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Rohtak - ई संजीवनी एप बनी जनता के लिए संजीवनी

हर रोज प्रदेश में लगभग 2000 मरीज लेते हैं डॉक्टरों से परामर्श


रोहतक। NEWS -    कोरोना काल में शुरू हुई ई संजीवनी ऐप आज लोगों के लिए वरदान साबित हो रही है। प्रदेश में हर रोज लगभग दो हजार के करीब मरीज स्पेशलिस्ट डॉक्टरों से घर बैठे चिकित्सा संबंधी परामर्श ले रहे है। इसमें अब ई संजीवनी हब को भी जोड़ दिया गया। जिसके चलते प्रदेश के किसी भी सरकारी हस्पताल या पीजीआईएमएस के स्पेशलिस्ट डॉक्टर से राय ली जा सकती है। रोहतक में भी हर रोज लगभग 70 से 80 मरीज इस ऐप का फायदा उठा रहे हैं।


कोरोना काल के दौरान ई संजीवनी की शुरुआत इस वजह से की गई थी की जनता घर बैठे चिकित्सा से संबंधित परामर्श डॉक्टरों से ले सके और उन्हें कोरोनावायरस से बचाया जा सके। अब कोरोना तो चला गया है लेकिन इस ऐप के माध्यम से घर बैठे ही लोगों को चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। ऐसे में यदि कोई नागरिक गंभीर रोग से पीडि़त नहीं है व उसे अपने से जुड़े सामान्य रोग के लिए डॉक्टरी परामर्श लेना है तो वे राष्ट्रीय टेली कंसल्टेशन सेवा के तहत ई-संजीवनी ओपीडी एप्लीकेशन का प्रयोग कर राज्य में कार्यरत विशेषज्ञ चिकित्सकों से किसी भी प्रकार की बीमारी के लिए इलाज व परामर्श एवं प्रिस्क्रिप्शन प्राप्त कर सकता है। सबसे पहले गूगल से ई-संजीवनी ऐप डाउनलोड करना होगा। इसके बाद अपना मोबाइल नंबर ओटीपी के माध्यम से सत्यापित कर पंजीकरण कर सकेंगे। पंजीकरण के लिए नाम, पता, जेंडर, आयु आदि सूचनाएं ऐप में दर्ज करनी होंगी। ऐप पर दी गई जानकारी के अनुसार पेशेंट आईडी और टोकन नंबर डालकर सिस्टम में लॉग इन करें। मरीज अपनी बारी का इंतजार करें और टोकन नंबर आने पर ऑनलाइन चिकित्सक से परामर्श प्राप्त करें। परामर्श के दौरान आप संबंधित चिकित्सक को परेशानी, बीमारी, लक्षण आदि के बारे में बताएं ताकि चिकित्सक आपको दवाएं सावधानी व परहेज आदि बता सकें। टेली कंसल्टेशन पूर्ण होने पर ई-प्रिस्क्रिप्शन प्राप्त करें, जिसके माध्यम से आप दवा प्राप्त कर सकेंगें। जरूरत होने पर आप फॉलोअप परामर्श भी ले सकते है। 


उप सिविल सर्जन एवं ई-संजीवनी के नोडल अधिकारी डॉ दिनेश मलिक ने बताया कि जिला में नियमित रूप से की संजीवनी की सेवाएं प्रदान की जा रही है। उन्होंने बताया कि हर जिला का 11 वे दिन नंबर आता है और सुविधा 24 घंटे उपलब्ध है। उन्होंने बताया कि मरीज नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर चिकित्सा विशेषज्ञों की राय भी ले सकता है। उन्होंने बताया कि ई-संजीवनी के तहत पीजीआई चंडीगढ़ तथा पीजीआई रोहतक के चिकित्सा विशेषज्ञों से परामर्श लिया जा सकता है। इसके लिए संबंधित मरीज को स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर उपलब्ध डॉक्टर को इस बारे में बताना होगा। स्थानीय डॉक्टर संबंधित मरीज की इच्छा अनुसार ऑनलाइन पीजीआई चंडीगढ़ अथवा पीजीआई रोहतक के चिकित्सक से बातचीत करके मरीज को सलाह बारे अवगत कराएगा।


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