𝐖𝐡𝐢𝐥𝐞 𝐢𝐧𝐬𝐭𝐫𝐮𝐜𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐭𝐡𝐞 𝐭𝐨𝐩 𝐛𝐫𝐚𝐬𝐬 𝐨𝐟 𝐩𝐨𝐥𝐢𝐜𝐞 𝐭𝐨 𝐭𝐚𝐤𝐞 𝐞𝐯𝐞𝐧 𝐬𝐭𝐫𝐢𝐜𝐭𝐞𝐫 𝐚𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧𝐬 𝐚𝐠𝐚𝐢𝐧𝐬𝐭 𝐨𝐫𝐠𝐚𝐧𝐢𝐳𝐞𝐝 𝐜𝐫𝐢𝐦𝐞, 𝐭𝐡𝐞 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐜𝐫𝐞𝐚𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐚 𝐬𝐚𝐟𝐞 𝐞𝐧𝐯𝐢𝐫𝐨𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐟𝐨𝐫 𝐩𝐞𝐨𝐩𝐥𝐞 𝐢𝐧 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐢𝐬 𝐭𝐡𝐞 𝐤𝐞𝐲 𝐩𝐫𝐢𝐨𝐫𝐢𝐭𝐲 𝐟𝐨𝐫 𝐭𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭. 𝐇𝐞 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐜𝐫𝐢𝐦𝐞 𝐚𝐧𝐝 𝐜𝐫𝐢𝐦𝐢𝐧𝐚𝐥 𝐢𝐧𝐜𝐢𝐝𝐞𝐧𝐭𝐬 𝐬𝐡𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐛𝐞 𝐜𝐮𝐫𝐛𝐞𝐝 𝐚𝐭 𝐚𝐥𝐥 𝐜𝐨𝐬𝐭𝐬 𝐬𝐨 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐚 𝐟𝐫𝐢𝐞𝐧𝐝𝐥𝐲 𝐞𝐧𝐯𝐢𝐫𝐨𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐢𝐬 𝐦𝐚𝐢𝐧𝐭𝐚𝐢𝐧𝐞𝐝. 𝐓𝐡𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐬𝐡𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐚𝐜𝐡𝐢𝐞𝐯𝐞 𝐭𝐡𝐞 𝐝𝐢𝐬𝐭𝐢𝐧𝐜𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐨𝐟 𝐩𝐞𝐚𝐜𝐞𝐟𝐮𝐥 𝐚𝐧𝐝 𝐧𝐨-𝐜𝐫𝐢𝐦𝐞 𝐬𝐭𝐚𝐭𝐞 𝐛𝐲 𝐝𝐞𝐚𝐥𝐢𝐧𝐠 𝐟𝐢𝐫𝐦𝐥𝐲 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝐭𝐡𝐞 𝐨𝐟𝐟𝐞𝐧𝐝𝐞𝐫𝐬.
चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने गृह मंत्री अनिल विज के साथ आज पंचकूला में ईआरएसएस भवन में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर प्रदेश में अपराध और कानून व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की।पुलिस महानिदेशक (डीजीपी), हरियाणा प्रशांत कुमार अग्रवाल सहित हरियाणा पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
Instruct officers to step up action against organized crime
उन्होंने कहा कि अपराध और आपराधिक घटनाओं पर हर कीमत पर अंकुश लगाया जाना चाहिए ताकि प्रदेश में सौहार्दपूर्ण वातावरण बना रहे। उन्होंने कहा कि अपराधियों के साथ सख्ती से निपटते हुए प्रदेश एक शांतिपूर्ण और अपराध-मुक्त राज्य बने।
उन्होंने अपराध की स्थिति की गहन समीक्षा करते हुए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपराधिक गतिविधियों और टारगेट किलिंग में शामिल पाए गए आपराधिक तत्वों के बारे में खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए ग्रामीणों को जोड़ा जाए। इससे पुलिस की विश्वसनीयता बढ़ेगी और आम जनता के सहयोग से ऐसी घटनाओं को नियंत्रित करने में मदद भी मिल सकेगी।
उन्होंने अपराध की स्थिति की गहन समीक्षा करते हुए पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि आपराधिक गतिविधियों और टारगेट किलिंग में शामिल पाए गए आपराधिक तत्वों के बारे में खुफिया जानकारी एकत्र करने के लिए ग्रामीणों को जोड़ा जाए। इससे पुलिस की विश्वसनीयता बढ़ेगी और आम जनता के सहयोग से ऐसी घटनाओं को नियंत्रित करने में मदद भी मिल सकेगी।
नागरिकों की सुरक्षा एवं कानून व्यवस्था को और मजबूत बनाने की दिशा में Dial 112 कारगर साबित हो रही है।
— Manohar Lal (@mlkhattar) February 7, 2023
आज पंचकूला स्थित Dial 112 हेडक्वार्टर का बारीकी से निरीक्षण किया एवं हरियाणा वासियों की सेवा में हर समय समर्पित कर्मियों से कार्यप्रणाली की जानकारी प्राप्त की।@112Haryana pic.twitter.com/MZIiPtdjtY
मुख्यमंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और स्पेशल टास्क फोर्स नशीले पदार्थों की तस्करी, अपराध और आपराधिक तत्वों को पूरी तरह से खत्म करने के लिए जिला पुलिस इकाइयों के साथ मिलकर काम करें। उन्होंने कहा कि जिला पुलिस अधीक्षक और पुलिस आयुक्त अत्यधिक सक्रियता के साथ बदमाश और आपराधिक तत्वों पर सख्त कार्रवाई करें।
उन्होंने साइबर अपराध की बढ़ती घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि साइबर अपराध न केवल व्यक्तियों के लिए बल्कि सार्वजनिक क्षेत्र के लिए भी खतरा बन गया है, जोकि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।
नए साइबर थानों की स्थापना के अतिरिक्त पूरे पुलिस विभाग को साइबर क्राइम से उत्पन्न वर्तमान चुनौतियों से निपटने के लिए तकनीकी रूप से मजबूत किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि साइबर अपराध की प्रवृत्तियों और सुरक्षा युक्तियों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए विशेष अभियान भी चलाये जाने चाहिए।
उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सभी अधिकारियों को महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखने और इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि अब तक साइबर अपराध से संबंधित ठगी की करीब 47 करोड़ रुपये की राशि बरामद/रोकी जा चुकी है। बैठक में गैंगस्टर, आतंकवाद, मोस्ट वांटेड, साइबर अपराध, यातायात और सड़क सुरक्षा पर भी चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा पुलिस की अनूठी पहलों की सराहना करते हुए कहा कि अपराधियों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ हरियाणा पुलिस की लगातार कार्रवाई से जनता का विश्वास बढ़ा है। इसे आगे बढ़ाते हुए फील्ड में अधिक से अधिक पुलिस बल की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए ताकि बदमाशों व शरारती तत्वों पर नकेल कसी जा सके।
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उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने सभी अधिकारियों को महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान रखने और इस संबंध में आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
बैठक में बताया गया कि अब तक साइबर अपराध से संबंधित ठगी की करीब 47 करोड़ रुपये की राशि बरामद/रोकी जा चुकी है। बैठक में गैंगस्टर, आतंकवाद, मोस्ट वांटेड, साइबर अपराध, यातायात और सड़क सुरक्षा पर भी चर्चा की गई।
मुख्यमंत्री ने हरियाणा पुलिस की अनूठी पहलों की सराहना करते हुए कहा कि अपराधियों और असामाजिक तत्वों के खिलाफ हरियाणा पुलिस की लगातार कार्रवाई से जनता का विश्वास बढ़ा है। इसे आगे बढ़ाते हुए फील्ड में अधिक से अधिक पुलिस बल की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए ताकि बदमाशों व शरारती तत्वों पर नकेल कसी जा सके।
उन्होंने पुलिस को राज्य सरकार का चेहरा बताते हुए कहा कि पुलिस को प्रभावी रूप से कार्य करने के साथ-साथ इसकी कार्यप्रणाली पारदर्शी होनी चाहिए। पुलिस द्वारा किए जा रहे बेहतर कार्यों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि पुलिस की ईआरएसएस 112 सेवा बेहतर कार्य करते हुए संकटकालीन कॉल का तुरंत व अविलंब रिस्पांस दे रही है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने ईआरएसएस 112 के कामकाज की भी समीक्षा की।
राज्य पुलिस बल की सराहना करते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य पुलिस ने कम्पीटेंट अथॉरिटी के माध्यम से नशा तस्करों की अवैध कमाई से अर्जित संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने ईआरएसएस 112 के कामकाज की भी समीक्षा की।
राज्य पुलिस बल की सराहना करते हुए गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि राज्य पुलिस ने कम्पीटेंट अथॉरिटी के माध्यम से नशा तस्करों की अवैध कमाई से अर्जित संपत्तियों को कुर्क करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है।
उन्होंने अधिकारियों को मोस्ट वांटेड अपराधियों, उद्घोषित अपराधियों और बेल जंपर्स की गिरफ्तारी के साथ-साथ अवैध हथियारों की बरामदगी के लिए समय समय पर विशेष अभियान चलाने के भी निर्देश दिए ताकि राज्य भर में अपराध की दर को और निम्न स्तर पर लाया जा सके।
इससे पहले पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार अग्रवाल ने मुख्यमंत्री व गृह मंत्री का स्वागत किया। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि उनके निर्देशों की अक्षरशः अनुपालना की जाएगी। साथ ही, पुलिस विभाग विशेष रूप से बढ़ते साइबर अपराधों से निपटने के मामले में अपनी दक्षता में और अधिक सुधार करेगा।
बैठक में एसीएस होम टीवीएसएन प्रसाद, एडीजीपी क्राइम ओपी सिंह, एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल एडीजीपी दूरसंचार और आईटी डॉ ए एस चावला, एडीजीपी कानून व्यवस्था संदीप खिरवार, एडीजीपी हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो श्रीकांत जाधव, सभी रेंज एडीजीपी/आईजीपी, पुलिस आयुक्त और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।
इससे पहले पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार अग्रवाल ने मुख्यमंत्री व गृह मंत्री का स्वागत किया। उन्होंने आश्वासन देते हुए कहा कि उनके निर्देशों की अक्षरशः अनुपालना की जाएगी। साथ ही, पुलिस विभाग विशेष रूप से बढ़ते साइबर अपराधों से निपटने के मामले में अपनी दक्षता में और अधिक सुधार करेगा।
बैठक में एसीएस होम टीवीएसएन प्रसाद, एडीजीपी क्राइम ओपी सिंह, एडीजीपी सीआईडी आलोक मित्तल एडीजीपी दूरसंचार और आईटी डॉ ए एस चावला, एडीजीपी कानून व्यवस्था संदीप खिरवार, एडीजीपी हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो श्रीकांत जाधव, सभी रेंज एडीजीपी/आईजीपी, पुलिस आयुक्त और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।