अब तक लगभग 332 करोड़ रूपए की राशि खर्च कर 50 प्रतिशत से अधिक निर्माण कार्य पूरा,
इस परियोजना के बन जाने से लोगों को हिसार, रोहतक, चंडीगढ व अन्य जगहों पर जाने की जरूरत नही रहेगी बल्कि इससे लोगों के धन व समय की भी बचत होगी।
उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने यह बात आज जींद के निर्माणाधीन राजकीय मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण कर इसके प्रगति कार्य की अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में कही। इस दौरान विधायक अमरजीत ढांडा भी मौजूद रहे।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि यह जिले की सबसे बड़ी परियोजना है इसको समयबद्ध तरीके से पूरा करवाएं और इसमें प्रयोग होने वाली सामग्री की गुणवत्ता की समय-समय पर जांच करते रहें। उपायुक्त डा० मनोज कुमार, पुलिस अधीक्षक सुमित कुमार सहित अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
चौटाला ने निर्देश देते हुए कहा कि मेडिकल के निर्माण कार्य में अगर कोई तकनीकी खामी आती है तो उसे दूर करने तथा निर्माण सम्बंधी अन्य विभागीय औपचारिकताओं को समय रहते पूरा करने के लिए उपायुक्त जींद के साथ अन्य सभी सम्बंधित अधिकारी समय-समय पर बैठक करें।
उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा राज्य सड़क व पुल निगम, स्वास्थ्य, जन स्वास्थ्य तथा बिजली विभाग के अधिकारी निर्माण कार्य पूरा होने तक बराबर आपसी तालमेल रखें।
उपमुख्यमंत्री ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी के अधिकारियों को हांसी ब्रांच से अंडरग्राउंड पाइप लाइन डालकर यथाशीघ्र मेडिकल में पेयजल उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने मेडिकल से स्ट्रॉम वाटर की निकासी का उचित प्रबंध करने के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग से हैबतपुर तक सडक विस्तार के भी निर्देश दिए।
उपमुख्यमंत्री ने जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी के अधिकारियों को हांसी ब्रांच से अंडरग्राउंड पाइप लाइन डालकर यथाशीघ्र मेडिकल में पेयजल उपलब्ध करवाने के निर्देश भी दिए। उन्होंने मेडिकल से स्ट्रॉम वाटर की निकासी का उचित प्रबंध करने के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग से हैबतपुर तक सडक विस्तार के भी निर्देश दिए।
उपमुख्यमंत्री ने बैठक में अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि मेडिकल का निर्माण कार्य तय समय में पूरा होना चाहिए ताकि क्षेत्र वासियों को अच्छी स्वास्थ्य सेवाएं शीघ्र सुलभ हो सके। इसके लिए निर्माण कार्य में और तेजी लाने की जरूरत है। मेडिकल के निर्माण में बजट की कमी बिलकुल आड़े नहीं आएगी।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 एकड में बनने वाले मेडिकल कॉलेज जिले की सबसे बड़ी परियोजना है। इसके निर्माण कार्य का टेंडर एलएंडटी (लार्सन एंड टूर्बो) कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। यह परियोजना दिसम्बर 2023 तक पूरी होना सम्भावित है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 एकड में बनने वाले मेडिकल कॉलेज जिले की सबसे बड़ी परियोजना है। इसके निर्माण कार्य का टेंडर एलएंडटी (लार्सन एंड टूर्बो) कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया गया है। यह परियोजना दिसम्बर 2023 तक पूरी होना सम्भावित है।
अब तक मेडिकल कॉलेज के निर्माण पर 332 करोड़ रूपए खर्च किए जा चुके है और इसके अतिरिक्त दो सौ करोड़ रूपए सरकार द्वारा मंजूर किये जा चुके है। यह राशि जल्दी ही अलॉट कर दी जाएगी। मेडिकल का लगभग 50 प्रतिशत से ज्यादा कार्य पूरा किया जा चुका है।
उपमुख्यमंत्री ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के लिए कम जगह में बेहतर तकनीक का प्रयोग करके बहुमंजिला भवन बनाए जा रहे है। कॉलेज में लडके और लड़कियों के लिए अलग-अलग हॉस्टल भवन बनाएं जाएगें। उन्होंने बताया कि यह मेडिकल कॉलेज पूर्ण रूप से आधुनिक व तकनीकी युक्त बनाया जा रहा है।
मेडिकल शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के निदेशक डा० आदित्य दहिया ने उप मुख्यमंत्री को बताया कि मेडिकल कॉलेज में 𝟏𝟐 बड़े ब्लॉक बनाए गए हैं। इनमें 𝟖𝟒𝟏𝟕𝟑 वर्ग गज के भू-गृह में शिक्षण खंड, 𝟐𝟖𝟐𝟐𝟗 वर्गगज में शैक्षणिक खंड, ब्लाक अस्पताल, 𝟐𝟔𝟗 वर्गगज में पुलिस स्टेशन, 𝟏𝟎𝟎 वर्ग गज में कचरा प्रबंधन भवन, बिजली घर, 𝟕𝟑𝟖𝟐-𝟕𝟑𝟖𝟐 अलग-अलग वर्ग गज में लडके व लड़कियों का हॉस्टल, नर्सिंग हॉस्टल, 𝟔𝟏𝟔𝟖 वर्ग गज में जूनियर और सीनियर चिकित्सकों के लिए हॉस्टल, 𝟑𝟖𝟐 वर्ग गज में निदेशक आवास, 𝟏𝟎𝟐 वर्ग गज में सबस्टेशन, गेस्ट हाउस, 𝟔𝟓𝟎 बेड का अस्पताल, पैथ लैब के लिए इमारत, ब्लड बैंक, ओपीडी भवन, रेडियोग्राफी ब्लॉक जैसे भवन शामिल हैं।
मेडिकल शिक्षा एवं अनुसंधान विभाग के निदेशक डा० आदित्य दहिया ने उप मुख्यमंत्री को बताया कि मेडिकल कॉलेज में 𝟏𝟐 बड़े ब्लॉक बनाए गए हैं। इनमें 𝟖𝟒𝟏𝟕𝟑 वर्ग गज के भू-गृह में शिक्षण खंड, 𝟐𝟖𝟐𝟐𝟗 वर्गगज में शैक्षणिक खंड, ब्लाक अस्पताल, 𝟐𝟔𝟗 वर्गगज में पुलिस स्टेशन, 𝟏𝟎𝟎 वर्ग गज में कचरा प्रबंधन भवन, बिजली घर, 𝟕𝟑𝟖𝟐-𝟕𝟑𝟖𝟐 अलग-अलग वर्ग गज में लडके व लड़कियों का हॉस्टल, नर्सिंग हॉस्टल, 𝟔𝟏𝟔𝟖 वर्ग गज में जूनियर और सीनियर चिकित्सकों के लिए हॉस्टल, 𝟑𝟖𝟐 वर्ग गज में निदेशक आवास, 𝟏𝟎𝟐 वर्ग गज में सबस्टेशन, गेस्ट हाउस, 𝟔𝟓𝟎 बेड का अस्पताल, पैथ लैब के लिए इमारत, ब्लड बैंक, ओपीडी भवन, रेडियोग्राफी ब्लॉक जैसे भवन शामिल हैं।