ई-टेंडरिंग व राइट टू रिकाल के विरोध में सरकार व पंचायत मंत्री विरोधी नारेबाजी कर रोष जताया !
इस दौरान सरपंचों ने पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली के पंचायतों का कार्यभार पंचो को सौंपे जाने संबंधित ब्यान पर भी अपना गुस्सा जाहिर करते हुए सरकार से पंचायत मंत्री को बर्खास्त किए जाने की मांग की।
उन्होंने कहा कि पंचायत मंत्री सरपंचो को दबाव बनाने का प्रयास कर रहे है जबकि प्रदेश के सरपंच किसी भी कीमत पर उनके दबाव में आने वाले नहीं है और उनकी मांगे पूरी हो जाने तक अपना धरना प्रदर्शन जारी रखेगें।
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पंचायत मंत्री फूट डालो राज करो की नीति को अपना रहे है। जबकि उन्हें इससे कोई लाभ होने वाला नहीं है। इससे आंदोलन पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा और जब तक सरकार ई- टेंडरिंग व राइट टू रिकाल नियम को वापिस नहीं लेती तब तक उनका धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग से चुने गए सरपंचो की कोई अनदेखी नहीं कर सकता। ई- टेंडरिंग से भ्रष्टाचार कम होने की बजाए और बढ़ेगा। इसलिए सरपंच इसका विरोध कर रहे है।
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