कैल कचरा प्लांट में पड़ा है 1 लाख 26 हजार मैट्रिक टन कचरा
पिटीशन कमेटी के अध्यक्ष ने अधिकारियों को लगाई फटकार
सफाई पर इतना पैसा खर्च होने के बाद कैसे बनेगा यमुनानगर इंदौर मॉडल
यमुनानगर | NEWS - हरियाणा के यमुनानगर में कचरा निस्तारण की जांच करने पहुंची हरियाणा विधानसभा पिटीशन कमेटी। कमेटी ने कैल कचरा प्लांट और कई जगहों का दौरा किया। कचरे के हालात और उसके उठान न होने को देख कर सभी ढंग रह गए और सभी सदस्य असंतुष्ट नज़र आये। वही पिटीशन कमेटी के अध्य्क्ष यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने कचरे का निस्तारण न होने के मुद्दे पर अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई। पिटीशन कमेटी के सदस्यों ने कहा कि अब ये मुद्दा विधानसभा के पटल पर उठाया जाएगा। साथ ही सब जगह विजिट करने के बाद जो भी लापरवाह अधिकारी है उनके खिलाफ भी कड़ा एक्शन लिया जाएगा। कचरे निस्तारण न होने को पिटीशन कमेटी ने चिंता जताई और कहा कि जल्द ही समाधान जनता को मिले इसके लिए हम आज विजिट कर रहे है। लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कारवाई के साथ साथ प्लेंटी भी लगाई जाएगी।
क्या ऐसे बनेगा स्वच्छ भारत। स्वच्छ भारत मिशन को फेल करती ये तस्वीरें हरियाणा के यमुनानगर की है
दरअसल कचरा निस्तारण के मुद्दे पर यमुनानगर में हरियाणा विधानसभा पिटीशन कमेटी विजिट करने आई थी और जब उन्होंने हालात देखे तो कमेटी ढंग रह गई और कचरा प्लांट के हालात तो तस्वीरें खुद ही सब कुछ बयान कर रही थी। वही कमेटी ने हालात देखने के बाद कहा की वो इससे बिल्कुल भी सन्तुष्ट नही है। कमेटी की सदस्य पूर्व शिक्षा मंन्त्री व विधायक गीता भुक्कल ने कहा कि इसके लिए अधिकारियों की जवाब देही निश्चित की जाएगी। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को लोकल बॉडी के कागजों में तो बहुत कुछ है लेकिन धरातल पर कुछ नही है। सभी साइट विजिट करने के बाद अधिकारियों के साथ एक हाई लेवल बैठक की जाएगी। उन्होंने कहा की इस प्लांन्ट में कई लाख मीट्रिक टन प्लास्टिक पड़ा है और पशु मरे पड़े है और इसका डिस्पोजल नही हो रहा है। ये सब देखकर हम दुःखी है। हमारी कमेटी के अध्य्क्ष घनश्याम दास ने भी चिंता व्यक्त की है। गीता भुक्कल ने कहा कि लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों के ख़िलाफ़ कड़ी कारवाई की जाएगी और प्लेएंटी भी लगाई जाएगी। जनता को समाधान मिले इसके लिए विजिट की गई है। विधानसभा में भी इस मुद्दे को उठाया जाएगा।
पिटीशन कमेटी के अध्यक्ष यमुनानगर के विधायक घनश्याम दास अरोड़ा ने हालातों के जायजा लेने के बाद अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई और कचरा निरस्तारण न होने पर उनके जवाबदेही निश्चित की। मीडिया से बात करते हुए घनश्याम दास अरोड़ा ने कहा कि कैल कचरा प्लांट में कचरा उठाने का अग्रीमेंट जिस एजेंसी को दिया था उसने काम पूरा नही किया। बार बार उसका समय बढ़ाया गया लेकिन फिर भी एजेंसी ने काम नही किया। सेगरीगेशन होने के बाद प्लास्टिक मौके पर पड़ा हुआ है। इसका न उठने से कोई काम नहीं हो पा रहा। वही 2004 के बाद अब तक यहाँ से कचरा नहीं उठा है और पिछले कई सालो से यह प्लांट बंद पड़ा है। आज विजिट कर अधिकारियों को पिटीशन कमेटी ने अपना कष्ट बताया है।
अब देखना होगा कि पिटीशन कमेटी के विजिट के बाद यहां हालात कब बदलेंगे। आपको बता दे कि शहर को इंदौर मॉडल बनाने के लिए निगम अधिकारियों ने शहर को स्वच्छ और सुंदर बनाने के लिए कुछ समय पहले इंदौर के दौरा भी किया था लेकिन क्या ऐसे इंदौर मॉडल बन पाएगा इसका जवाब शायद अभी किसी के पास नही है। क्योंकि अगर शहर स्वच्छ सुंदर होता तो आज पिटीशन कमेटी को ये सब देख दुःखी नही होना पड़ता।