मंदिर के गेट पर थैले में बंधा मिला नवजात बच्चा, सूचना पर पंहुची पुलिस ने रादौर अस्पताल में कराया भर्ती, प्री मच्योर होने के कारण बच्चे को चिकित्सकों ने सिविल अस्पताल यमुनानगर के नवजात शिशु केंद्र में किया रेफर।
उसने थैले को जांचा तो पुजारी के होश उड़ गए। उसमें एक नवजात बच्चा मौजूद था। जिसकी सूचना उसने तुरंत पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात को तुरंंत रादौर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां बच्चे को प्राथमिक उपचार व फिडिंग करवाकर यमुनानगर सिविल अस्पताल रैफर कर दिया गया।
जहां नवजात शिशु केंद्र में बच्चे का ईलाज चल रहा है। बच्चा स्वस्थ्य बताया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। फिलहाल अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी कुवारी मां ने इसे जन्म दिया है और अपना कर्म छुपाने के लिए इसे मंदिर के गेट पर लटका दिया।
मंदिर के पुजारी सुखपाल ने बताया कि सुबह जब वह उठा तो उसे किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। जब उसने जांच की तो उसने देखा कि मंदिर के गेट पर एक थैला लटका हुआ है और वह आवाज भी उसी थैले से आ रही है। उसने जब थैले को जांचा तो उसे एक नवजात दिखाई दिया। उसने आसपास तलाश की लेकिन कहीं कोई दिखाई नहीं दिया। जिसके बाद उसने मामले की सूचना पुलिस को दी।
थाना प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि सूचना पर टीम मौके पर पहुंची थी
जिसके बाद वह तुरंत बच्चे को लेकर अस्पताल में पहुंचे। जहां से उसे प्राथमिक उपचार के बाद यमुनानगर रैफर कर दिया गया। अब बच्चे को नवजात शिशु केंद्र में भर्ती करवाया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है जांच के बाद ही मामले में आगामी खुलासा हो सकेगा।
एसएमओ रादौर, डा. विजय परमार ने बताया कि
एसएमओ रादौर, डा. विजय परमार ने बताया कि