𝐊𝐮𝐦𝐚𝐫𝐢 𝐒𝐞𝐥𝐣𝐚 𝐡𝐚𝐬 𝐭𝐨𝐝𝐚𝐲 𝐰𝐫𝐢𝐭𝐭𝐞𝐧 𝐚 𝐥𝐞𝐭𝐭𝐞𝐫 𝐭𝐨 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐌𝐚𝐧𝐨𝐡𝐚𝐫 𝐋𝐚𝐥 𝐝𝐞𝐦𝐚𝐧𝐝𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐞 𝐢𝐧𝐜𝐥𝐮𝐬𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐟 𝐚𝐥𝐥 𝐬𝐮𝐛𝐣𝐞𝐜𝐭𝐬 𝐢𝐧 𝐏𝐆𝐓 𝐭𝐞𝐚𝐜𝐡𝐞𝐫 𝐫𝐞𝐜𝐫𝐮𝐢𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭. 𝐈𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐥𝐞𝐭𝐭𝐞𝐫, 𝐊𝐮𝐦𝐚𝐫𝐢 𝐒𝐞𝐥𝐣𝐚 𝐝𝐞𝐦𝐚𝐧𝐝𝐞𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐢𝐧 𝐏𝐆𝐓 𝐭𝐞𝐚𝐜𝐡𝐞𝐫 𝐫𝐞𝐜𝐫𝐮𝐢𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭, 𝐫𝐞𝐜𝐫𝐮𝐢𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐬𝐡𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐛𝐞 𝐫𝐨𝐥𝐥𝐞𝐝 𝐨𝐮𝐭 𝐟𝐨𝐫 𝐚𝐥𝐥 𝐬𝐮𝐛𝐣𝐞𝐜𝐭𝐬 𝐚𝐧𝐝 𝐚𝐥𝐥 𝐭𝐡𝐞 𝐯𝐚𝐜𝐚𝐧𝐭 𝐩𝐨𝐬𝐭𝐬 𝐬𝐡𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐛𝐞 𝐟𝐢𝐥𝐥𝐞𝐝.
चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। कांग्रेस स्टीयरिंग कमेटी की सदस्य एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने पीजीटी शिक्षक भर्ती में सभी विषयों को शामिल करने की मांग को लेकर सोमवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल को पत्र लिखा है। पत्र में कुमारी सैलजा ने मांग की है कि पीजीटी शिक्षक भर्ती में सभी विषयों की भर्ती निकाली जाए और सभी रिक्त पद भरे जाएं।
मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कुमारी सैलजा ने कहा कि पात्र अध्यापक संघ हरियाणा द्वारा उन्हें पत्र प्राप्त हुआ है, जिसमें बताया गया है कि हरियाणा में पीजीटी स्कूल लेक्चरर की पोस्ट बीती 19 नवंबर को विज्ञापित की गई थी। जिसमें केवल आठ विषयों को ही शामिल किया गया है। हरियाणा के स्कूलों में 18 से 20 विषय पढ़ाए जाते हैं। परन्तु कई विषय भर्ती में शामिल नहीं किए गए हैं। भौतिकशास्त्र, रसायन विज्ञान, जीव विज्ञान, पंजाबी, संस्कृत, हिंदी, इंग्लिश, समाजशास्त्र, भूगोल, अर्थशास्त्र, मनोविज्ञान आदि महत्वपूर्ण विषय भर्ती में शामिल नहीं किए गए हैं।
