हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी.दलाल ने कहा कि जलभराव वाली भूमि से खड़े पानी को शीघ्र निकाला जाए, ताकि इस जमीन को सुधारकर कृषि योग्य बनाया जाए.
चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे.पी.दलाल ने कहा कि प्रदेश की जलभराव से प्रभावित भूमि से खड़े पानी को शीघ्र ही निकाला जाए ताकि भविष्य में ऐसी समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए भी स्थाई समाधान किया जाए। जलभराव वाली भूमि को कृषि योग्य बनाकर किसानों को खुशहाल किया जाएगा।
दलाल ने यह निर्देश आज यहां वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सम्बधित 10 जिलों के उपायुक्तों के साथ हुई बैठक में दिए। इस अवसर पर मुख्य सचिव संजीव कौशल भी उपस्थित रहे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होने दिया जाएगा। किसानों को किसी प्रकार की चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार हर कदम किसानों के साथ खड़ी है। उन्होंने कहा कि ऐसे सभी जलभराव क्षेत्रों से जल निकासी के लिए राज्य सरकार द्वारा हर संभावित प्रयास किया जाएगा।
कृषि मंत्री ने यह भी निर्देश दिए कि संबंधित जिलों के कृषि व सिंचाई विभाग के अधिकारी मिलकर इस कार्य को मिलकर पूरा करेंगे। उन्होंने कहा कि जींद, फतेहाबाद, हिसार, सिरसा, भिवानी, रोहतक, सोनीपत, झज्जर, नूंह और चरखी दादरी जिलों में किसानों की जमीन पर जलभराव की समस्या है। जिसका समाधान शीघ्र ही किया जाएगा। उन्होंने जिला उपायुक्तों को कहा कि वे जलभराव वाली जमीन का दौरा कर चेक भी करें।
दलाल ने सम्बधित जिलों के अधिकारियों को कहा कि किसानों की जमीन में खडे पानी को निकालकर उसको बिजाई योग्य बनाया जाए। ताकि किसान अपनी फसल की बिजाई कर सकें। उन्होंने कहा कि इस जमीन के ठीक होने से अनाज की पैदावार के साथ किसान को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि बड़ी क्षमता वाले पम्पों को लगाकर जल्द ही पानी निकालने का काम किया जाए।
इस अवसर पर बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ सुमिता मिश्रा, सिंचाई एवं जल संसाधन विभाग के आयुक्त एवं सचिव श्री पंकज अग्रवाल, कृषि विभाग के निदेशक नरहरि सिंह बांगड़, मुख्यमंत्री के सलाहकार (सिंचाई) देवेंद्र सिंह सहित कृषि, सिंचाई और राजस्व विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहें।