निगम कमिश्नर ने जगाधरी निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण कर दिए अधिकारियों को निर्देश
यमुनानगर। NEWS - नगर निगम आयुक्त आयुष सिन्हा ने वीरवार को जगाधरी नगर निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने विभिन्न शाखाओं को जायजा लिया और कर्मचारियों से उनकी कार्यप्रणाली जानी। निगमायुक्त सिन्हा ने इस दौरान प्रॉपर्टी टैक्स ब्रांच व बिल्डिंग ब्रांच के लंबित ऑब्जेक्शन निपटान में तीव्रता लाने के निर्देश दिए। वहीं, इंजीनियरिंग ब्रांच के अधिकारियों को विकास कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।
निगमायुक्त वीरवार सुबह अचानक जगाधरी नगर निगम कार्यालय पहुंचे। कार्यालय अधीक्षक प्रदीप कुमार के साथ वह सबसे पहले टैक्स ब्रांच पहुंचे। प्रत्येक कर्मचारी से बातचीत की और उनकी कार्यप्रणाली जानी। उन्होंने लंबित ऑब्जेक्शन की जानकारी ली। उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों को ऑब्जेक्शन निपटान में तीव्रता लाने के निर्देश दिए। साथ ही निगम में आने वाले प्रत्येक नागरिक की समस्या का समय पर समाधान करने को कहा। इसके बाद निगमायुक्त सिन्हा बिल्डिंग ब्रांच पहुंचे। बिल्डिंग इंस्पेक्टर विकास सब्बरवाल से लंबित फाइलों व ऑब्जेक्शन के बारे में पूछा। इस दौरान बीआई सब्बरवाल ने एक मेकर की कमी बताई। जिस पर निगमायुक्त ने बीआई को सहायक के रूप में एक मेकर उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। इसके बाद निगमायुक्त जन्म एवं मृत्यू शाखा, स्थापना शाखा, डेयरी डिस्पैच में पहुंचे। अधिकारियों को व्यवस्थित तरीके से अपने काम निपटाने के निर्देश दिए। साथ ही कार्यालय आने वाले प्रत्येक नागरिक की समस्या का निपटान करने को कहा।
इसके बाद निगमायुक्त इंजीनियरिंग ब्रांच पहुंचे। यहां जगाधरी जोन में किए जाने वाले विकास कार्यों की अपडेट ली। साथ ही विकास कार्यों के एस्टीमेट, डिजाइन व अन्य कार्य करने के बारे में पूछा। यहां विकास कार्यों के डिजाइन बनाने के लिए एक ड्राफ्ट्समैन व कंप्यूटर ऑपरेटर की कमी मिली। निगमायुक्त ने दूसरी ब्रांच से कंप्यूटर व ड्राफ्ट्समैन इंजीनियरिंग ब्रांच में शिफ्ट करने के आदेश दिए। ताकि विकास कार्यों में तीव्रता आए। निगमायुक्त सिन्हा ने इस दौरान कार्यालय आने वाले नागरिकों की समस्याएं भी सुनी और उनका मौके पर ही निपटान कराया। निगमायुक्त सिन्हा ने कहा कि आज जगाधरी नगर निगम कार्यालय का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें लंबित ऑब्जेक्शन जल्द से जल्द क्लीयर करने के निर्देश दिए गए। वहीं, विकास कार्यों में तीव्रता लाने के लिए इंजीनियरिंग ब्रांच के अधिकारियों को कहा गया। उन्होंने अधिकारियों व कर्मचारियों को निर्देश दिए कि वे अपना काम निर्धारित समय पर सुचारू ढंग से करें। कार्यालय में आने वाली हर शिकायत को गंभीरता से लेकर उसका समय पर समाधान करें। पेंडिग पड़ी शिकायतों, फाइलों व ऑब्जेक्शन का जल्द से जल्द निपटान करें।