एजेंसी को कर्मचारियों व साधनों की संख्या बढ़ाकर काम में तेजी लाने के दिए निर्देश
यमुनानगर। NEWS - नगर निगम ने जोन 1 के बाद अब जोन 2 में नालों की सफाई का कार्य शुरू कर दिया है। सोमवार को अतिरिक्त निगम आयुक्त धीरज कुमार ने जोन 2 में किए जा रहे नालों की सफाई के कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने नालों की सफाई में लगे कर्मचारियों व वाहनों की गहनता से जांच की। जांच में नालों की सफाई में 59 कर्मचारी, चार ट्रैक्टर ट्रॉली व एक जेसीबी कार्य करते हुए मिले। अतिरिक्त निगम आयुक्त ने सफाई अधिकारियों व संबंधित एजेंसी को कर्मचारियों व वाहनों की संख्या बढ़ाकर जल्द से जल्द नालों की सफाई का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
नगर निगम के वार्ड एक से सात तक जोन नंबर एक बनाया हुआ है। जबकि वार्ड आठ से 22 तक जोन दो में शामिल है। जोन नंबर एक में नालों की सफाई का कार्य 50 प्रतिशत से अधिक हो चुका है। जोन दो में सफाई कार्य अभी शुरू किया गया है। सोमवार को लगभग 43 डिग्री तापमान के बीच अतिरिक्त निगम आयुक्त धीरज कुमार, सीएसआई सुरेंद्र चौपड़ा के साथ नालों की सफाई के निरीक्षण पर निकले। सबसे पहले वे विश्वकर्मा चौक पर जगाधरी से आ रहे बड़े नाले की पुलिया पर पहुंचे। यहां कुछ कर्मचारी सफाई करते हुए मिले। कर्मचारी नाले के अंदर खड़े होकर गंदगी की सफाई कर रहे थे। निगम अधिकारी ने कर्मचारियों से बातचीत की। उन्हें गहराई तक नाले की पूरी गाद व गंदगी को साफ करने के निर्देश दिए। इसके अलावा सभी कर्मचारियों को सुरक्षा कवच पहन कर नालों की सफाई करने को कहा। इसके बाद निगम अधिकारी जोड़ियां नाके के पास पहुंचे। यहां भी बड़े नाले की सफाई का कार्य किया जा रहा था। अतिरिक्त निगम आयुक्त धीरज कुमार ने खुद नाले के किनारे खड़े होकर सफाई कार्य की गहनता से जांच की। इसके अलावा उन्होंने अन्य स्थानों पर सफाई कार्य का जायजा लिया। एक स्थान पर जेसीबी के माध्यम से नाले की सफाई की जा रही थी। निरीक्षण के दौरान अलग अलग टोलियों में 59 कर्मचारी नालों की सफाई करते मिले। इसके अलावा चार ट्रैक्टर ट्रॉलियां व एक जेसीबी सफाई कार्य में लगी हुई थी। अतिरिक्त निगम आयुक्त धीरज ने सफाई अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे कर्मचारियों की संख्या बढ़ाकर लगभग सौ करें। इसके अलावा दो ट्रैक्टर ट्रॉलियां व दो जेसीबी और बढ़ाई जाए। ताकि जोन के सभी नालों की सफाई जल्द से जल्द की जा सके। उन्होंने एजेंसी को नालों की सफाई में तीव्रता लाने के निर्देश दिए, ताकि मानसून आने पर शहर में जलभराव की स्थिति उत्पन्न न हो। उन्होंने सफाई अधिकारियों को रोजाना नालों की सफाई के कार्य का विजिट करने और नालों से निकलने वाली गाद व गंदगी का उठान करने के निर्देश दिए। उन्होंने शहरवासियों से अपील की है कि वे नालों में ठोस कचरा व पॉलिथीन न डाले। ताकि नाले अवरुद्ध न हों।
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