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𝐂𝐡𝐚𝐧𝐝𝐢𝐠𝐚𝐫𝐡 𝐍𝐞𝐰𝐬: प्रधानमंत्री ने हर बूंद-अधिक फसल की योजना शुरू की

𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫, 𝐌𝐚𝐧𝐨𝐡𝐚𝐫 𝐋𝐚𝐥 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐚𝐭 𝐟𝐢𝐧𝐚𝐧𝐜𝐢𝐚𝐥 𝐚𝐬𝐬𝐢𝐬𝐭𝐚𝐧𝐜𝐞 𝐨𝐟 𝐑𝐬. 𝟏𝟕𝟗.𝟑𝟗 𝐜𝐫𝐨𝐫𝐞 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐛𝐞𝐞𝐧 𝐩𝐫𝐨𝐯𝐢𝐝𝐞𝐝 𝐭𝐨 𝟏𝟗,𝟓𝟏𝟕 𝐛𝐞𝐧𝐞𝐟𝐢𝐜𝐢𝐚𝐫𝐢𝐞𝐬 𝐨𝐟 𝟓𝟖,𝟎𝟎𝟎 𝐚𝐜𝐫𝐞𝐬 𝐨𝐟 𝐥𝐚𝐧𝐝 𝐟𝐨𝐫 𝐝𝐫𝐢𝐩, 𝐦𝐢𝐧𝐢-𝐬𝐩𝐫𝐢𝐧𝐤𝐥𝐞𝐫 𝐚𝐧𝐝 𝐩𝐨𝐫𝐭𝐚𝐛𝐥𝐞-𝐬𝐩𝐫𝐢𝐧𝐤𝐥𝐞𝐫 𝐦𝐢𝐜𝐫𝐨-𝐢𝐫𝐫𝐢𝐠𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐬𝐲𝐬𝐭𝐞𝐦𝐬. 𝐓𝐡𝐮𝐬, 𝐭𝐡𝐞 𝐟𝐚𝐫𝐦𝐞𝐫𝐬 𝐬𝐡𝐨𝐮𝐥𝐝 𝐭𝐚𝐤𝐞 𝐦𝐚𝐱𝐢𝐦𝐮𝐦 𝐛𝐞𝐧𝐞𝐟𝐢𝐭𝐬 𝐨𝐟 𝐰𝐚𝐭𝐞𝐫 𝐜𝐨𝐧𝐬𝐞𝐫𝐯𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐬𝐜𝐡𝐞𝐦𝐞𝐬, 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐭𝐡𝐞 𝐂𝐡𝐢𝐞𝐟 𝐌𝐢𝐧𝐢𝐬𝐭𝐞𝐫 𝐰𝐡𝐢𝐥𝐞 𝐢𝐧𝐭𝐞𝐫𝐚𝐜𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐰𝐢𝐭𝐡 𝐭𝐡𝐞 𝐛𝐞𝐧𝐞𝐟𝐢𝐜𝐢𝐚𝐫𝐢𝐞𝐬 𝐨𝐟 𝐌𝐢𝐜𝐫𝐨 𝐈𝐫𝐫𝐢𝐠𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐚𝐧𝐝 𝐂𝐨𝐦𝐦𝐚𝐧𝐝 𝐀𝐫𝐞𝐚 𝐃𝐞𝐯𝐞𝐥𝐨𝐩𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐀𝐮𝐭𝐡𝐨𝐫𝐢𝐭𝐲 (𝐌𝐈𝐂𝐀𝐃𝐀) 𝐝𝐮𝐫𝐢𝐧𝐠 𝐚 𝐯𝐢𝐫𝐭𝐮𝐚𝐥 𝐒𝐚𝐦𝐯𝐚𝐝 𝐩𝐫𝐨𝐠𝐫𝐚𝐦𝐦𝐞 𝐡𝐞𝐫𝐞 𝐭𝐨𝐝𝐚𝐲.


