बिना दस्तावेजों के यह लैब चल रही थी, मौके पर लैब संबंधी कोई दस्तावेज दिखाए नहीं गए !
यमुनानगर, डिजिटल डेक्स।। जिले में हर उस स्थान पर दहशत बनी हुई है, जहां पर कुछ अनियमित कार्य चल रहे है लेकिन फिर भी कुछ स्थान एैसे हैं, जिन्हें शायद सीएम फ्लाईंग का कोई डर नहीं है। शिकायत के अनुसार सीएम फ्लाईंग बिलासपुर स्थित एक प्राईवेट हस्पताल में पहुंची और पूरे हस्पताल पर रेड की।
इस रेड में बिलासपुर थाना प्रभारी सहित स्वास्थ्य विभाग की टीम भी वहां पहुंची। बिलासपुर थाना प्रभारी सहित जिला स्वास्थ्य विभाग की टीम,जिला ड्रग कंट्रोलर ऋतू महेला, पॉलियूशन कंट्रोल बोर्ड एसडीओ अजय कुमार कों भी बुलाया गया।
जानकारी देते हुए डिस्टिक ड्रग कंट्रोलर ऋतू महेला ने कहा एसएस हास्पताल के परिसर मे स्थित केमिस्ट शॉप पर रेक्स में कुछ दवायें एकस्पायर डेट मिली, जिन्हे रिपोर्ट पर दर्ज किया गया है और मौके पर मौजूद फार्मसिस्ट को सेल-प्रचेज रिकॉर्ड दिखाने के लिए कहा गया, जिसे वह मौके पर नहीं दिखा पाए। लाइसेंस अथॉरिटी कुरुक्षेत्र द्वारा नोटिस देकर रिकॉर्ड मांगा जायेगा व जो भी विभागीय कार्यवाही बनती है वह जाएगी।
वहीं, पॉलियूशन कंट्रोल बोर्ड के एसडीओ अजय कुमार ने बताया कि हस्पताल प्रबंधन के पास वाटर, एयर एक्ट व बायो मेडिकल वेस्ट से संबधित डोक्यूमेंट्स भी नहीं है व इसके तहत जिला का पॉलियूशन विभाग कार्यवाही करेगा।
स्वास्थ्य विभाग ने भी इस पर कड़ा संज्ञान लिया व स्वास्थ्य विभाग से मौजूद डॉक्टर विपिन गोंदवाल ने कहा कि सीएम फ्लाइंग द्वारा इंस्पेक्शन के लिए स्वास्थ्य विभाग कों कहा गया, जिसके बाद स्वस्थ्य विभाग की टीम ने जांच की व पाया कि क्लिनिकल एस्टेब्लिशमेन्ट के तहत काफ़ी खामिया पाई गयी व इसे जिसे स्पॉट मेमो मे दर्ज किया गया है व इसके तहत करवाही होगी।
बता दें कि हस्पताल में मौजूद लेब अटेंडेंट व स्टॉफ भी अंनट्रेंड पाया गया। हस्पताल में बड़ी संख्या मे खामिया जाहिर हूई व बिना किसी विभाग के सर्टिफिकेशन के यह हस्पताल लगभग 10 सालों से ज्यादा से यूंही चल रहा है जिसपर सीएम फ्लाइंग की टीम ने कड़ा संज्ञान लेते हुए रेड की व सभी खामिया उजागर क़ी। संबंधित विभागों द्वारा अपनी रिपोर्ट तैयार कर उक्त हस्पताल पर कार्यावही की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।
बता दें कि हस्पताल में मौजूद लेब अटेंडेंट व स्टॉफ भी अंनट्रेंड पाया गया। हस्पताल में बड़ी संख्या मे खामिया जाहिर हूई व बिना किसी विभाग के सर्टिफिकेशन के यह हस्पताल लगभग 10 सालों से ज्यादा से यूंही चल रहा है जिसपर सीएम फ्लाइंग की टीम ने कड़ा संज्ञान लेते हुए रेड की व सभी खामिया उजागर क़ी। संबंधित विभागों द्वारा अपनी रिपोर्ट तैयार कर उक्त हस्पताल पर कार्यावही की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।