𝐏𝐀𝐍𝐂𝐇𝐊𝐔𝐋𝐀 𝐈𝐓𝐁𝐏 𝐍𝐄 𝐌𝐀𝐍𝐀𝐘𝐀 𝟔𝟎𝐓𝐇 𝐒𝐓𝐇𝐀𝐏𝐍𝐀 𝐃𝐈𝐖𝐀𝐒 𝐏𝐀𝐑 𝐃𝐈𝐀𝐌𝐎𝐍𝐃 𝐉𝐔𝐁𝐈𝐋𝐄𝐄
पंचकूला, डिजिटल डेक्स।। प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल,भानु द्वारा आज स्थापना के 𝟔𝟎 वर्ष पूर्ण करने पर स्थापना दिवस को, डायमण्ड जुबली के रूप में बडे धूमधाम के साथ मनाया गया।
प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल पंचकूला स्थित 𝐈𝐓𝐁𝐏 प्राथमिक प्रशिक्षण केंद्र के महानिरीक्षक ईश्वर सिंह दुहन के सफल सौजन्य में भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल में ही नहीं बल्कि देश के सभी अर्द्वसैनिक बलों के प्रतिष्ठित प्रशिक्षण संस्थानों में अपनी एक अहम भूमिका एवं अग्रणी स्थान रखता है।
इस संस्थान ने अपने स्थापना के 𝟔𝟎 वर्ष पूर्ण करने पर संस्थान के स्थापना दिवस को डायमण्ड जुबली के रूप में मनाया गया। प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र के डायमण्ड जुबली के गौरवमय समारोह के अनीश दयाल सिंह, महानिदेशक, भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल, मुख्य अतिथि थे।
ईश्वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक,प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र, द्वारा मुख्य अतिथि महोदय का भव्य स्वागत किया गया। इस अवसर पर अश्वनी कुमार,उप महानिरीक्षक,एन.आई.टी.एस.आर.डी.आर., राजेश शर्मा, उप महानिरीक्षक, विक्रान्त थपलियाल, सेनानी (प्रशिक्षण) तथा सन 𝟏𝟗𝟔𝟐 से प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र में तैनात रहे सेवारत एवं सेवानिवृत संस्थान अध्यक्ष एवं समस्त पदाधिकारी उपस्थित थे।
जिसके जेएस नेगी, सेनानी, बीटीसी कुल्लू के प्रमुख रहे तथा जून 𝟏𝟗𝟗𝟏 में कालांतर में विभिन्न आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए इस केन्द्र को भानु ,पंचकुला में स्थापित किया गया । जिसके श्री एम𝟎एस𝟎 खाती अपर उप महानिरीक्षक संस्थान के प्रमुख थे।
सन 𝟏𝟗𝟔𝟐 से अब तक इस केन्द्र में 𝟑𝟓 संस्थान मुखिया मिल चुके हैं जिनके द्वारा इस केन्द्र के चौमुखी विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान समय में ईश्वर सिंह दुहन, महानिरीक्षक, दिनांक-𝟏𝟏.𝟏𝟐.𝟐𝟎𝟐𝟏 से इस प्रशिक्षण संस्थान के मुखिया के रूप में तैनात हैं एवं अपनी सेवाकाल के व्यापक अनुभव से इस प्रशिक्षण संस्थान में प्रशिक्षणाधीन प्रशिक्षणार्थियों को बेहतर प्रशिक्षण प्रदान करने में अतुलनीय योगदान दे रहे हैं।
बेहतर प्रशिक्षण की वजह से ही भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल के अति दुर्गम इलाकों में तैनाती पर हिमवीर अपनी डयूटियों को इमानदारी एवं तन्मयता के साथ निभा रहे है जिससे बल का नाम रोशन हो रहा है। इसके अतिरिक्त महोदय के कुशल मार्गदर्शन में राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताऐं जैसे – 𝟒𝟎वीं अखिल भारतीय घुडसवारी चैंपियनशिप का सफल आयोजन किया गया तथा निकट भविष्य में भी केन्द्र में कई राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं का सफल आयोजन किया जाना संभावित है।
यह केन्द्र अपने 𝟏𝟗𝟔𝟐 से 𝟐𝟎𝟐𝟐 तक के इतिहास में बल में सम्मिलित होने वाले नव आरक्षकों को बहुआयामी प्रशिक्षण देकर चटटान के समान अडिग सैनिकों कों तैयार करने एवं बल में सेवारत पदाधिकारियों को विभिन्न प्रकार का प्रशिक्षण जैसे-कवायद ,जुडो, पी.टी. कमाण्डों एवं कॉस्टेबल से हैड कॉस्टेबल, सहायक उप निरीक्षक तक के प्रमोशन से संबंधित कोर्सो को संचालित करने के साथ ही केन्द्र द्वारा विभिन्न प्रकार की राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताऐं जैसे- शूटिंग, कमाण्डों एवं घुडसवारी इत्यादि का सफल आयोजन करवाया जाता है।
इस संस्थान के अन्तर्गत राष्ट्रीय खोज, बचाव एवं आपदा प्रतिवाद प्रशिक्षण संस्थान (एनआईटीएसआरडीआर) में बल एवं अन्य सशस्त्र बलों के पदाधिकारियों को आपदा प्रशिक्षण से संबंधित प्रशिक्षण के साथ ही इस केन्द्र में श्वानों एवं अश्वों के लिए राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण दिया जाता है जिसमें विभिन्न सशस्त्र बलों के अलावा राज्य पुलिस के श्वानों को केन्द्र में प्रशिक्षण से संबंधित सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाती है।
डायमण्ड जुबली के रूप में मनाये जाने का उददेश्य है कि पिछले 𝟔𝟎 वर्षो में प्राथमिक प्रशिक्षण केन्द्र की स्वर्णिम उपलब्धियों और विरासत को संजोये रखने तथा याद करने के लिए इस समारोह का आयोजन किया गया।
इस स्वर्णमय अवसर पर भव्य परेड का आयोजन किया गया। मुख्य अतिथि महोदय द्वारा परेड की सलामी ली गई। इस अवसर पर मुख्य अतिथि महोदय द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले 𝟑𝟏 पदाधिकारियों को पदक एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
इसके उपरांत बैंड, पीटी, मलखम एवं बाइर्क्स प्रदर्शन इत्यादि का आयोजन किया गया। इस समारोह में उपस्थित समस्त अधिकारियों के साथ सेमिनार आयोजित किया गया जिसमें भविष्य में प्रशिक्षण के दौरान आने वाली विभिन्न चुनौतियों के बारे में विस्तृत चर्चा की गई।