𝐈𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐥𝐞𝐭𝐭𝐞𝐫 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐞 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫, 𝐊𝐮𝐦𝐚𝐫𝐢 𝐒𝐞𝐥𝐣𝐚 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐬𝐡𝐞 𝐡𝐚𝐝 𝐫𝐞𝐜𝐞𝐢𝐯𝐞𝐝 𝐚 𝐥𝐞𝐭𝐭𝐞𝐫 𝐟𝐫𝐨𝐦 𝐭𝐡𝐞 𝐏𝐚𝐭𝐫𝐚 𝐀𝐝𝐡𝐲𝐚𝐩𝐚𝐤 𝐒𝐚𝐧𝐠𝐡 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚, 𝐢𝐧𝐟𝐨𝐫𝐦𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐫𝐞𝐜𝐫𝐮𝐢𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐟𝐨𝐫 𝐭𝐡𝐞 𝐩𝐨𝐬𝐭 𝐨𝐟 𝐏𝐆𝐓 𝐒𝐜𝐡𝐨𝐨𝐥 𝐋𝐞𝐜𝐭𝐮𝐫𝐞𝐫 𝐰𝐚𝐬 𝐚𝐝𝐯𝐞𝐫𝐭𝐢𝐬𝐞𝐝 𝐢𝐧 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐨𝐧 𝐍𝐨𝐯𝐞𝐦𝐛𝐞𝐫 𝟏𝟗 𝐥𝐚𝐬𝐭 𝐢𝐧 𝐰𝐡𝐢𝐜𝐡 𝐨𝐧𝐥𝐲 𝐞𝐢𝐠𝐡𝐭 𝐬𝐮𝐛𝐣𝐞𝐜𝐭𝐬 𝐡𝐚𝐝 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐢𝐧𝐜𝐥𝐮𝐝𝐞𝐝. 𝐀𝐫𝐨𝐮𝐧𝐝 𝟏𝟖 𝐭𝐨 𝟐𝟎 𝐬𝐮𝐛𝐣𝐞𝐜𝐭𝐬 𝐰𝐞𝐫𝐞 𝐛𝐞𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐚𝐮𝐠𝐡𝐭 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐜𝐡𝐨𝐨𝐥𝐬 𝐨𝐟 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚, 𝐛𝐮𝐭 𝐦𝐚𝐧𝐲 𝐬𝐮𝐛𝐣𝐞𝐜𝐭𝐬 𝐡𝐚𝐝 𝐧𝐨𝐭 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐢𝐧𝐜𝐥𝐮𝐝𝐞𝐝 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐢𝐬 𝐫𝐞𝐜𝐫𝐮𝐢𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭. 𝐈𝐦𝐩𝐨𝐫𝐭𝐚𝐧𝐭 𝐬𝐮𝐛𝐣𝐞𝐜𝐭𝐬 𝐬𝐮𝐜𝐡 𝐚𝐬 𝐏𝐡𝐲𝐬𝐢𝐜𝐬, 𝐂𝐡𝐞𝐦𝐢𝐬𝐭𝐫𝐲, 𝐁𝐢𝐨𝐥𝐨𝐠𝐲, 𝐏𝐮𝐧𝐣𝐚𝐛𝐢, 𝐒𝐚𝐧𝐬𝐤𝐫𝐢𝐭, 𝐇𝐢𝐧𝐝𝐢, 𝐄𝐧𝐠𝐥𝐢𝐬𝐡, 𝐒𝐨𝐜𝐢𝐨𝐥𝐨𝐠𝐲, 𝐆𝐞𝐨𝐠𝐫𝐚𝐩𝐡𝐲, 𝐄𝐜𝐨𝐧𝐨𝐦𝐢𝐜𝐬 𝐚𝐧𝐝 𝐏𝐬𝐲𝐜𝐡𝐨𝐥𝐨𝐠𝐲 𝐡𝐚𝐝 𝐧𝐨𝐭 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐢𝐧𝐜𝐥𝐮𝐝𝐞𝐝 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐫𝐞𝐜𝐫𝐮𝐢𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭, 𝐬𝐡𝐞 𝐚𝐝𝐝𝐞𝐝.कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश में पीजीटी शिक्षक भर्ती को सात साल बीत गए हैं और सात साल बीतने के बाद सिर्फ आठ विषयों के 4476 पद ही भरे जा रहे हैं। प्रदेश में पीजीटी के करीब 14 हजार पद रिक्त हैं, मगर फिर भी सरकार सभी पदों को भरने के लिए गंभीर नहीं है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रदेश के शिक्षित युवा सरकार द्वारा भर्ती नहीं निकालने से बेरोजगार हैं और हताश व निराश हैं। युवा आयु सीमा के पार हो रहे हैं। इसके साथ ही खाली पड़े शिक्षकों के पदों से विद्यार्थियों की पढ़ाई भी बुरी तरह से प्रभावित हो रही है।
𝐊𝐮𝐦𝐚𝐫𝐢 𝐒𝐞𝐥𝐣𝐚 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐬𝐞𝐯𝐞𝐧 𝐲𝐞𝐚𝐫𝐬 𝐡𝐚𝐝 𝐩𝐚𝐬𝐬𝐞𝐝 𝐬𝐢𝐧𝐜𝐞 𝐭𝐡𝐞 𝐥𝐚𝐬𝐭 𝐫𝐞𝐜𝐫𝐮𝐢𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐨𝐟 𝐏𝐆𝐓 𝐭𝐞𝐚𝐜𝐡𝐞𝐫𝐬 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐚𝐧𝐝 𝐧𝐨𝐰 𝐚𝐟𝐭𝐞𝐫 𝐬𝐞𝐯𝐞𝐧 𝐲𝐞𝐚𝐫𝐬 𝐨𝐧𝐥𝐲 𝟒𝟒𝟕𝟔 𝐩𝐨𝐬𝐭𝐬 𝐨𝐟 𝐞𝐢𝐠𝐡𝐭 𝐬𝐮𝐛𝐣𝐞𝐜𝐭𝐬 𝐰𝐞𝐫𝐞 𝐛𝐞𝐢𝐧𝐠 𝐟𝐢𝐥𝐥𝐞𝐝. 𝐀𝐛𝐨𝐮𝐭 𝟏𝟒,𝟎𝟎𝟎 𝐩𝐨𝐬𝐭𝐬 𝐨𝐟 𝐏𝐆𝐓 𝐰𝐞𝐫𝐞 𝐯𝐚𝐜𝐚𝐧𝐭 𝐢𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞, 𝐛𝐮𝐭 𝐬𝐭𝐢𝐥𝐥 𝐭𝐡𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐰𝐚𝐬 𝐧𝐨𝐭 𝐬𝐞𝐫𝐢𝐨𝐮𝐬 𝐭𝐨 𝐟𝐢𝐥𝐥 𝐚𝐥𝐥 𝐭𝐡𝐞 𝐩𝐨𝐬𝐭𝐬. 𝐓𝐡𝐞 𝐞𝐝𝐮𝐜𝐚𝐭𝐞𝐝 𝐲𝐨𝐮𝐭𝐡 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐰𝐞𝐫𝐞 𝐮𝐧𝐞𝐦𝐩𝐥𝐨𝐲𝐞𝐝, 𝐟𝐫𝐮𝐬𝐭𝐫𝐚𝐭𝐞𝐝 𝐚𝐧𝐝 𝐝𝐢𝐬𝐚𝐩𝐩𝐨𝐢𝐧𝐭𝐞𝐝 𝐝𝐮𝐞 𝐭𝐨 𝐧𝐨 𝐫𝐞𝐜𝐫𝐮𝐢𝐭𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐛𝐲 𝐭𝐡𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭. 𝐘𝐨𝐮𝐭𝐡 𝐰𝐞𝐫𝐞 𝐜𝐫𝐨𝐬𝐬𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐞 𝐮𝐩𝐩𝐞𝐫 𝐚𝐠𝐞 𝐥𝐢𝐦𝐢𝐭. 𝐀𝐥𝐨𝐧𝐠 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝐭𝐡𝐢𝐬, 𝐭𝐡𝐞 𝐞𝐝𝐮𝐜𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐟 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐮𝐝𝐞𝐧𝐭𝐬 𝐰𝐚𝐬 𝐚𝐥𝐬𝐨 𝐠𝐞𝐭𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐛𝐚𝐝𝐥𝐲 𝐚𝐟𝐟𝐞𝐜𝐭𝐞𝐝 𝐝𝐮𝐞 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐞 𝐯𝐚𝐜𝐚𝐧𝐭 𝐩𝐨𝐬𝐭𝐬 𝐨𝐟 𝐭𝐞𝐚𝐜𝐡𝐞𝐫𝐬, 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐊𝐮𝐦𝐚𝐫𝐢 𝐒𝐞𝐥𝐣𝐚.