फरीदाबाद में रहने वाले उत्तराखंड के निवासी धर्मवीर सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी
पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने आज यह जानकारी देते हुए बताया कि यह गैंग मदद के नाम पर भोले भाले लोगों के एटीएम कार्ड बदल लेता था और फिर वारदात को अंजाम देता था।
𝟗 नवंबर, 𝟐𝟎𝟐𝟐 को एनआईटी फरीदाबाद में रहने वाले उत्तराखंड के निवासी धर्मवीर सिंह ने शिकायत दर्ज कराई थी कि वह अपने खाते में बैलेंस चेक करने के लिए एटीएम में गया था।
कुछ समय बाद, उसे बैंक खाते से 𝟓𝟎𝟎𝟎 रुपये और 𝟏𝟎𝟎𝟎𝟎 रुपये की कटौती के बारे में दो एसएमएस प्राप्त हुए। चेक करने पर उसने पाया कि उसका एटीएम कार्ड बदल गया है और जालसाजों ने पैसे निकाल लिए।
शिकायत पर संज्ञान लेते हुए, खुफिया और अन्य इनपुट के आधार पर एक पुलिस टीम ने पलवल जिले के निवासी अकरम और मोहम्मद के रूप में पहचाने गए दो आरोपियों को कुछ ही घंटों में गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने उनके पास से राष्ट्रीयकृत सहित अन्य निजी बैंकों के 𝟐𝟎𝟗 एटीएम कार्ड और एक भारत स्वाइप मशीन भी बरामद की।
जांच के दौरान पता चला कि दोनों का आपराधिक अतीत रहा है और उन्होंने 𝟐𝟎𝟏𝟒 से उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और हरियाणा के पलवल में एटीएम कार्ड धोखाधड़ी की कई वारदातों को अंजाम दिया है।
दोनों जालसाज स्वाइप मशीन के जरिए फर्जी अकाउंट में पैसे डालकर वापस पैसा निकाल कर लोगों को ठगी का शिकार बनाते थे। आरोपी अकरम के खिलाफ उज्जैन (एमपी) में अलग-अलग थानों में इसी तरह की धोखाधड़ी के छह मामले दर्ज पाए गए।
उन्होंने कहा कि अन्य मामलों में उनकी संलिप्तता का पता लगाने के लिए आरोपियों को रिमांड पर लिया जाएगा।
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