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𝐂𝐡𝐚𝐧𝐝𝐢𝐠𝐚𝐫𝐡 𝐍𝐞𝐰𝐬: बिजली के रेट बढ़ाकर महंगाई से त्रस्त जनता पर सरकार ने मारी एक और मार- हुड्डा

𝐀𝐝𝐝𝐫𝐞𝐬𝐬𝐢𝐧𝐠 𝐚 𝐩𝐫𝐞𝐬𝐬 𝐜𝐨𝐧𝐟𝐞𝐫𝐞𝐧𝐜𝐞 𝐚𝐭 𝐡𝐢𝐬 𝐫𝐞𝐬𝐢𝐝𝐞𝐧𝐜𝐞, 𝐇𝐨𝐨𝐝𝐚 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐨𝐧 𝐨𝐧𝐞 𝐡𝐚𝐧𝐝, 𝐭𝐡𝐞 𝐂𝐨𝐧𝐠𝐫𝐞𝐬𝐬 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐢𝐧 𝐑𝐚𝐣𝐚𝐬𝐭𝐡𝐚𝐧 𝐢𝐬 𝐠𝐢𝐯𝐢𝐧𝐠 𝐫𝐞𝐥𝐢𝐞𝐟 𝐭𝐨 𝐭𝐡𝐞 𝐩𝐞𝐨𝐩𝐥𝐞 𝐟𝐫𝐨𝐦 𝐢𝐧𝐟𝐥𝐚𝐭𝐢𝐨𝐧 𝐛𝐲 𝐠𝐢𝐯𝐢𝐧𝐠 𝐠𝐚𝐬 𝐜𝐲𝐥𝐢𝐧𝐝𝐞𝐫𝐬 𝐟𝐨𝐫 𝐑𝐬 𝟓𝟎𝟎, 𝐭𝐡𝐞 𝐠𝐨𝐯𝐞𝐫𝐧𝐦𝐞𝐧𝐭 𝐢𝐧 𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐢𝐬 𝐩𝐮𝐭𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐚𝐝𝐝𝐢𝐭𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥 𝐛𝐮𝐫𝐝𝐞𝐧 𝐨𝐧 𝐭𝐡𝐞 𝐦𝐢𝐝𝐝𝐥𝐞 𝐜𝐥𝐚𝐬𝐬 𝐛𝐲 𝐩𝐮𝐭𝐭𝐢𝐧𝐠 𝐚𝐝𝐝𝐢𝐭𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥 𝐛𝐮𝐫𝐝𝐞𝐧 𝐨𝐟 𝟓𝟐 𝐩𝐚𝐢𝐬𝐞 𝐩𝐞𝐫 𝐮𝐧𝐢𝐭. 𝐇𝐞 𝐬𝐚𝐢𝐝 𝐚 𝐭𝐲𝐩𝐢𝐜𝐚𝐥 𝐡𝐨𝐮𝐬𝐞𝐡𝐨𝐥𝐝 𝐬𝐩𝐞𝐧𝐝𝐢𝐧𝐠 𝐮𝐩 𝐭𝐨 𝟔𝟎𝟎 𝐮𝐧𝐢𝐭𝐬 𝐰𝐢𝐥𝐥 𝐧𝐨𝐰 𝐡𝐚𝐯𝐞 𝐭𝐨 𝐩𝐚𝐲 𝐚𝐧 𝐞𝐱𝐭𝐫𝐚 𝐑𝐬 𝟑𝟎𝟎 𝐩𝐞𝐫 𝐦𝐨𝐧𝐭𝐡.



