प्राचीन इतिहास को समेटे कपालमोचन तीर्थ
यमुनानगर, डिजिटल डेक्स।। श्री गुरू नानक देव जी के प्रकाशपर्व पर यमुनानगर स्थित तीर्थराज कपाल मोचन का नज़ारा देखते ही बन रहा था, आधी रात को 𝟏𝟐 बजते ही करीब 𝟖 लाख सिख श्रद्धालु यहां स्थित एतिहासिक एवं पवित्र सरोवरों में उतर गए, और सभी ने एक साथ आस्था की डुबकी लगाई।
सिख संगत ने सरोवरों के किनारों पर दीए जलाकर अरदास की। और सदियो से चली आ रही अपनी पुरानी परंपरा को भी निभाया। इस अवसर पर लोगों की आस्था और विश्वास को ध्यान में रखते हुए स्थानीय प्रशासन द्वारा विशेष इंतजाम किए गए थे।
सिखो के पहले गुरू श्री गुरू नानक देव जी के प्रकाशोत्सव पर यमुनानगर स्थित तीर्थराज कपाल मोचन में रात भर, लाखों की संख्या में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला जारी रहा। कपाल मोचन स्थित प्रमुख गुरूद्वारा साहिब एवं गाय बच्छा घाट मंदिर किसी दुलहन की तरह सजाए गए थे, और लोगो की आस्था देखते ही बन रही थी। गौरतलब हैं कि हर साल कार्तिक-पूर्णिमा एवं गुरू नानक देव जी के जन्मदिन के मौके पर यहां देश के विभिन्न राज्यो से लाखों की संख्यां में श्रद्धालु अपने-अपने श्रद्धा सुमन अर्पित करने एकजुट होते है।
मेला अधिकारी एवं एसडीएम बिलासपुर जसपाल सिंह गिल की माने तो इस साल भी प्रकाशपर्व के मौके पर लगभग 8 लाख श्रद्धालु कपाल मोचन तीर्थ में शिरकत कर चुकें हैं और लगभग सभी ने रात्रि 12 बजे सुबह चार बजे के बीच यहां स्थित तीनों एतिहासिक पवित्र सरोवर, ब्रह्मसरोवर, ऋण मोचन एवं सूर्यकुंण्ड में आस्था की डुबकी लगाई।
स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने पारंपरिक ढंग से दीए जलाए, और दीए दान भी किए। इसके बाद श्रद्धालों ने एतिहासिक गुरूद्वारा साहिब और गाय बच्छा घाट मंदिर में पूरी श्रद्धाभाव से माथा भी टेका।
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