू, जगमाल रतनगढ़, सोम चोपड़ा, मंगत राम बठला, संदीप सैनी, मुकेश अरोड़ा मक्की इत्यादि मौजूद रहे।
ये
भी पढ़ें..