 


चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि किसानों को ड्रिप, मिनी-स्पिंरकलर और पोर्टेबल-स्पिंरकलर माईक्रो-इरीगेशन सिस्टम के लिए 𝟓𝟖 हजार एकड़ खेतों के 𝟏𝟗𝟓𝟏𝟕 लाभार्थियों को 𝟏𝟕𝟗.𝟑𝟗 करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की गई है। इसलिए किसान जल संरक्षण की योजनाओं का ज्यादा से ज्यादा लाभ उठाएं।


the Prime Minister has started the scheme of ‘Prati Boond-Adhik Fasal’


मुख्यमंत्री आज यहां मिकाडा के लाभार्थियों से वर्चुअल संवाद कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने अनेक लाभार्थियों से न केवल संवाद किया बल्कि योजनाओं का फीडबैक भी लिया। अनेक लाभार्थियों ने सरकार की योजनाओं की प्रशंसा के साथ ही जल संरक्षण के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की भी सराहना की।


सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली खेती के लिए बहुत उपयोगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि जल सरंक्षण और उपलब्ध पानी का तर्कसंगत व मितव्ययिता से प्रयोग करने के लिए मिकाडा के माध्यम से विभिन्न स्कीमें चलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हर बूंद-अधिक फसल की योजना शुरू की है। 

सूक्ष्म सिंचाई यानी ड्रिप और स्प्रिंकलर सिंचाई प्रणाली के माध्यम से खेत स्तर पर जल उपयोग दक्षता को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है। सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली खेती के लिए बहुत उपयोगी है। इससे पानी के एक ही स़्त्रोत से सिंचित क्षेत्र में काफी बढोतरी हो जाती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खेत में ही जलाशय के निर्माण पर सरकार व्यक्तिगत आवेदक के लिए 70 प्रतिशत की दर से और किसान समूहों के सदस्यों को 85 प्रतिशत की दर से सहायता प्रदान कर रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा में ड्रिप, मिनी -स्प्रिंकलर और पोर्टेबल स्प्रिंकलर सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली को बढ़ावा दिया जा रहा है। सूक्ष्म सिंचाई को बढाने व खेतों में वर्षा जल संग्रहण के लिए तालाब बनाने व खालों को पक्का करने का कार्य मिकाडा को दिया गया है।

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अटल भूजल योजना के 11284 लाभार्थियों के खातें में ट्रांसफर किए 19 करोड़

मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल भूजल योजना के तहत राज्य के 𝟏𝟔𝟓𝟔 गांवों में किसानों को उनके हिस्से की 𝟏𝟓 प्रतिशत प्रतिपूर्ति राशि सीधे डीबीटी माध्यम से खातों में भेजी जा रही है। अब तक 𝟏𝟏𝟐𝟖𝟒 लाभार्थियों के खातें में 𝟏𝟗 करोड़ रुपए ट्रांसफर किए जा चुके हैं। 

उन्होंने कहा कि खालों के माध्यम से सीधे ही जितने खेत में पानी लगाते हैं, सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली से उतने ही पानी से 𝟗𝟓 प्रतिशत तक अधिक क्षेत्र में सिंचाई होती है और इसके साथ ही 𝟒𝟖 प्रतिशत तक पानी की बचत होती है।

उन्होंने कहा कि राज्य में जिन किसानों ने सूक्ष्म सिंचाई को अपनाया है उनके खेतों में फल और सब्जियों की पैदावार में 𝟓𝟐 प्रतिशत तक बढोतरी हुई है। इसके साथ ही खेत में ही जलाशय बनाने के लिए 𝟐𝟏𝟖𝟓 लाभार्थियों को 𝟓𝟒.𝟗𝟎 करोड़ रुपए और 𝟐𝟓𝟖𝟒 अन्य लाभार्थियों को 𝟔𝟒 करोड़ रुपए जारी किए गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि गन्ने की फसल में अधिक पानी की खपत होती है, अब किसान धीरे धीरे सूक्ष्म सिंचाई को अपना रहे है। इससे पानी की बचत के साथ साथ पैदावार भी अच्छी होगी।

मुख्यमंत्री ने लाभार्थियों से कहा कि वे जल संरक्षण से जुड़ी इन योजनाओं का लाभ उठाएं और दूसरे किसानों को जल सरंक्षण के बारे जागरूक करें।

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