चंडीगढ़, डिजिटल डेक्स।। बिजली के रेट बढ़ाकर बीजेपी-जेजेपी सरकार ने महंगाई से त्रस्त जनता पर एक और मार मारने का काम किया है। निजी बिजली कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए सरकार जनता पर नाजायज बोझ डाल रही है। यह कहना है पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा का। 

By increasing the rates of electricity, Govt has delivered another blow on people suffering from inflation


हुड्डा अपने आवास पर पत्रकार वार्ता को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने कहा कि एक तरफ राजस्थान में कांग्रेस सरकार 𝟓𝟎𝟎 रुपये में गैस सिलेंडर देकर जनता को महंगाई से राहत दे रही है 

वहीं दूसरी तरफ बीजेपी-जेजेपी बिजली की दरों में 𝟓𝟐 पैसे (𝟒𝟕+𝟓 पैसे) की बढ़ोत्तरी करके गरीब और मध्यमवर्ग पर अतिरिक्त बोझ डाल रही है। उदहारण के तौर पर 𝟔𝟎𝟎 यूनिट तक खर्च करने वाले सामान्य परिवार को अब हर महीने 𝟑𝟎𝟎 रुपये से ज्यादा अतिरिक्त का भुगतान करना पड़ेगा।

हुड्डा ने बताया कि निजी कंपनियों को फायदा पहुंचाने के लिए आम जनता पर बोझ डाला जा रहा है। क्योंकि कांग्रेस कार्यकाल में अडाणी ग्रुप के साथ हुए बिजली खरीद समझौते के तहत 𝟐.𝟗𝟒 पैसे प्रति यूनिट की दर से 𝟐𝟓 साल तक हरियाणा को बिजली मिलनी थी। 

लेकिन पिछले गर्मी सीजन में कंपनी ने बिजली देने से मना कर दिया। निजी कंपनी पर कानूनी कार्रवाई करने की बजाए, सरकार ने बाहर से 𝟏𝟎-𝟏𝟏 रुपए की दर से महंगी बिजली खरीदी।

पूर्व मुख्यमंत्री ने बताया कि निजी कंपनियों पर निर्भरता खत्म करने के लिए कांग्रेस कार्यकाल के दौरान प्रदेश में 𝟒 पावर प्लांट (𝟏. खेदड़, हिसार, 𝟐. दीनबंधु छोटूराम थर्मल पावर, यमुनानगर, 𝟑. इंदिरा गांधी सुपर थर्मल पावर, झज्जर, 𝟒. महात्मा गांधी सुपर थर्मल पावर, झज्जर) स्थापित किए गए। 

साथ ही पानीपत थर्मल पावर में 𝟐𝟓𝟎 मेगावाट की स्टेज-𝟔 यूनिट लगाई गई। साथ ही फतेहाबाद के गांव गोरखपुर में 𝟐𝟖𝟎𝟎 मेगावाट के पहले परमाणु बिजली संयंत्र की स्थापना हुई।

इसके अलावा यमुनानगर में 𝟔𝟔𝟎 यूनिट के एक और पावर प्लांट को मंजूरी देने का कार्य भी कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ था। लेकिन पिछले साढ़े 𝟖 साल से भाजपा सरकार ने इस प्रोजेक्ट को लटकाए रखा। 

नया कोई पावर प्लांट लगाने की बजाए मौजूदा सरकार ने पहले से स्थापित प्लांट्स को भी ठप कर दिया और निजी कंपनियों पर निर्भरता बढ़ा दी।

कांग्रेस सरकार ने 𝟏𝟎 साल में लगातार बिजली के रेट कम किए और किसानों को देश में सबसे सस्ती 𝟏𝟎 पैसे प्रति यूनिट की दर से बिजली दी। इतना ही नहीं कांग्रेस कार्यकाल में ही 𝟏𝟔𝟎𝟎 करोड रुपए के बिजली बिल माफ करने का ऐतिहासिक कदम उठाया गया। 

लेकिन बीजेपी और गठबंधन सरकार के दौरान लगातार रेट में बढ़ोत्तरी, मीटर खरीद में घोटाले, बार-बार मीटर बदलकर व निजी कंपनियों से महंगी बिजली खरीदकर जनता को लूटने का काम हुआ।

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